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रविवार, 15 फ़रवरी 2015

विश्व कप में भारत ने छठी बार पाकिस्तान को हराया, जीत का सिलसिला बरकरार !!

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टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप के अपने पहले मैच में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर अपने अभियान का शानदार आगाज किया है। पहले विराट कोहली की शानदार बैटिंग और फिर बोलरों के शानदार प्रदर्शन की मदद से भारत ने रविवार को खेले गए पूल बी के मैच में पाकिस्तान को 76 रनों से हरा दिया । भारत से मिले 301 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए पाकिस्तान की टीम कभी भी मैच में जीतती नजर नहीं आई और 224 रन पर ऑल आउट हो गई। इस जीत के साथ भारत ने वर्ल्ड कप में पाक के खिलाफ अजेय रहने का रेकॉर्ड बरकरार रखा है। वर्ल्ड कप में पाकिस्तान पर यह भारत की छठी जीत है। भारत की इस जीत को सोशल मीडिया पर लोग 'पहले ही मैच में वर्ल्ड कप जीतने के बराबर' करार दे रहे हैं। पाकिस्तान की ओर से कप्तान मिस्बाह ने सबसे अधिक 76 रन बनाए। भारत के लिए उमेश यादव ने 2, शमी ने 3 विकेट लिए। पहले ही मैच में पाकिस्तान को हराकर भारत ने फैंस को वर्ल्ड कप जीतने जैसी खुशी दे दी। 103 रन पर 5 विकेट गिरने के बाद भी मिस्बाह ने एकतरफा संघर्ष जारी रखा, लेकिन यह नाकाफी साबित हुआ। मिस्बाह ने 80 गेंदों पर 9 चौकों और 1 छक्के की मदद से 76 रन बनाए और 220 रन के स्कोर पर पाकिस्तान के नौवें विकेट के रूप में पविलियन लौटे। मिस्बाह के अलावा पाकिस्तान के लिए शहजाद ने 47, सोहेल ने 36 रन बनाए। शाहिद अफरीदी 22 रन ही बना पाए। बाकी के 7 खिलाड़ी दहाई के आंकड़े तक को नहीं छू पाए।

भारतीय बोलिंग की बात करें तो मोहम्मद शमी ने सबसे ज्यादा 4 विकेट लिए। उन्होंने और मोहित शर्मा ने धारदार गेंदबाजी करके पाकिस्तान के बैट्समैन को प्रेशर में रखा। दोनों खिलाड़ियों ने 9 ओवर्स में 35-35 रन दिए। मोहित शर्मा ने 2 विकेट हासिल किए। उमेश यादव ने 10 ओवर्स में 50 रन देकर 2 विकेट झटके। आर.अश्विन और रविंद्र जडेजा ने भी एक-एक विकेट हासिल किया। सुरेश रैना ने भी एक ओवर फेंका, जिसमें उन्होंने 6 रन दिए। सधी हुई गेंदबाजी और लगातार मिल रहे झटकों से पाकिस्तान की पूरी टीम 224 रनों पर ही पविलियन लौट गई। इससे पहले खराब दौर से उबरने के बाद वर्ल्ड कप में अपना पहला शतक लगाने वाले विराट कोहली (107) और शिखर धवन (73) तथा सुरेश रैना (74) की उम्दा अर्धशतकीय पारियों की मदद से भारत ने पाकिस्तान के सामने 301 रनों का लक्ष्य रखा था। भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट पर 300 रन बनाए। भारत और भी अच्छा स्कोर खड़ा कर सकता था लेकिन कोहली के आउट होने के बाद बल्लेबाज उस समझदारी का परिचय नहीं दे सके, जिसके जरिए वे तेजी से रन बटोर सकते थे। कोहली का विकेट 273 रन पर गिरा था और उसके बाद से भारत ने पांच ओवरों में मात्र 27 रन जोड़े और पांच अहम विकेट गंवा दिए।

विकेट हाथ में होना भारत के लिए अच्छा संकेत था क्योंकि ऐसी स्थिति में बल्लेबाज खुलकर रन बटोर सकते थे लेकिन भारत के लिए ऐसा नहीं हो सका। पाकिस्तान ने पारी के मध्य में जो कुछ खोया था, उसे उसने अंतिम पहर में हासिल कर लिया और भारत को 300 रनों पर सीमित कर दिया, जबकि भारत कम से कम 325 का योग हासिल कर सकता था। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। उसका यह फैसला सही साबित होता दिखा क्योंकि रोहित शर्मा (15) और धवन अच्छी लय में नजर आ रहे थे। खासतौर पर रोहित ज्यादा अच्छी लय में थे क्योंकि धवन पर अच्छी पारी खेलने का दवाब था। वह उस दबाव में दिख रहे थे लेकिन रोहित पर किसी प्रकार का दबाव नहीं था। इसके बावजूद रोहित ने 34 के कुल योग पर वह गलती की, जिसकी उनसे उम्मीद नहीं थी। सोहेल खान की एक गेंद को पुल करने प्रयास में मिस्बाह को एक आसान कैच दे बैठे। रोहित ने 20 गेंदों पर दो चौके लगाए।

इसके बाद हालांकि धवन और कोहली ने भारत को मैच में वापसी कराने का काम किया। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 129 रनों की साझेदारी की। 163 के कुल योग पर धवन एक रन चुराने के प्रयास में आपसी गलतफहमी का शिकार हुए और रन आउट हो गए। इस तरह उनकी 76 गेंदों की उम्दा पारी का दुखद अंत हुआ। धवन ने धवन ने 76 गेंदों का सामना कर सात चौके और एक छक्का लगाया। धवन के आउट होने के बाद कोहली का साथ देने रैना आए। रैना को इसलिए भेजा गया क्योंकि वह रन गति में तेजी ला सकें। रैना ने यह काम बखूबी किया और कोहली के साथ 15.3 ओवरों में 7.09 के औसत से तीसरे विकेट के लिए 110 रन जोड़े। कोहली का विकेट 273 के कुल योग पर गिरा। विश्व कप में अपना पहला तथा भारत के लिए 22वां शतक लगाने वाले कोहली ने 126 गेंदों का सामना कर आठ चौके लगाए। 

कोहली का स्थान लेने आए कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (18) खुलकर हाथ नहीं दिखा पा रहे थे, लिहाजा यह जिम्मेदारी रैना को लेनी थी। रैना इसी प्रयास में 284 के कुल योग पर कैच आउट हो गए। रैना ने 56 गेंदों का सामना कर पांच चौके और तीन छक्के लगाए। इसके बाद भारत ने 296 के कुल योग पर रविंद्र जडेजा (3), धोनी और अजिंक्य रहाणे (0) के विकेट गंवाए। जडेजा को वहाब रियाज ने बोल्ड किया जबकि धोनी और रहाणे को सोहेल खान ने आउट किया। इस तरह खान ने अपनी टीम की हैटट्रिक पूरी की। खान ने इस मैच में कुल पांच विकेट लिए जबकि रियाज ने एक सफलता हासिल की।

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