150 फिट गहरी खाई मे गिरी बस, 12 की मोत 40 घायल
पारा--धार-झाबूआ की सीमा से लगे सरदारपूर थाने के आंर्तगत आने वाले माछलीया घाट पर इन्दोर से राजस्थान के गलीयाकोट जा रही अनूबंधीत निजि यात्री बस अनियत्रीत होकर माछलीया घाट मे करिब 150 फिट गहरी खाई जा गीरी जिससे घटना स्थल पर ही 12 यात्रीयो की मोत होगई व करिब 40 यात्री घायल होगए मृमको व घायलो थांदला व मेघनगर क्षेत्र के ज्यादा तर नागरीक हे।घटना रात्री करिब नो बजे के आस पास की हे मोके पर धार व झाबुआ के एसपी व कलेक्टर दोने तत्काल पहुचे व खाई मे उतर कर अपनी निगरानी मे बचाव कार्य शुरू करवाया। झाबुआ की मेडीकल की टीमो ने पहुच कर विषम परिस्थितीयो मे मृतको व घायलो को निकाल कर चिकित्सालय भिजवाया।ड्रायवर शमीम ने बताया की बस मे करिब 70 सवारीया थी देर रात मुख्यमंत्री शिवराज सिह चोहान ने घटना पर गहरा दुख जताते मृतको को 1 लाख रूप्ए व घायलो को 50हजार रूप्ए आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।
नेषनल हाई वे की दुर्दषा को लेकर सांसद भूरिया ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
झाबुआ---एनएच 59 इन्दौर अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पिछले चार बरसों से परेषानियों का सबब बना हुआ है तथा जन प्रतिनिधियों द्वारा केन्द्र सरकार से इस मार्ग के कार्य को प्राथमिकता के साथ पूरा करने के लिये पत्रों एवं कई माध्यमों से अनुरोध किये जाने के बाद भी इस रोड की खस्ता हाल के चलते रतलाम- झाबुआ सांसद दिलीपसिंह भूरिया ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिख कर त्वरित कार्यवाही करने की मांग की है। उन्होने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं प्रदेष के मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चैहान को अलग अलग पत्र लिख कर उल्लेखित किया है कि हमारे लिये यह राष्ट्रीय शर्म का विषय है कि हम राष्ट्रीय राज्यमार्ग-59 इन्दौर, अहमदाबाद का निर्माण कार्य चार वर्ष व्यतीत होने के बाद भी पूर्ण नही करा पाये है और परिणामतः इस मार्ग पर आये दिन जन-धन7 की हानि की घटनायें होती रहती है । सांसद ने अपने पत्र में लिखा है कि दिनांक 16 फरवरी की रात्रि को राजगढ-माछलिया जिला झाबुआ के मध्य घाट पर ’’इन्दौर-गलियाकोट’’ रात्री बस करीब 200 फीट गहरी खाई में गिर गई लिजससे 9 व्यक्तियों की दर्दनाम मृत्य हो गई वहीं 44 व्यक्ति जख्मी हो गये, की त्रासद घटना का उल्लेख करते लिखा है कि इस दुर्घटना में अनेकों परिवार के सपने बिखर गये और बच्चों के भविष्य धुमिल हो गए कई परिवार तो आश्रय विहीन तक हो गये है । सांसद दिलीपसिंह ने पत्र में यह भी उल्लेखित किया है कि उनके द्वारा पूर्व में परिवहन मंत्री नीतिन गडकरी को पत्र लिख कर अवगत कराया था और मार्ग का कार्य शीघ्र पूरा करवाने के लिये अनुरोध करने के बाद भी कोई कार्यवाही नही हुई यह खेद का विषय है कि आज दिन तक कार्य में कोई प्रगति नही हुई है । उन्होने अपने पत्र मे प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री दोनों से आग्रह किया है कि व्यापक जनहित मे अनेकों वर्षो से अपूर्ण राष्ट्रीय राज्य मार्ग 59 का कार्य पूर्ण करवाने के लिये परिवहन मंत्रालय में विषेष सेल का गठन कर अधुरे निर्माण कार्य को पूर्ण करवाने के लिये परिवहन मंत्रालय में विषेष सैल का गठन कर अधुरे निर्माण कार्य को समयबद्ध कार्यक्रम के अनुसार पूर्ण कराने की निर्देष जारी करने का कश्ट करें साथ ही अनुबंधित अवधि में कार्य पूर्ण करने के कारण संबंधित कंपनी और उसके अधिकारियों का दायित्व निर्धारित कर उन्हे दण्डित करने और क्षत्रिपूर्ति वसूली की कार्यवाही की जावे ।
बस दुर्घटना मे घायलों से मिलने तत्काल पहूंचे पूर्व प्रदेषाध्यक्ष श्री भूरिया
झाबुआ ---सोमवार की रात्रि में माछलियाघाट पर इन्दौर- गलियाकोट बस के गहरी खाई में गिर कर दुर्घटना ग्रस्त हो जाने की सूचना से पूरे नगर एवं अंचल में शोक की लहर व्याप्त हो गई और करीब एक दर्जन लोगों के काल कविलीत होने तथा बस दुर्घटना में 35 से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना मिलते ही पूर्व प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद तत्काल रात्री 11 बजे जिला चिकित्सालय पहूंच कर उन्होने से मेडिकल व्यवस्था का जायजा लिया तथा दुर्घटना में घायल लोगों को देखा एवं डाक्टरों से जानकारी लेते हुए व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करके पीडित लोगों के त्वरित उपचार का निर्देष दिया । श्री भूरिया ने जिला चिकित्सालय की व्यवस्था को नाकाम बताते हुए कहा कि यहां पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा सिविल सर्जन ने इस घटना को कोई महत्व नही देते हुए अस्पताल तक नही पहूंचे । उपलब्ध कुछ ही डाक्टरों द्वारा घायलों को चिकित्सा उपलब्घ कराई । अस्पताल में चारों तरफ अफरा तफरी का माहौल था तथा कोई भी अधिकारी जित्तेवारी लेने को तैयार नही था । कांतिलाल भूरिया ने जिला चिकित्सालय के अधिकारियों की गैर जिम्मेदाराना कृत्यों को देखते हुए उसकी कडे शब्दों में निंदा की है । उन्होने स्थानीय समाज सेवियो एवं नगरवासियों द्वारा त्वरित सेवायें देने के लिये धन्यवाद भी दिया तथा घायलो को अच्छा उपचार दिये जाने की बात कहीं । वही मृत परिवारों को सान्त्वना देते हुए इस दुख की घडी में प्रार्थना कर उनकी आत्मा की शांति की कामना करते हुए परिवारों के प्रति संवेदनायें व्यक्त की । श्री भूरिया करीब 3 घण्टे से अधिक रात्री 2 बजे तक जिला अस्पताल मे उपस्थित रह कर पीडित परिवारों से जानकारी प्राप्त करते रहे । इस अवसर पर भूरियाजी के साथ जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता, जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्ष भटृ, आचार्य नामदेव, जिला महामंत्री हेमचंद डामोर, युवक कांग्रेस अध्यक्ष आषीष भूरिया, मनोहर भंडारी,प्रकाष जैन, रषीद कुरेषी सहित बडी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता भी पीडितों की सेवा में लगे रहे ।श्री भूरिया ने रात्री काल मे दवाई का काउंटर बंद रहने तथा दवाईयों की दुकान बंद रहने को भी विभागीय लापरवाही का नमूना बताया । वही श्री भूरिया ने कहा कि इसतनी बडी दुर्घटना हो जाने के बाद भी विभागीय अधिकारियों ने निकटवर्ती अस्पतालों से डाक्टरों को बुलवाना भी उचित नही समझा जिसे घायलों को काफी परेषानिया झेलना पडी ।
कांतिलाल भूरिया ने देवझिरी मे किये षिव दर्षन
झाबुआ---पूर्व प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया ने षिवरात्री के पावन अवसर पर पवित्र तीर्थ देवझिरी में दर्षनार्थ पहूंचें तथा पवित्र नर्मदाकुंड के जल से भगवान षिवजी का अभिषेक किया और गा्रमीण एवं नगरीय भक्तों को वितरित की जाने वाली फलाहारी खिचडी के वितरण कार्य का अवलोकन किया तथा स्वयं ने भी प्रसादी एवं खिचडी ग्रहण की । श्री भूरिया ने माता रूपादास जी चर्चा कर देवझिरी के विकास के बारे में भी चर्चा की । इस अवसर पर जितेन्द्र अब्निहोत्री, हर्ष भट्ट सहित बडी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित थे ।
शासन ज्योति श्री महेन्द्रश्री जी म.सा. का देवलोकगमन
झाबूआ---राजगढ़ मोहनखेड़ा अखिल भारतीय सौबृहत्तपोगच्छीय त्रिस्तुतिक जैन श्रीसंघ के वर्तमान आचार्य श्रीमद्विजय रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा. की आज्ञानुवर्ती शासन ज्योति साध्वी श्री महेन्द्रश्रीजी म.सा. का आज प्रातः देवलोकगमन हो गया । साध्वीश्री को तीर्थ परिसर में दर्शन वंदन हेतु रखा गया था । डोल यात्रा श्री मोहनखेड़ा तीर्थ से राजगढ़ नगर की और प्रस्थित हुई । राजगढ़ नगर में प्रमुख मार्गाे से होती हुई वापस अग्नि संस्कार स्थल श्री राजेन्द्र विद्या संस्कार धाम मोहनखेड़ा में लायी गई । अग्नि संस्कार से पूर्व भूमि शुद्धि गेंदालालजी चांदमल जी भण्डारी परिवार द्वारा की गई । भूमि शुद्धि की विधि विधिकारक आनन्दीलाल धारीवाल द्वारा सम्पन्न करायी गई मंत्रोच्चार मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म.सा. द्वारा उच्चारित किये गये । साध्वीश्री को मुखाग्नि पीपाड़ा परिवार दसाई, राजगढ़, मोहनखेड़ा, बरमण्डल द्वारा दी गई । अंतिम संस्कार की विधि राजमल जी पूराणी राजगढ़ द्वारा सम्पन्न करायी गई अग्नि संस्कार के समय अंतिम सस्कार स्थल पर आयोजित श्रद्धांजली सभा में आचार्यदेवेश श्री रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा., द्वारा प्रेषित शोक संदेश का वाचन आदिनाथ राजेन्द्र श्वे. पेढ़ी ट्रस्ट के महामंत्री फतेहलाल कोठारी द्वारा किया गया । ट्रस्ट के मेनेजिंग ट्रस्टी सुजानमल सेठ, ट्रस्टी मेघराज जैन सहित समाज के वरिष्ठजनों एवं मालवांचल के श्रीसंघों द्वारा साध्वीश्री को श्रद्धांजली अर्पित की गई । उपाध्याय श्री नरेन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री हितेशचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री चन्द्रयशविजयजी म.सा. द्वारा प्रेषित शोक संदेश का वाचन भी किया गया । प.पू. ज्योतिष सम्राट मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म.सा. ने भी साध्वीश्री के दीर्घ संयम जीवन पर गहरा शोक देवलोकगमन व्यक्त किया ।साध्वीश्री को कांधा देने का लाभ राजेन्द्र विद्या संस्कार धाम, मेघराजजी चम्पालालजी लोढा, विजयकुमार धुलचंदजी बाफना, पिपाड़ा परिवार दसाई द्वारा दिया गया ।
जीवन परिचय
शासन ज्योति श्री महेन्द्रश्री जी म.सा.
परम पूज्य विदूषी शासन ज्योति साध्वी श्री महेन्द्रश्री जी म.सा. का जन्म कार्तिक सुदी 12, संवत 1980 में राजगढ़ (धार) में हुआ था । आपके पिता ओसवाल श्री केसरीमलजी बाफना व माता श्रीमती सूरजबाई धार्मिक प्रवृत्ति के सद्गृहस्थ थे । इनकी चार संतानों में दो पुत्र तथा दो पुत्री थी द्य इन्ही पुत्रियों में से एक का नाम चांदबाई था । यथा- अवस्था आपका विवाह दसई निवासी श्री सौभागमलजी पीपाड़ा के साथ संवत् 1994 में हुआ । मगर होनी को कुछ और ही मंजूर था । अभी हाथ की मेहंदी गीली ही थी कि माथे का सिन्दूर उजड़ गया चांदबाई की धार्मिक रुचि तो थी ही इस आघात ने उनके मन में वैराग्य उत्पन्न किया । पूज्य श्री मुक्तिश्री जी म.सा. के उपदेश से आपने अपना शेष जीवन जिनशासन को समर्पित करने का निश्चय किया एवं संवत् 2007/8 की वैशाख शुक्ल 10 को श्री मोहनखेड़ा तीर्थ में पूज्य मुनिराज श्री कल्याणविजयजी म.सा. से प्रवज्या ग्रहण कर ली । गृहस्थ जीवन में आपने माध्यमिक स्तर की स्कूली शिक्षा प्राप्त की थी । दीक्षा के उपरान्त आपने धार्मिक अध्ययन के साथ ही साथ औपचारिक शिक्षण को भी नियमित रखा व हायर सेकण्डरी किया । आपकी गुरु भक्ति व क्रिया- परायणता को देखते हुए आचार्य श्री यतीन्द्रसूरि जी म.सा. ने कार्तिक शुक्ल 11, सं. 2012 को श्री मोहनखेड़ा तीर्थ में ही आपको वृहत्त दीक्षा प्रदान की व मुक्तिश्री जी की शिष्या बनाई । श्री महेन्द्रश्री जी का विहार क्षेत्र काफी विस्तृत रहा है जिसमें सदूर कच्छ, बंगाल व कन्याकुमारी भी शामिल है । आपने राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, बंगाल, आन्ध्र आदि प्रदेशों में अपनी गुरुणी व शिष्याओं के साथ भ्रमण कर जैन धर्म का प्रचार - प्रसार किया । आपने संवत् 1921 के पश्चात् स्वतन्त्र रुप से चातुर्मास करना प्रारम्भ किया । आपने राजगढ़ (2011,12,35), पालीताणा (2021,38,40,52), आहोर (2018,31,37,41), धार (2034,53), थराद (2019,20,22), बडनगर (2028,55), बाकरा (2033,44,62), अहमदाबाद (2025,36,61), फिरोजाबाद (2029,30), जावरा (2008,15), अलिराजपूर (2009), कुक्षी (2010), रतलाम (2013), मंदसौर (2014), शिवगंज (2016), गुड़ा (2017), कोरटा (2023), जालोर (2024), आनंद (2026), इन्दौर (2027), सियाणा (2032), कोरा (2042), मोदरा (2043), दसई (2045), नवसारी (2046), मुम्बई (2047), कोइम्बटूर (2048), मद्रास (2041), गुण्टुर (2050), खाचरौद (2054) तथा मोहनखेड़ा (2063-65) में चातुर्मास किया । अस्वस्थता के कारण आप कुछ वर्षो से श्री मोहनखेड़ा तीर्थ में स्थीरवास कर रही थी । आपकी प्रेरणा व हस्ते फिरोजाबाद में मंदिर की प्रतिष्ठा व मुम्बई (कमाठीपुरा) में जिन मंदिर व गुरु प्रतिमा की स्थापना हुई । आपके करकमलों से बैंगलोर, कोइम्बटूर में श्री मुक्तिश्री जी म.सा. के साथ एवं बाद में नेल्लूर व गुंटूर में आपके द्वारा मंदिरों के शिलान्यास सम्पन्न हुए । संवत् 2048 में श्री मुक्ति श्री को शासन दीपिका पदवी में आपकी भूमिका महत्वपूर्ण रही व सारा कार्य आपकी देखरेख में सम्पन्न हुआ । आपकी प्रेरणा से अनेक आत्माओं ने संयम मार्ग को अपनाया । आपने दो वर्षीतप, सिद्धीतप, 20 स्थानक औली, काठियातप, संवशरण, 3 उपधान तप आदि कठिन तप किये है । आपको सं. 2029 में शासन ज्योति की पदवी से अलंकृत किया गया । प्रभुगुण गरिमा, महेन्द्र स्वाध्याय आदि पुस्तके प्रकाशित हुई है । आपका देवलोकगमन 17 फरवरी 2015 को प्रातः श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ में हुआ ।
सट्टा खेलते हुए आरोपी रंगे हाथों गिरफ्तार
झाबूआ--- थाना कोतवाली झाबुआ की पुलिस टीम ने आरोपी नाना उर्फ कमलेश पिता गोवर्धनलाल लुहार, उम्र 35 वर्ष निवासी झाबुआ को सट्टा लिखते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोपी के कब्जे से सट्टा पर्ची, नगदी 300/-रूपये जप्त किये गये। प्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अप0क्र0 102/15, धारा 4-क धुत अधिनियम का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
06 अपराधों में फरारी स्थाई वारंटी गनजी गिरफ्तार
झाबूआ--- पुलिस अधीक्ष्क, जिला झाबुआ श्रीमती कृष्णा वेणी देसावतु ने बताया कि थाना रायपुरिया पुलिस के द्वारा स्थाई वारंटी गनजी पिता कालिया भील, उम्र 35 वर्ष निवासी भूरी घाटी, जो कि फौ0मु0न0 498/1999, धारा 147,148,506,427 भादवि, फौ0मु0न0 498/1999, धारा 147,148,506,427 भादवि, फौ0मु0न0 201/1998, धारा 25-बी आम्र्स एक्ट, अपराध क्रमांक 447/1997, धारा 147,148,452,427,428 भादवि, अपराध क्रमांक 120/1997, धारा 379 भादवि, अपराध क्रमांक 454/2007, धारा 363,366,147 भादवि में फरार चल रहा था, को थाना प्रभारी रायपुरिया निरीक्षक एम0एल0गौड़, उप निरीक्षक झिरमल सापल्या, प्र0आर0 लालुसिंह द्वारा दबिश देकर गिरफ्तार किया गया। उक्त स्थाई वारंटी की गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक ने पुलिस टीम को बधाई दी एवं नगद ईनाम से पुरूस्कृत किये जाने की घोषणा की है।
अवैध शराब जप्त चार आरोपी गिरफ्तार
झाबूआ---थाना कोतवाली झाबुआ पुलिस के द्वारा आरोपी हुकुम पिता शोभाराम परिहार, उम्र 42 वर्ष निवासी गडवाडा के कब्जे से 12 बीयर शराब कीमती 1200/-रूपये की, थाना कल्याणपुरा पुलिस के द्वारा आरोपी सुरेश पिता नरसिंह, उम्र 24 वर्ष निवासी कल्याणपुरा के कब्जे से 20 लीटर कच्ची शराब कीमती 600/-रूपये की, आरोपी दिना पिता काना भूरिया, उम्र 27 वर्ष निवासी अंतरवेलिया के कब्जे से 24 क्वाटर देशी प्लेन शराब कीमती 960/-रूपये की, थाना कालीदेवी पुलिस के द्वारा आरोपी धुमा पिता सुभान पणदा, उम्र 25 वर्ष निवासी माछलिया के कब्जे से 24 क्वाटर देशी प्लेन शराब कीमती 720/-रूपये की जप्त की गई। इन प्रकरणों में अपराध क्रमांक 104,25,26,20/15, धारा 34-ए आबकारी एक्ट का कायम कर विवेचना में लिया गया।
नेषनल हाई वे की दुर्दषा को लेकर सांसद भूरिया ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
झाबुआ---एनएच 59 इन्दौर अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पिछले चार बरसों से परेषानियों का सबब बना हुआ है तथा जन प्रतिनिधियों द्वारा केन्द्र सरकार से इस मार्ग के कार्य को प्राथमिकता के साथ पूरा करने के लिये पत्रों एवं कई माध्यमों से अनुरोध किये जाने के बाद भी इस रोड की खस्ता हाल के चलते रतलाम- झाबुआ सांसद दिलीपसिंह भूरिया ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिख कर त्वरित कार्यवाही करने की मांग की है। उन्होने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं प्रदेष के मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चैहान को अलग अलग पत्र लिख कर उल्लेखित किया है कि हमारे लिये यह राष्ट्रीय शर्म का विषय है कि हम राष्ट्रीय राज्यमार्ग-59 इन्दौर, अहमदाबाद का निर्माण कार्य चार वर्ष व्यतीत होने के बाद भी पूर्ण नही करा पाये है और परिणामतः इस मार्ग पर आये दिन जन-धन7 की हानि की घटनायें होती रहती है । सांसद ने अपने पत्र में लिखा है कि दिनांक 16 फरवरी की रात्रि को राजगढ-माछलिया जिला झाबुआ के मध्य घाट पर ’’इन्दौर-गलियाकोट’’ रात्री बस करीब 200 फीट गहरी खाई में गिर गई लिजससे 9 व्यक्तियों की दर्दनाम मृत्य हो गई वहीं 44 व्यक्ति जख्मी हो गये, की त्रासद घटना का उल्लेख करते लिखा है कि इस दुर्घटना में अनेकों परिवार के सपने बिखर गये और बच्चों के भविष्य धुमिल हो गए कई परिवार तो आश्रय विहीन तक हो गये है । सांसद दिलीपसिंह ने पत्र में यह भी उल्लेखित किया है कि उनके द्वारा पूर्व में परिवहन मंत्री नीतिन गडकरी को पत्र लिख कर अवगत कराया था और मार्ग का कार्य शीघ्र पूरा करवाने के लिये अनुरोध करने के बाद भी कोई कार्यवाही नही हुई यह खेद का विषय है कि आज दिन तक कार्य में कोई प्रगति नही हुई है । उन्होने अपने पत्र मे प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री दोनों से आग्रह किया है कि व्यापक जनहित मे अनेकों वर्षो से अपूर्ण राष्ट्रीय राज्य मार्ग 59 का कार्य पूर्ण करवाने के लिये परिवहन मंत्रालय में विषेष सेल का गठन कर अधुरे निर्माण कार्य को पूर्ण करवाने के लिये परिवहन मंत्रालय में विषेष सैल का गठन कर अधुरे निर्माण कार्य को समयबद्ध कार्यक्रम के अनुसार पूर्ण कराने की निर्देष जारी करने का कश्ट करें साथ ही अनुबंधित अवधि में कार्य पूर्ण करने के कारण संबंधित कंपनी और उसके अधिकारियों का दायित्व निर्धारित कर उन्हे दण्डित करने और क्षत्रिपूर्ति वसूली की कार्यवाही की जावे ।
बस दुर्घटना मे घायलों से मिलने तत्काल पहूंचे पूर्व प्रदेषाध्यक्ष श्री भूरिया
- अस्पताल की व्यवस्था को लेकर जताया आक्रोष
झाबुआ ---सोमवार की रात्रि में माछलियाघाट पर इन्दौर- गलियाकोट बस के गहरी खाई में गिर कर दुर्घटना ग्रस्त हो जाने की सूचना से पूरे नगर एवं अंचल में शोक की लहर व्याप्त हो गई और करीब एक दर्जन लोगों के काल कविलीत होने तथा बस दुर्घटना में 35 से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना मिलते ही पूर्व प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद तत्काल रात्री 11 बजे जिला चिकित्सालय पहूंच कर उन्होने से मेडिकल व्यवस्था का जायजा लिया तथा दुर्घटना में घायल लोगों को देखा एवं डाक्टरों से जानकारी लेते हुए व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करके पीडित लोगों के त्वरित उपचार का निर्देष दिया । श्री भूरिया ने जिला चिकित्सालय की व्यवस्था को नाकाम बताते हुए कहा कि यहां पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा सिविल सर्जन ने इस घटना को कोई महत्व नही देते हुए अस्पताल तक नही पहूंचे । उपलब्ध कुछ ही डाक्टरों द्वारा घायलों को चिकित्सा उपलब्घ कराई । अस्पताल में चारों तरफ अफरा तफरी का माहौल था तथा कोई भी अधिकारी जित्तेवारी लेने को तैयार नही था । कांतिलाल भूरिया ने जिला चिकित्सालय के अधिकारियों की गैर जिम्मेदाराना कृत्यों को देखते हुए उसकी कडे शब्दों में निंदा की है । उन्होने स्थानीय समाज सेवियो एवं नगरवासियों द्वारा त्वरित सेवायें देने के लिये धन्यवाद भी दिया तथा घायलो को अच्छा उपचार दिये जाने की बात कहीं । वही मृत परिवारों को सान्त्वना देते हुए इस दुख की घडी में प्रार्थना कर उनकी आत्मा की शांति की कामना करते हुए परिवारों के प्रति संवेदनायें व्यक्त की । श्री भूरिया करीब 3 घण्टे से अधिक रात्री 2 बजे तक जिला अस्पताल मे उपस्थित रह कर पीडित परिवारों से जानकारी प्राप्त करते रहे । इस अवसर पर भूरियाजी के साथ जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता, जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्ष भटृ, आचार्य नामदेव, जिला महामंत्री हेमचंद डामोर, युवक कांग्रेस अध्यक्ष आषीष भूरिया, मनोहर भंडारी,प्रकाष जैन, रषीद कुरेषी सहित बडी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता भी पीडितों की सेवा में लगे रहे ।श्री भूरिया ने रात्री काल मे दवाई का काउंटर बंद रहने तथा दवाईयों की दुकान बंद रहने को भी विभागीय लापरवाही का नमूना बताया । वही श्री भूरिया ने कहा कि इसतनी बडी दुर्घटना हो जाने के बाद भी विभागीय अधिकारियों ने निकटवर्ती अस्पतालों से डाक्टरों को बुलवाना भी उचित नही समझा जिसे घायलों को काफी परेषानिया झेलना पडी ।
कांतिलाल भूरिया ने देवझिरी मे किये षिव दर्षन
झाबुआ---पूर्व प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया ने षिवरात्री के पावन अवसर पर पवित्र तीर्थ देवझिरी में दर्षनार्थ पहूंचें तथा पवित्र नर्मदाकुंड के जल से भगवान षिवजी का अभिषेक किया और गा्रमीण एवं नगरीय भक्तों को वितरित की जाने वाली फलाहारी खिचडी के वितरण कार्य का अवलोकन किया तथा स्वयं ने भी प्रसादी एवं खिचडी ग्रहण की । श्री भूरिया ने माता रूपादास जी चर्चा कर देवझिरी के विकास के बारे में भी चर्चा की । इस अवसर पर जितेन्द्र अब्निहोत्री, हर्ष भट्ट सहित बडी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित थे ।
शासन ज्योति श्री महेन्द्रश्री जी म.सा. का देवलोकगमन
झाबूआ---राजगढ़ मोहनखेड़ा अखिल भारतीय सौबृहत्तपोगच्छीय त्रिस्तुतिक जैन श्रीसंघ के वर्तमान आचार्य श्रीमद्विजय रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा. की आज्ञानुवर्ती शासन ज्योति साध्वी श्री महेन्द्रश्रीजी म.सा. का आज प्रातः देवलोकगमन हो गया । साध्वीश्री को तीर्थ परिसर में दर्शन वंदन हेतु रखा गया था । डोल यात्रा श्री मोहनखेड़ा तीर्थ से राजगढ़ नगर की और प्रस्थित हुई । राजगढ़ नगर में प्रमुख मार्गाे से होती हुई वापस अग्नि संस्कार स्थल श्री राजेन्द्र विद्या संस्कार धाम मोहनखेड़ा में लायी गई । अग्नि संस्कार से पूर्व भूमि शुद्धि गेंदालालजी चांदमल जी भण्डारी परिवार द्वारा की गई । भूमि शुद्धि की विधि विधिकारक आनन्दीलाल धारीवाल द्वारा सम्पन्न करायी गई मंत्रोच्चार मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म.सा. द्वारा उच्चारित किये गये । साध्वीश्री को मुखाग्नि पीपाड़ा परिवार दसाई, राजगढ़, मोहनखेड़ा, बरमण्डल द्वारा दी गई । अंतिम संस्कार की विधि राजमल जी पूराणी राजगढ़ द्वारा सम्पन्न करायी गई अग्नि संस्कार के समय अंतिम सस्कार स्थल पर आयोजित श्रद्धांजली सभा में आचार्यदेवेश श्री रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा., द्वारा प्रेषित शोक संदेश का वाचन आदिनाथ राजेन्द्र श्वे. पेढ़ी ट्रस्ट के महामंत्री फतेहलाल कोठारी द्वारा किया गया । ट्रस्ट के मेनेजिंग ट्रस्टी सुजानमल सेठ, ट्रस्टी मेघराज जैन सहित समाज के वरिष्ठजनों एवं मालवांचल के श्रीसंघों द्वारा साध्वीश्री को श्रद्धांजली अर्पित की गई । उपाध्याय श्री नरेन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री हितेशचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री चन्द्रयशविजयजी म.सा. द्वारा प्रेषित शोक संदेश का वाचन भी किया गया । प.पू. ज्योतिष सम्राट मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म.सा. ने भी साध्वीश्री के दीर्घ संयम जीवन पर गहरा शोक देवलोकगमन व्यक्त किया ।साध्वीश्री को कांधा देने का लाभ राजेन्द्र विद्या संस्कार धाम, मेघराजजी चम्पालालजी लोढा, विजयकुमार धुलचंदजी बाफना, पिपाड़ा परिवार दसाई द्वारा दिया गया ।
जीवन परिचय
शासन ज्योति श्री महेन्द्रश्री जी म.सा.
परम पूज्य विदूषी शासन ज्योति साध्वी श्री महेन्द्रश्री जी म.सा. का जन्म कार्तिक सुदी 12, संवत 1980 में राजगढ़ (धार) में हुआ था । आपके पिता ओसवाल श्री केसरीमलजी बाफना व माता श्रीमती सूरजबाई धार्मिक प्रवृत्ति के सद्गृहस्थ थे । इनकी चार संतानों में दो पुत्र तथा दो पुत्री थी द्य इन्ही पुत्रियों में से एक का नाम चांदबाई था । यथा- अवस्था आपका विवाह दसई निवासी श्री सौभागमलजी पीपाड़ा के साथ संवत् 1994 में हुआ । मगर होनी को कुछ और ही मंजूर था । अभी हाथ की मेहंदी गीली ही थी कि माथे का सिन्दूर उजड़ गया चांदबाई की धार्मिक रुचि तो थी ही इस आघात ने उनके मन में वैराग्य उत्पन्न किया । पूज्य श्री मुक्तिश्री जी म.सा. के उपदेश से आपने अपना शेष जीवन जिनशासन को समर्पित करने का निश्चय किया एवं संवत् 2007/8 की वैशाख शुक्ल 10 को श्री मोहनखेड़ा तीर्थ में पूज्य मुनिराज श्री कल्याणविजयजी म.सा. से प्रवज्या ग्रहण कर ली । गृहस्थ जीवन में आपने माध्यमिक स्तर की स्कूली शिक्षा प्राप्त की थी । दीक्षा के उपरान्त आपने धार्मिक अध्ययन के साथ ही साथ औपचारिक शिक्षण को भी नियमित रखा व हायर सेकण्डरी किया । आपकी गुरु भक्ति व क्रिया- परायणता को देखते हुए आचार्य श्री यतीन्द्रसूरि जी म.सा. ने कार्तिक शुक्ल 11, सं. 2012 को श्री मोहनखेड़ा तीर्थ में ही आपको वृहत्त दीक्षा प्रदान की व मुक्तिश्री जी की शिष्या बनाई । श्री महेन्द्रश्री जी का विहार क्षेत्र काफी विस्तृत रहा है जिसमें सदूर कच्छ, बंगाल व कन्याकुमारी भी शामिल है । आपने राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, बंगाल, आन्ध्र आदि प्रदेशों में अपनी गुरुणी व शिष्याओं के साथ भ्रमण कर जैन धर्म का प्रचार - प्रसार किया । आपने संवत् 1921 के पश्चात् स्वतन्त्र रुप से चातुर्मास करना प्रारम्भ किया । आपने राजगढ़ (2011,12,35), पालीताणा (2021,38,40,52), आहोर (2018,31,37,41), धार (2034,53), थराद (2019,20,22), बडनगर (2028,55), बाकरा (2033,44,62), अहमदाबाद (2025,36,61), फिरोजाबाद (2029,30), जावरा (2008,15), अलिराजपूर (2009), कुक्षी (2010), रतलाम (2013), मंदसौर (2014), शिवगंज (2016), गुड़ा (2017), कोरटा (2023), जालोर (2024), आनंद (2026), इन्दौर (2027), सियाणा (2032), कोरा (2042), मोदरा (2043), दसई (2045), नवसारी (2046), मुम्बई (2047), कोइम्बटूर (2048), मद्रास (2041), गुण्टुर (2050), खाचरौद (2054) तथा मोहनखेड़ा (2063-65) में चातुर्मास किया । अस्वस्थता के कारण आप कुछ वर्षो से श्री मोहनखेड़ा तीर्थ में स्थीरवास कर रही थी । आपकी प्रेरणा व हस्ते फिरोजाबाद में मंदिर की प्रतिष्ठा व मुम्बई (कमाठीपुरा) में जिन मंदिर व गुरु प्रतिमा की स्थापना हुई । आपके करकमलों से बैंगलोर, कोइम्बटूर में श्री मुक्तिश्री जी म.सा. के साथ एवं बाद में नेल्लूर व गुंटूर में आपके द्वारा मंदिरों के शिलान्यास सम्पन्न हुए । संवत् 2048 में श्री मुक्ति श्री को शासन दीपिका पदवी में आपकी भूमिका महत्वपूर्ण रही व सारा कार्य आपकी देखरेख में सम्पन्न हुआ । आपकी प्रेरणा से अनेक आत्माओं ने संयम मार्ग को अपनाया । आपने दो वर्षीतप, सिद्धीतप, 20 स्थानक औली, काठियातप, संवशरण, 3 उपधान तप आदि कठिन तप किये है । आपको सं. 2029 में शासन ज्योति की पदवी से अलंकृत किया गया । प्रभुगुण गरिमा, महेन्द्र स्वाध्याय आदि पुस्तके प्रकाशित हुई है । आपका देवलोकगमन 17 फरवरी 2015 को प्रातः श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ में हुआ ।
सट्टा खेलते हुए आरोपी रंगे हाथों गिरफ्तार
झाबूआ--- थाना कोतवाली झाबुआ की पुलिस टीम ने आरोपी नाना उर्फ कमलेश पिता गोवर्धनलाल लुहार, उम्र 35 वर्ष निवासी झाबुआ को सट्टा लिखते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोपी के कब्जे से सट्टा पर्ची, नगदी 300/-रूपये जप्त किये गये। प्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अप0क्र0 102/15, धारा 4-क धुत अधिनियम का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
06 अपराधों में फरारी स्थाई वारंटी गनजी गिरफ्तार
झाबूआ--- पुलिस अधीक्ष्क, जिला झाबुआ श्रीमती कृष्णा वेणी देसावतु ने बताया कि थाना रायपुरिया पुलिस के द्वारा स्थाई वारंटी गनजी पिता कालिया भील, उम्र 35 वर्ष निवासी भूरी घाटी, जो कि फौ0मु0न0 498/1999, धारा 147,148,506,427 भादवि, फौ0मु0न0 498/1999, धारा 147,148,506,427 भादवि, फौ0मु0न0 201/1998, धारा 25-बी आम्र्स एक्ट, अपराध क्रमांक 447/1997, धारा 147,148,452,427,428 भादवि, अपराध क्रमांक 120/1997, धारा 379 भादवि, अपराध क्रमांक 454/2007, धारा 363,366,147 भादवि में फरार चल रहा था, को थाना प्रभारी रायपुरिया निरीक्षक एम0एल0गौड़, उप निरीक्षक झिरमल सापल्या, प्र0आर0 लालुसिंह द्वारा दबिश देकर गिरफ्तार किया गया। उक्त स्थाई वारंटी की गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक ने पुलिस टीम को बधाई दी एवं नगद ईनाम से पुरूस्कृत किये जाने की घोषणा की है।
अवैध शराब जप्त चार आरोपी गिरफ्तार
झाबूआ---थाना कोतवाली झाबुआ पुलिस के द्वारा आरोपी हुकुम पिता शोभाराम परिहार, उम्र 42 वर्ष निवासी गडवाडा के कब्जे से 12 बीयर शराब कीमती 1200/-रूपये की, थाना कल्याणपुरा पुलिस के द्वारा आरोपी सुरेश पिता नरसिंह, उम्र 24 वर्ष निवासी कल्याणपुरा के कब्जे से 20 लीटर कच्ची शराब कीमती 600/-रूपये की, आरोपी दिना पिता काना भूरिया, उम्र 27 वर्ष निवासी अंतरवेलिया के कब्जे से 24 क्वाटर देशी प्लेन शराब कीमती 960/-रूपये की, थाना कालीदेवी पुलिस के द्वारा आरोपी धुमा पिता सुभान पणदा, उम्र 25 वर्ष निवासी माछलिया के कब्जे से 24 क्वाटर देशी प्लेन शराब कीमती 720/-रूपये की जप्त की गई। इन प्रकरणों में अपराध क्रमांक 104,25,26,20/15, धारा 34-ए आबकारी एक्ट का कायम कर विवेचना में लिया गया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें