कम्युनिस्ट नेता व महाराष्ट्र में चुंगी-कर विरोधी आंदोलन के सूत्रधार गोविंद पी पंसारे व उनकी पत्नी को यहां सोमवार सुबह सैर के समय सागरमाला स्थित उनके घर के करीब दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी। पुलिस के अनुसार, सुबह करीब 8 बजे एक मोटरसाइकिल पर दो अज्ञात हमलावर आए। उन्होंने सैर पर निकले दंपति से उनका हाल-चाल पूछा और उसके बाद उन पर चार राउंड गोलियां चलाकर फरार हो गए। 82 साल के घायल अधिवक्ता व लेखक गोविंद पंसारे और उनकी पत्नी उमा को राहगीरों ने एस्टर आधार अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल उनका ऑपरेशन चल रहा है।
चिकित्सकों के मुताबिक, पंसारे की हालत 'नाजुक लेकिन स्थिर', जबकि उनकी पत्नी की हालत गंभीर व स्थिर बनी हुई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पंसारे व उनकी पत्नी पर हुए जानलेवा हमले को 'हैरान करने वाला और निंदनीय' बताया है। उन्होंने कहा कि दोषियों की धरपकड़ के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं।
फडणवीस ने कहा, मैं सकते में हूं। मैं पंसारे और उनकी पत्नी पर हुए हमले की पुरजोर निंदा करता हूं। मैंने कोल्हापुर के पुलिस अधीक्षक से बात की है और उन्हें जांच में तेजी लाने व हमलावरों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए 10 पुलिस टीमों का गठन किया गया है। राज्य के पुलिस प्रमुख जांच की निगरानी करेंगे।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री राम शिंदे ने घटना की निंदा की है। उन्होंने दोषियों की धरपकड़ के लिए राज्य में सभी मार्गो को बंद करने का आदेश दिया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने इस हमले को महाराष्ट्र के लोगों के लिए नृशंस व चिंता का विषय बताया है। पवार ने बताया, पंसारे अपने विचारों के पक्के आदमी हैं। वह बिना किसी के प्रति द्वेष भावना रखे हमेशा अपने हितों के लिए लड़े हैं। यह नियोजित हमला जान पड़ता है। मैं राज्य सरकार से हमलावरों को पकड़ने के लिए तुरंत कार्रवाई करने की अपील करता हूं। महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे ने इस 'कायराना' हमले की निंदा की है। वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता मुक्ता दाभोलकर ने इसे 'पूर्व नियोजित षड्यंत्र व धर्मनिरपेक्षता पर हमला' बताया, जबकि स्वाभिमानी शेतकारी संगठन व चुंगी-कर विरोधी कार्यकर्ता राजू शेट्टी (सांसद) ने भी इसकी निंदा की है।
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