नीतीश चैथी बार बने बिहार के मुख्यमंत्री
नरकटियागंज(पच) नीतीश कुमार को चैथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर शहर के जदयू पार्टीजनों में जश्न का माहौल दिखा। नगर अध्यक्ष मुरली मनोहर गुप्ता के नेतृत्व में पूर्व विधायक सुबोध कुमार पासवान, राजन मिश्र, अलखदेव पासवान, प्रकाश गुप्ता, अरविन्द मणी, अनिल कुमार, भोली उर्फ दीनानाथ सोनी, रजनीश कुमार उर्फ मुन्ना, विक्रमा चैधरी, अफरोज आलम तंजीम, कमरूल आरफीन, अजय कुमार, चन्द्र किशोर महतो ने अतीशबाजी की और मिठाइयाँ बाँटी। पूर्व विधायक सुबोध कुमार पासवान ने कहा कि माँझी ने दलितों के लिए काम अच्छा किया लेकिन वे विश्वासघाती है, इसलिए उन्होंने दलितो का विश्वास खो दिया है। दल के अन्य वरीय नेताओ ने भी मांझी पर अपनी भंडास निकाली। उक्त आशय की जानकारी नगर अध्यक्ष की प्रेस विज्ञप्ति द्वारा मिली।
नरकटियागंज अनुमण्डलीय अस्पताल को शीघ्र चालू कराया जाए आवाज
नरकटियागंज(पच) नरकटियागंज में अनुमण्डल अस्पताल का निर्माण स्वास्थ्य विभाग के आदेश संख्या 45(10) दिनांक 15 जून 2009 द्वारा प्रारंभ हुआ और निर्माण कार्य पूर्ण हो गया। जिसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का संचालन विगत दो वर्ष से जारी है। अनुमण्डलीय अस्पताल प्रारंभ करने के लिए नवनिर्वाचित विधायक रश्मि वर्मा ने क्षेत्र की जनता की हितों का ध्यान रखते हुए। विधानसभा में अनुमण्डलीय अस्पताल के लिए प्रश्न उठाया। विभागीय पत्राचार किया। उसके उपरान्त स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया। विभागीय पत्रांक 971(10) 19 दिसम्बर 2014, पत्रांक 989(10)20 दिसम्बर 2014 के अनुरूप सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी पश्चिम चम्पारण के पत्रांक 109 दिनांक 22 जनवरी 2015 निर्गत है। नरकटियागंज के समाजिक कार्यकर्ता और पटना हाई कोर्ट के अधिवक्ता मनौवर आलम ने अपने संगठन आवाज के पत्रांक 08/15 दिनांक 21 फरवरी 2015 के माध्यम से मुख्य सचिव बिहार सरकार, प्रधान सचिव विŸा विभाग बिहार, प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग बिहार, सचिव सह कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार, निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएँ बिहार को पत्र देकर निर्मित अनुमण्डलीय अस्पताल को चालू कराने का आग्रह किया है। चुकी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नरकटियागंज में स्वीकृत पद के अनुरूप न तो चिकित्सक पदस्थापित है और न चिकित्साकर्मी ही। स्वास्थ्य विभाग का यह कृत्य घोर अनियमितता, लापरवाही, मानवीय संवेदनहीनता और जनविरोधी है। इसलिए आवाज की मांग को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए, स्वास्थ्य विभाग के पत्रांक 45(10) दिनांक 15 जून 2009 के अनुरूप अनुमण्डली अस्पताल में चिकित्सा पदाधिकारी, पारा मेडिकल कर्मियांे की पदस्थापना व आवंटन किया जाए। अनुमण्डलीय अस्पताल की आधारभूत संरचना मानक के अनुरूप, मशीन, उपकरण, सामग्रियों की आपूर्ति कर अस्पताल को चालू कराए। बिहार सरकार के जनकल्याणकारी अनुमण्डलीय अस्पताल को चालू करने में बिलम्ब करने वाले अधिकारियों के विरूद्ध लापरवाही व उदासीनता बरतने जैसे कार्य के लिए उनके विरूद्ध विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए, आवाज को कार्रवाई से अवगत कराया जाए।
एसपी के जनता दरबार का मामला लम्बित, कार्रवाई पर संदेह
नरकटियागंज(पच) गौनाहा थाना के निवासी अम्बिका बैठा पिता स्व.सरयुग बैठा ने पश्चिम चम्पारण के बेतिया पुलिस के जिला कप्तान सौरभ कुमार शाह से पुलिस अधीक्षक बेतिया के जन शिकायत कोषांग में निबंधन संख्या 9240/2014 दिनांक 18 दिसम्बर 2014 में मिलकर शिकायत दर्ज कराया कि उनके पुत्र के साथ दुव्र्यवहार किया गया। उसके बाद उसने शिकारपुर पुलिस में घटना की प्राथमिकी दर्ज कराई। उस प्राथमिकी का उठा लेने के लिए उनके पुत्र पर दवाब बनाया गया और कातिलाना हमला किया गया। जिस संबंध में गौनाहा थाना में प्राथमिकी दर्ज हैं। उनके पुत्र के जान के दुशमन बने लोगों ने शिकारपुर पुलिस के अंचल निरीक्षक से मिलकर नरकटियागंज में एक मामला दर्ज कराया जिसमें अम्बिका बैठा ने अपने पुत्र को अभियुक्त बनाया गया। श्री बैठा ने बताया है कि उनके पुत्र मंजय लाल सत्यम को पुलिस के अधिकारी किसी भी मामले में फँसाकर जेल भेजने के मूड में है। इसके लिए वे किसी हद तक जाने में नहीं हिचकेंगे। श्री बैठा ने कहा कि उनका पुत्र मीडिया के क्षेत्र में काम करता है और उसका काम गरीब व असहाय तथा दलितो व पिछड़ों के हित में है। यह काम कुछ लोग व उनके पालतू बिचैलियो को पसंद नहीं, जिसके कारण उनके पुत्र पर अत्याचारों की लम्बी फेहरिस्त बना दी गयी है। उपर्युक्त बातों के साथ श्री बैठा ने बताया कि उनका पुत्र अभी जमानत पर है और मीडिया का काम कर रहा है अलबŸाा उसे फँसाने की साजिश जारी है। पूरे प्रकरण में एसपी बेतिया की चुप्पी संदेहास्पद है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें