सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर (24 फ़रवरी) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 25 फ़रवरी 2015

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर (24 फ़रवरी)

निराश्रृत तथा मानसिक एवं बहू विकलांग बच्चो को दिलाएं लाभ

sehore news
सीहोर, 24 फरवरी,2015, योजना आर्थिक एवं साख्यिकी विभाग तथा जन अभियान परिषद द्वारा कलेक्ट्रट सभा कक्ष में आज स्वैच्छिक एवं स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से शासकीय योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिये बैठक एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया। कलेक्टर जिला सीहोर डाॅ. सुदाम खाड़े की अध्यक्षता में आयोजित कार्यशाला एवं बैठक में जिले के स्वयं सेवी संस्थानो के प्रमुखों के साथ मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत, डाॅ. आर.आर.भोंसल, जिला समन्वयक, जन अभियान परिषद, श्री रामराव राघुवंशी, जिला योजना अधिकारी श्री संजय, जिला चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी, जिला रोजगार अधिकारी, महिला एवं बाल विकास अधिकारी, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र, पंचायत एवं सामाजिक न्याय विभाग अधिकारी, जिला समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन, उपसंचालक कृषि, उपसंचालक पशु चिकित्सा सहित समस्त विभागों के विभाग प्रमुख उपस्थित रहे। 

स्वैच्छिक संगठनों के सहयोग से बढ़ेगी जागरूकता 
डाॅ. खाड़े ने बैठक में संबोधित करते हुये कहा की स्वैच्छिक एवं स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से शासकीय योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र हितग्राही तक पंहुचेगा। जिससे न काई छूटेगा और न कोई रूठेगा यह धारणा मूर्त रूप लेगी। 

स्वस्थ्य महिला माॅ एवं बच्चो से होगा सशक्त समाज का निर्माण
स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ जिले के बच्चों, महिलाओं को मिले इसके लिये स्वैच्छिक एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को आगे आना होगा। जिले में शत-प्रतिशत नवजात शिशुओं गर्भवती माॅ का टीकाकरण हो, एनीमियां तथा कुपोषण से माॅ एवं बच्चे को मुक्ति मिले इसके लिये उन्हे आरोग्य केन्द्रों में लेजाने में यह संस्थान अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। डाॅ. खाड़े ने बताया कि सर्वेक्षण के अनुसार एक लाख में से तीन सौ महिलाओं की मृत्यु असुरक्षित प्रसव से हो जाती है। जिसको रोकने के लिये प्रत्येक महिला का प्रसव स्वास्थय केन्द्र में हो, परिवार नियोजन के साथ बच्चों के बीच का अंतर बने इसके लिये स्वैच्छिक एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को जागरूकता फैलानी होगी। 

भागीरथ बनें किसान, आजीविका योजनाओं से जुडे़ महिलाएं 
बैठक के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ. भोंसले ने स्वैच्छिक एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को संबोधित करते हुये कहा कि ग्रामीण विकास योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन एवं जागरूकता के लिये संस्थाओं को आगे आना होगा तथा जिला पंचायत समस्त सहयोग के लिये तत्पर रहेगा। ग्रामीणेंा में शुध्द पेयजल उपयोग, अपशिष्ट प्रवधन, शौचालय निर्माण एवं उपयोग तथा जल संरक्षण एवं सवर्धन से योजनाओं का लाभ एवं जागरूकता में संस्थाओं के माध्यम से बेहतर परिणाम लाया जा सकता है। 
                           
ताकि बची रहे मिट्टी की सौंधी महक 
स्वैच्छिक एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को संबोधित करते हुये कलेक्टर ने कहा की जिले के कृषक फसल कटाई के उपरांत खेतों में आग लगा देते है। जिससे मृदा को उपजाऊ बनाने वाले सूक्ष्म कृमि मर जाते है ओर मृदा की उपजाऊ क्षमता कम हो जाती है। कृषको को मृदा परीक्षण, रसायनिक खाद्यो के संतुलित उपयोग, जैविक खाद एवं खैती के प्रति जागरूकता के लिये संस्थाएं आगे आएं ओर किसानो को जागरूक करें। 

निराश्रृत तथा मानसिक एवं बहू विकलांग बच्चो को दिलाएं लाभ
सीहोर जिले में ऐसे बच्चे जिनके माता-पित अथवा कोई भी अभिभावक नही है उनके लिये बाल विकास समिति कार्य कर रही है। इस समिति में प्रत्येक निराश्रृत बच्चों का पंजीयन हो तथा मानसिक एवं बहू विकलांग बच्चो के पंजीयन में स्वैच्छिक एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को अपना सहयोग प्रदान करना होगा। जिससे जिले का कोई भी बच्चा छूटने न पाएं। प्रत्येक शासकीय विद्यालय एवं आॅगनवाड़ी केन्द्र  समय से खुले तथा ऐसे बच्चे जो स्कूलो में अघ्ययन नही करते उनका स्कूलो में दखिला हो ओर खेल मैदानो के उपयोग से जिले में खेल-कुद के विकास की भावना विकसित हो जिसके लिये संस्थाओं को आगे आना होगा।  
 
पल्स पोलियो अभियान के लिए जिला कार्यबल की बैठक संपन्न
  • 1 मार्च 2015 से प्रारंभ होगा द्वित्तीय चरण का पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान

1 मार्च 2015 से आयोजित होने वाले राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण कार्यक्रम (आर.आई.पी.पी.) के अंतर्गत  जिला टास्कफोर्स की बैठक कलेक्टर डाॅ.सुदाम खाडे़ की अध्यक्षता में गत दिवस आयोजित की गई। बैठक में जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ.ए.के.जैन,यूनीसेफ भोपाल से डाॅ.जोषी, सिविल सर्जन,सहित षिक्षा विभाग,महिला एवं बाल विकास विभाग,आदिम जाति कल्याण विभाग, सहित अन्य विभागों एवं स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी उपस्थित थे। पल्स पोलियो  टीकाकरण अभियान के अंतर्गत 0 से 5 साल तक के करीब 1 लाख 90 हजार 811 बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कलेक्टर महोदय ने अभियान की सफलता के लिए सभी जरूरी दिषा निर्देष स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को तथा बैठक में उपस्थित अन्य विभागों के अधिकारियों को दिए।  मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.आर.के.गुप्ता ने बताया कि जिले के समस्त विकासखण्डों में ए तथा बी टाईप 1288 बूथ बनाए गए हैं। अभियान की सफलता केे लिए 3332 वैक्सीनेटर की व्यवस्था की गई है। तथा 209 सुपरवाईजर्स की ड्यूटी अभियान की सौ प्रतिषत सफलता के लिए लगाई गई है। द्वित्तीय एवं तृत्तीय दिवसों के लिए घर-घर जाकर पोलियो टीकाकरण के लिए 1666 कर्मचारियों की सेवाएं ली लाएगी। सीहोर शहरी क्षेत्रों में 18 हजार 62 बच्चों को पल्स पोलियो टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिले के आष्टा ब्लॅाक में 0 से 5 साल तक के सर्वाधिक 45 हजार 307 बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। डाॅ.गुप्ता ने बताया कि दिवसवार ग्रामीण क्षेत्रों में 80 से 100 घर प्रति टीम एवं शहरी क्षेत्रों में 250 से 350 तथा बी टाईप 150 से 250 बूथों पर पर पल्स पोलियो की खुराक  पिलाई जाएगी। कलेक्टर महोदय ने बैठक में निर्देष दिए गए लक्षित कोई भी बच्चा पल्स पोलियों टीकाकरण से वंचित न रहे इस बात का विषेष ध्यान रखा जाएं। कलेक्टर महोदय ने सभी बीएमओ को निर्देष दिए कि सेक्टर,ब्लाॅक,षहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मैदानी कर्मचारियों की बैठक आयोजित कर सूक्ष्म कार्ययोजना बनाकर अभियान को सफल बनाया जाएं। राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की सफलता के लिए जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया जाएगा। 

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