एसएसपी व एंटी माइनिंग की संयुक्त कार्यवाहीं पर उठें सवाल ?
देहरादून,16 फरवरी। शनिवार की देर रात एसएसपी दून व एंटी माइनिंग विजिलैंस के संयुक्त अभियान के दौरान लगभग 35 वाहन अवैध खनन व ओवरलोडिंग में पकड कर सीज किये गये। जहाॅ एक ओर पुलिस कप्तान दून की इस कार्यवाहीं पर लोग उन्हें बधाईयाॅ दे रहें है तो वहीं दूसरी ओर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि क्षेत्रीय पुलिस प्रशासन पर गम्भीर आरोप लगाते हुये उन पर निलम्बन व बर्खास्तगीं की मांग कर रहें है। बीती देर रात्री एसएसपी देहरादून व एंटी माइनिंग विजिलैंस के द्वारा पूरे पछवादून में अवैध खनन को लेकर एक संयुक्त गुप्त अभियान चलाया गया जिसमें एसएसपी के नेतृत्व में वाहनों की चैंकिंग कर 35 वाहन ओवरलोडिंग व अवैध खनन में सीज किये गये। जिस पर जहाॅ एक ओर कुछ क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि पुलिस कप्तान के इस कार्य को सराहनीय बता रहें है तो वहीं दूसरी ऐसे जनप्रतिनिधि भी है जो इस कार्यवाहीं को लेकर क्षेत्रीय प्रशासन पर अवैध खनन में संलिप्तता बता रहें है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि यह क्षेत्र के लिये बहुत ही शर्म की बात है कि क्षेत्रीय पुलिस की नाक के नीचे अवैध खनन चल रहा है और जिसे रोकने के लिये खुद पुलिस कप्तान को स्वयं पछवादून में आकर कार्यवाहीं करनी पडी। शनिवार देर रात्रि के समय चार घंटो की कार्यवाहीं में लगभग 35 वाहन पकडे गये इसका मतलब प्रतिदिन सैकडो की तादाद में अवैध खनन से भरे वाहन क्षेत्रीय पुलिस प्रशासन की संलिप्तता से ही चल रहें है। क्षेत्रीय प्रशासन इस पर कोई कार्यवाहीं नहीं कर रहा वह सिर्फ और सिर्फ खनन माफियाओं से सांठगाठ में लगा हुआ है। वहीं दूसरी ओर मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने इस कार्यवाहीं पर क्षेत्रीय पुलिस प्रशासन की भूमिका पर उंगली उठाते हुये एंटी माइनिंग विजिलैंस के मुखिया संजय गुंजयाल को फैक्स कर, क्षेत्रीय पुलिस अधिकारियों पर उनकीं संलिप्तता को लेकर उन पर कानूनी कार्यवाहीं करते हुये राष्ट्र द्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। वहीं पूर्व विधायक भाजपा विकासनगर कुलदीप कुमार का कहना है कि भाजपा के द्वारा समय समय पर अवैध खनन के इस काले कारोबार का विरोध किया गया पर राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा इस पर समय रहते कार्यवाही न किये जाने से खनन मे लिप्त लोग सरकार पर ही हांवी होते गये इसी का नतीजा है कि प्रशासन द्वारा की गई इस कार्यवाही मे इस कदर अवैध खनन की बात सामने आई।
हिमालय पर्यावरण एवं विकास संस्थान का सांसद ने किया भ्रमण
देहरादून,16फरवरी(निस)। सांसद अजय टम्टा ने गो0 ब0 पन्त हिमालय पर्यावरण एवं विकास संस्थान, कोसी कटारमल, अल्मोडा़ का भ्रमण किया। संस्थान के निदेशक डा0 पी0 पी0 ध्यानी द्वारा टम्टा को संस्थान में चल रही शोध एवं विकास से सम्बन्धित विभिन्न गतिविधियों के बारे में अवगत कराया गया। इस दौरान उन्होंने संस्थान की विभिन्न प्रयोगशालाओं का भ्रमण किया। संस्थान की प्रयोगशालाओं में उपलब्ध उपकरणों व विशेषज्ञता के सन्दर्भ में, प्रसन्नता जताई व इस सुविधा का उपयोग बृहद संदर्भ में किये जाने हेतु सुझाव दिया कि संस्थान को जैविक प्रमाणीकरण की दिषा में आगे आना चाहिए ताकि कृषकों को उनके जैविक उत्पाद का समुचित लाभ मिल सके। संस्थान द्वारा जन साधारण को एवं मुख्यतः कृषकों को दी जा रही प्रशिक्षण सुविधा को लाभ आस-पास के गांवो में और अधिक सदृढ़ता से दिये जाने का सुझाव दिया। संस्थान द्वारा आस-पास के गांवांे के बच्चों की संस्थान के अंदर शिक्षण सुविधा व प्रारम्भिक चिकित्सा सुविधा को कियो प्रयासों की सराहना की। वर्ष 2015 हेतु सांसद महोदय द्वारा अंगीकृत ग्राम सूपी, बागेश्वर जनपद में संस्थान के कार्यक्रम कर ग्रामीणों की आजीविका वृद्धि एंव पर्यावरणीय संरक्षण में सहयोग की अपेक्षा की। सांसद महोदय द्वारा सुझाया गया कि संस्थान को चीड़ पिरूल से टाईल्स बनाये जा सकने की सम्भावना पर अध्ययन करना चाहिए। संस्थान द्वारा प्रस्तावित हिमालय के जन प्रतिनिधियों के साथ सम्मेलन के आयोजन हेतू संासद महोदय ने संयोजन में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। संस्थान की गतिविधियों के बारे में जानने और देखने के बाद श्री टम्टा ने पर्यावरण संस्थान के निदेशक को धन्यवाद दिया और आशा की कि भविष्य में यह संस्थान हिमालय क्षेत्र के लिए आदर्श संस्थान साबित होगा जिसमें हिमालयी पर्यावरण से सम्बन्धित शोध और विकास को और नजदीक से समझने की दिषा में गति मिलेगी। निदेशक पर्यावरण संस्थान डा0 पी0 पी0 ध्यानी ने सांसद अजय टम्टा का संस्थान में भ्रमण व संस्थान की गतिविधियों में रूचि दिखाने हेतु आभार व्यक्त किया व आवश्वासन दिया कि उनके द्वारा सुझाये गये कार्यो को संस्थान वरीयता के आधार पर आगे बढायेगा।
महा-शिवरात्रि के पावन पर्व पर राज्यपाल ने दी बधाई
देहरादून,16फरवरी(निस)। उत्तराखण्ड के राज्यपाल डा0 कृष्ण कांत पाल ने महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर देवभूमि के सभी नागरिकों को हार्दिक शुभकामनायें एवं बधाई दी है। ‘शिव अवतरण‘‘ की पूर्व संध्या पर जारी संदेश में राज्यपाल ने कहा देवाधिदेव भगवान शंकर के अवतरण का यह पर्व ‘शिव और शक्ति‘ के मिलन और आराधना का पर्व है। सत्य, सरलता, समानता, न्याय एवं परोपकार पर आधारित ‘भेाले नाथ‘ के जीवन दर्शन को अपनाकर ही उनके प्रति अपनी सच्ची श्रद्धा और आस्था व्यक्त की जा सकती है।
सदस्यता अभियान को सफल बनाना हर कार्यकर्ता का दायित्वः किशोर
देहरादून,16फरवरी(निस)। प्रदेश कांगे्रस कमेटी के अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की अध्यक्षता में सदस्यता अभियान को गतिशील बनाने के लिए जिला प्रभारियों की प्रदेश कांगे्रस मुख्यालय में एक आवश्यक बैठक आहूत की गई। बैठक में अखिल भारतीय कांगे्रस कमेटी के सचिव और उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सह प्रभारी संजय कपूर विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि सदस्यता अभियान को सफल बनाना प्रत्येक कार्यकर्ता का दायित्व है तथा इस चुनौती पूर्ण समय में सदस्यता अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने का अनुरोध किया है। श्री उपाध्याय ने प्रदेश में चलाये जा रहे सदस्या अभियान के संबंध में विस्तार से अपने विचार व्यक्त करते हुए दावा किया कि प्रदेश में सदस्यता अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है और जो भी सीमा अ0भा0 कांगे्रस कमेटी द्वारा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के लिए तय की गई हम उस लक्ष्य से भी अधिक सदस्य प्रदेश बनायेंगे। जिला कांगे्रस कमेटी द्वारा बूथवार कम से कम दो सक्रिय सदस्य बनाने का प्रयास किया जा रहा है। जिसमें अधिकांश जनपदों में 75 प्रतिशत सदस्यता अभियान पूर्ण किया जा चुका है। बैठक को संबोधित करते हुए श्री कपूर ने केन्द्रीय हाईकमान से प्राप्त निर्देशों पर विस्तृत रूप से चर्चा की और जिला प्रभारियों से 20 फरवारी से 27 फरवरी के बीच में अपने-आपने प्रभार वाले जनपदों में व्यापक भ्रमण कर सदस्यता अभियान में गति प्रदान करते हुए सदस्यता फार्म जिला कांगे्रस कमेटी के माध्यम से प्रदेश मुख्यालय में जमा करने में सक्रिय भागीदारी निभाने का अनुुरोध किया। श्री कपूर ने कहा कि इस संबंध में विधायकों, पूर्व विधायकों, वर्तमान व पूर्व सांसदों, कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से भी सदस्यता अभियान को संफल बनाने में सक्रिय भागीदारी करने का अनुरोध किया जायेगा। प्रदेश के मुख्य समन्वयक जोत सिंह बिष्ट ने सदस्यता अभियान के कार्यक्रमों के संबंध में विस्तार से जानककारी दी तथा इस दिशा में प्रदेश कांगे्रस कमेटी द्वारा किये जा रहे प्रयासों से अवगत कराया। श्री बिष्ट ने संगठानात्मक इकाईयों के प्रस्तावित परिसीमन के संबध में जानकारी दी। ज्ञातव्य है कि कांगे्रस पूरे प्रदेश में नये संगठानात्कम जिला एवं विकासखण्डों का गठन करने जा रही है। बैठक में उपस्थित समस्त जिला प्रभारियों ने प्रदेश अध्यक्ष एवं सहप्रभारी को भरोसा दिलाया कि सदस्यता अभियान में निर्धारित लक्ष्य से भी अधिक सदस्य बनाने का प्रयास किया जायेगा। बैठक में केदार सिंह रावत, राजेश जुवांठा, बलबीर सिंह नेगी, चमन सिंह, काजी निजामउद्दीन, जोत ंिसंह गुनसोला,करन महरा, विजय सारस्वत, योगेन्द्र खण्डूरी, राजपाल बिष्ट,प्रकाश तिवाड़ी, पुष्करराज जैन, मुख्य समन्वयक जोत सिंह बिष्ट, कार्यक्रम प्रभारी राजेन्द्र शाह, प्रदेश प्रवक्ता/कार्यक्रम प्रभारी मथुरा दत्त जोशी, सदस्यता समन्वयक सुन्दर मुयाल,सह समन्वयक टीका राम पाण्डेय, सुरेन्द्र रांगड एवं विनोद चैहान आदि उपस्थित रहे।
पारितंत्र संतुलन को कृषि वानिकी आज की जरूरतः भोजवैद
देहरादून,16फरवरी(निस)। किसानों की अर्थव्यवस्था में सुधार करने और प्रकृति में पारितन्त्र का संतुलन बनाए रखने के लिए कृषि वानिकी आज की जरूरत है। फार्म भूमि पर कृषि वानिकी के प्रभावी उपयोग के लिए जागरूकता और तकनीकी जानकारी की आवश्यकता होती है। इसे ध्यान में रखते हुए वन अनुसंधान संस्थान देहरादून में बिहार राज्य के वनपालों एवं वन रक्षकों के लिए ‘‘कृषि वानिकी एवं भूमि प्रबंध’’ तथा ‘‘पौधशाला एवं रोपण तकनीक’’ पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला शुरु हुई। इस प्रशिक्षण कार्यशाला में विभिन्न वन प्रभागों से 30 वनपाल एवं वन रक्षक भाग ले रहे हैं। यह प्रशिक्षण राज्य के वनावरण में वृद्धि करने के लिए बिहार सरकार द्वारा शुरू किए गए हरियाली मिशन का एक भाग है। डा. पी.पी. भोजवैद निदेशक वन अनुसंधान संस्थान ने विस्तार प्रभाग के सम्मेलन कक्ष में प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा कि बिहार में कृषि वानिकी की काफी गुंजाइश है, क्योंकि यह राज्य कृषि वानिकी के तहत रोपण के लिए वांछित आधारभूत संसाधनों में समृद्ध है। उन्होंने कहा कि यदि राज्य में प्लाइकाष्ठ जैसे काष्ठाधारित उद्योग स्थापित किए जाएं तो युवाओं को उसी स्थान पर रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे साथ ही साथ किसानों को उनके कृषि वानिकी उत्पादों की उचित कीमत भी मिलेगी। इससे राज्य में पौधशाला विकास, रोपण और कृषि वानिकी की क्षमता का विकास भी होगा। उन्होंने कहा कि कृषि वानिकी तब ज्यादा लाभकारी सिद्ध होगी यदि उत्पादों को इसकी उपज से स्थानीय रूप में तैयार किया जाए और इन इलाकों में बाजार विकसित किए जाएं। यह निश्चित रूप में लागत प्रभावी होगा। प्रशिक्षणार्थी पौघशालाओं, कृषि वानिकी क्षेत्रों और काष्ठाधारित उद्योगों का भी भ्रमण करेंगे। संदीप कूजूर प्रमुख विस्तार प्रभाग ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा कि सहभागी हमारे विषय विशेषज्ञों से विशिष्ट जानकारी प्राप्त करंेगे और अपनी दक्षता में सुधार करेंगे। उन्होंने बिहार राज्य में कृषि वानिकी को प्रोत्साहित करने पर भी जोर दिया। कुणाल सत्यार्थी प्रमुख वन संवर्धन प्रभाग ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वन अनुसंधान संस्थान वानिकी आधारित जानकारी का भण्डार है और प्रशिक्षणार्थियों को इन प्रशिक्षण से ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल करनी चाहिए। उद्घाटन सत्र में डा0 परमजीत सिंह, डा0 दिनेश कुमार, डा0 एम.के. गुप्ता, डा0 मीन बख्शी, डा0 चरणसिंह, राजवीर सिंह तथा संस्थान के अन्य वैज्ञानिक एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे।
फार्मासिस्ट निलंबित, चिकित्सा अधीक्षक का वेतन रोका
- डीएम ने जिला अस्पताल में मारा छापा,निरीक्षण के दौरान अस्पताल में मिली अव्यवस्थायें
देहरादून,16फरवरी(निस)। उधमसिंह नगर के जिलाधिकारी डाॅ. पंकज कुमार पाण्डेय द्वारा जवाहर लाल नेहरू राजकीय जिला चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होने अव्यवस्थायें मिलने पर चिकित्सा अधिकारियों को कड़ी फटकार लगायी और लापरवाही पर एक फार्मासिस्ट को निलंबित करने के आदेश दिये। जिलाधिकारी सोमवार प्रातः 9.30 बजे जिला चिकित्सालय पहुंचे । उस समय चिकित्सालय में सफाई का कार्य चल रहा था। उन्होंने मौके पर मौजूद चिकित्सकों को निर्देश देते हुये कहा कि सफाई का कार्य प्रातः 8 बजे पूरा हो जाना चाहिये । जिलाधिकारी द्वारा बाल रोग विशेषज्ञ कक्ष, प्राइवेट वार्ड, नाक, कान गला कक्ष पैथोलाॅजी लैब, फिजियोथेरेपी आदि कक्षों का भी निरीक्षण किया। डा0 एपी सिंह के कक्ष में नगर के एक पैथोलाॅजी लैब का पैड पाये जाने को गंभीरता से लेते हुये इस पर कार्यवाही के निर्देश दिये। जिलाधिकारी द्वारा दवा व इजेक्शन कक्ष का भी निरीक्षण किया गया। इजेक्शन कक्ष में गंदगी को देख जिलाधिकारी रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जब चिकित्सालय में खुद सफाई नही है तो वह लोगों का कैसे इलाज करेंगे। जिलाधिकारी द्वारा दैनिक पंजिका को भी देखा। जिसमें आज के दिनांक का कोई भी कैश नही चढ़ाया गया था । इजेक्शन कक्ष में एक मरीज पाया गया जिसकी पर्ची में डा0 द्वारा कुछ भी नही लिखा गया था। फार्मसिस्ट द्वारा उसे इजेक्शन लगाने की तैयारी की जा रही थी। इस प्रकार की लापरवाही को गंभीरता से लेते हुये जिलाधिकारी द्वारा वहां पर कार्यरत फार्मसिस्ट को निलम्बित करने के निर्देश दिये। पैथोलाॅजी लैब का निरीक्षण करने के बाद जिलाधिकारी ने पैथोलाॅजी लैब में तैनात कार्मिकों को एक माह में ब्लड के जो नमूने टेस्ट किये गये है उसकी सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। मरीजों द्वारा जो खून के नमूने टेस्ट करवाये जाते है उनसे फीस ली जाती है जिसकी पर्ची दो प्रतियों में कटी हुई मिली उसमें से एक प्रति मरीज को नही दी गई थी इसे गंभीरता से लेते हुये जिलाधिकारी ने इसकी भी जांच कराने के निर्देश दिये। चिकित्सालय में कई अनियमितता पाये जाने पर प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डाॅ0 हरीश लाल का माह पफरवरी का वेतन रोकने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी द्वारा डिलीवरी कक्ष का भी निरीक्षण किया गया। उन्होंने निर्देश दिये कि वार्ड में विशेष साफ सफाई की व्यवस्था होनी चाहिये तथा कक्ष में महिला भर्ती है उन्हें कम्बल के साथ साथ निःशुल्क भोजन व दवायें सुलभ होनी चाहिये। जिलाधिकारी ने सीएमएस को निर्देश दिये कि प्रदेश में इस समय स्वाइन फ्रलू का प्रकोप चल रहा है इसके मद्देनजर विशेष चैकसी बरती जाय। इसके लिये सभी चिकित्सक संबेदनशील होकर कार्य करें। जब उन्होंने डा. लाल से क्षेत्र में स्वाइन फ्रलू पर नियंत्रण के लिए किये जा रहे उपायों की जानकारी मांगी तो वह टाल मटोल करने लगे। जिलाधिकारी द्वारा जब उनसे पूछा गया कि स्वाइन फ्रलू से सम्बन्धित दवाएं चिकित्सालय में उपलब्ध हैं तो उन्होंने जबाव दिया कि इस संबंध में विभाग के उच्चाधिकारियों से आग्रह किया गया है। जिलाधिकारी ने उन अधिकारियों की भी जानकारी मांगी जिनसे बातचीत हुई साथ ही डा. लाल से सभी विभागीय उच्चाधिकारियों से हुई बातचीत का लिखित ब्यौरा भी मांगा। इस दौरान डीएम श्री पांडे द्वारा जननी सुरक्षा योजना की जानकारी भी हासिल की गई। उन्होंने कहा कि इस योजना के अन्तर्गत जिन महिलाओं को धनराशि उपलब्ध कराई जाती है वह प्रसव के तुरन्त बाद वार्ड में ही उपलब्ध हो जानी चाहिये। उन्होंने कहा कि योजना के अन्तर्गत खुशियों की सवारी के माध्यम से जिन महिलाओं को चिकित्सालय से घर तक छोडा जाता है वाहनों द्वारा उसे छोडा जा रहा है या नही इसकी क्रास चैकिंग कराई जाय। उन्होंने कहा कि जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत सरकार द्वारा जो प्रोत्साहन राशि दी जा रही है वह समय पर पात्र महिलाओं को मिल जानी चाहिये । जिलाधिकारी ने कहा कि सभी चिकित्सक संवेदनशील होकर मरीजों का उपचार करें। उन्होंने कहा कि समय-समय पर चिकित्सालयों का औचक निरीक्षण किया जायेगा। जो चिकित्सक ड्यूटी से नदारत रहेगे उनके खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी ने चिकित्सालय के शौचालयों के भी सापफ सफाई के निर्देश दिये।उन्होंने निरीक्षण के दौरान कक्षों से नदानद मिले चिकित्सकों से जबाव तलब करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर डाॅ.अमिता उप्रेती, डाॅ. एपी सिंह अन्य लोग उपस्थित थें।
छूट का जमकर फायदा उठा रहे मदिरा विके्रता
देहरादून, 16 फरवरी(निस)। प्रदेश में शराब पर वैट में छूट देने का सरकार का उददेश्य हासिए पर दिख रहा है। सरकार द्वारा दी गई छूट का फायदा ज्यादातर मदिरा दुकानदारों को हो रहा है। कई शराब की दुकानों पर एमआरपी से ज्यादा मूल्य पर शराब बेची जा रही है। इस मनमानी को रोकने के लिए शासन स्तर पर बनाई रणनीति पर कोई काम नहीं हो पाया है। शासन की सुस्ती को देखते हुए आबकारी विभाग ने भी मनमानी करने वाले मदिरा दुकानदारों को पूरी छूट दे रखी है। हालत यह है कि वैट कम कर राजकीय आय कम करने का सरकार का उददेश्य केवल मदिरा दुकानों को ही फायदा पंहुचा रहा है। रावत सरकार में कैबिनेट निर्णयों पर कार्यवाही की गति बहुत धीमी दिख रही है। कई निर्णय तो ऐसे हैं, जो लाल लेटर से आगे नहीं बढ़ पाए। शासन स्तर पर हरीश रावत सरकार के कार्यकाल में लिए गए ज्यादातर निर्णय फाईलों की शोभा बढ़ रहे है। आबकारी विभाग के तहत लिया गया निर्णय भी एक बड़ा उदाहरण है। जिस पर शासन से लेकर अबाकारी विभाग ने कोई हरकत नहीं दिखाई। शासन स्तर से बरती गई नरमी का फायदा अब मनमानी करने वाले शराब के दुकानदार उठा रहे हैं। बताते चले कि राज्य सरकार ने शराब में वैट छूट प्रदान की है। इस छूट के पीछे सरकार ने शराब सस्ती होने पर राजस्व में आमदनी बढने का तर्क दिया था। लेकिन शायद ही सरकार का यह तर्क राज्य की आमदनी बढ़ाने का कारण बन रहा हो। क्योंकि वैट में छूट का फायदा सीधा शराब की दुकानदारों को ही मिल रहा है। टैक्स की दर कम होने से दुकानदारों पर इसका भार कम पड़ रहा है। जबकि वैट में छूट देने के बावजूद भी शराब के दामों में कोई खास कमी नहीं आई है। बल्कि कई दुकानों पर एमआरपी से ज्यादा मूल्य पर शराब बेची जा रही है। इस मनमानी को रोकने के लिए हरीश सरकार के कार्यकाल में 22 फरवरी 2014 को कैबिनेट में निर्णय लिया गया था। राज्य में देशीध्विदेशी मदिरा के एमआरपी मूल्य से ज्यादा दाम पर शराब बेचने पर जुर्माना लगाया जाएगा और दुकान को निलम्बित किए जाने का प्रावधान भी किया गया। जिसके बाद शराब की वोतलों पर कैश मेमो लगवाने पर विचार किया गया। लेकिन आबकारी विभाग की मेहरबानी और शासन की सुस्ती के चलते शराब के शौकीनों को इसका फायदा नहीं मिल रहा है। टैक्स में छूट देकर राजस्व की हानी तो हो रही है साथ ही छूट के उददेश्य भी हासिए पर चला गया है। वहीं सवाल उठ रहा है कि आखिर शासन और आबकारी विभाग मनमानी करने वाले शराब के ठेकों पर कार्यवाही क्यों नहीं कर रहा है। जबकि कैबिनेट में करीब एक साल पहले इसके खिलाफ निर्णय भी लिया गया है।
भाजयुमों ने किया आरटीओ का घेराव
देहरादून, 16 फरवरी(निस)। भारतीय जनता युवा मोर्चे ने सिटी बस और विक्रम चालकों के मनमाने रवैये के खिलाफ आरटीओ कार्यालय में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौपा। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे विपिन राणा ने कहा कि लगातार केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल डीजल की कीमत घटने पर भी बसों और विक्रमों को किराया कम नही किया जा रहा है। उन्होंने बसों से ओवर लोडिग हो रहा है लोग लगातार यात्रा करते है। दुर्घटनाओं की संभावना सदैव ही बनी रहती है। उन्होंने कहा कि जिलाधिाकारी के निर्देश कि मेन सिटी में वाहन गति सीमा २० केएमपीएच व ३० केएमपीएच का पालन नहीं हो रहा है और निरंतर दुर्घटनायें बढ़ रही है। सिटी बसे बेलगाम है आय दिन हादसे हो रहे है यात्रियों को कई बार तो टिकट तक नहीं दिये जाते है। उन्होंने कहा कि बाइक सवार कई नौजवान तेज गति से गाड़ी चलाते व स्टन्ड करते खुलेआम नजर आते है जिससे उनकी व अन्य लोगों की जान को खतरा बना रहता है। महानगर महामंत्री सचिन गुप्ता व हिमांशु पैन्यूली ने कहा कि यदि इन सभी विषयों पर तुरन्त कार्यवाही कर सुधार नहीं किया तो भाजयुमों उग्र आंदोलन करने पर बाध्य होगे। प्रदर्शन के दौरान हिमांशु पैन्यूली, प्रवीन चैहान, अमिम सुखसाल, अमर सिंह, संजीव शर्मा, जायपाल वाल्मीकि, धर्मेन्द्र गुप्ता, जसबीर सिंह, विपिन, उमाशंकर रघुवंशी, महेन्द्र सिंह चैहान आदि मौजूद थे।
अफसरों पर प्रभाव नहीं डाल रहीं सीएम की नसीयत
देहरादून, 16 फरवरी(निस)। मुख्यमंत्री अफसरों को भले ही जनता के प्रति जवाबदेह बनने की नसीहत दे रहे हैं। लेकिन कुछ अफसरों पर सीएम की नसीहत भी प्रभाव नहीं डाल रही है। यह बानगी राज्य प्राधिकरण में देखने को मिल रही है। राज्य प्राधिकरण में करीब डेढ़ माह से मामलों की सुनवाई नहीं हो पा रही है। अपर सचिव आवास द्वारा सुनवाई के लिए मंगलवार का दिन निर्धारित करने के बावजूद भी सुनवाई प्रक्रिया पर बे्रक लगा हुआ है। जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। हालत यह हैं कि लोग साहब के नदारद होने पर सचिवालय में उनके पास पहुंच कर अपनी पीड़ा बताने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अपर सचिव आवास से लोगों की यहां भी मुलाकात नहीं हो पायी। वहीं मंत्री आवास विकास भी सुनवाई को लेकर गंभीर नहीं दिख रहे हैं। सुनवाई नहीं होने से लोगो को हो रही परेशानी का हल ढूंढने की कोई कोशिश नहीं दिख रही है। राज्य प्राधिकरण बनने के बावजूद भी लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है। प्राधिकरण से जुड़े मामलों के लिए मंगलवार का दिन निर्धारित किया गया है। सुनवाई के लिए लोग तो पंहुच रहे हैं। लेकिन सुनवाई करने वाले अपर सचिव आवास नदारद हैं। करीब डेढ़ माह से सुनवाई नहीं हो बताया जा रहा है। आए दिन लोग मंगलवार को सुनवाई के लिए स्टेट प्राधिकरण पहुंच रहे हैं। लेकिन अपर सचिव मौजूद नहीं होने से लोगों को निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है। वहीं चर्चा है कि सुनवाई पर ब्रेक लगा होने से इसका फायदा अवैध निर्माण करने वाले उठा रहे हैं। जबकि आम लोगों को निराश हाथ लगने से जनाक्रोश उत्पन्न हो रहा है।
मिशन स्माईल ने मासूमों को नसीब कराया मां-बाप का साया
देहरादून, 16 फरवरी(निस)। गाजियाबाद पुलिस की तर्ज पर शुरू हुए मिशन स्माईल के तहत राज्य में कई सालो से लापता मासूम बच्चों को एक बार फिर मां-बाप का साया नसीब हो पाया है। एक तरफ इस मिशन के तहत पूरे राज्य में करीब 450 से ज्यादा बच्चों को उनके घर पहुंचाया गया है। वहीं राजधानी देहरादून की बात की जाये तो मित्र पुलिस के सहयोग से करीब 38 बच्चों को उनके घर तक पहुंचाया गया है। जानकारी देते हुए सीओं सिटी मनोज कत्याल जिनको मिशन का नोडल अधिकारी बनाया गया है, ने बताया कि मिशन के तहत पूरे राज्य में पुलिस ने बेहतर काम करते हुए काफी समय से लापता बच्चों को वापिस उनके घर पहुंचाया है। बता दे कि पुलिस उपाधीक्षक ममता बोरा को इस मिशन की प्रमुख जिम्मेदारी दी गई है। जिनके दिशा-निर्देश पर पुलिस काम कर रही है। मिशन के शुरू होने पर पता चला की 106 बच्च्ेा खुद अपने घर लौट चुके है। पुलिस द्वारा दून में कुल सात टीम गठित की गई थी जिनमें एक टेक्निकल, बाकी अन्य टीम लापता बच्चों का तलाश कर रही थी। इसके आलावा 26 विधि विशेषज्ञ को भी टीम मेें शामिल किया गया है। सीओ सिटी कत्याल ने बताया कि दो ऐसे चिलचस्प मामलें देखे गये जिनमें लापता बच्चे के परिजन अपने बच्चे की वापसी की उम्मीद छोड़ चुके थे। साथ ही बताया कि सानू उम्र-16 पिछले दो साल से लापता था। पुलिस ने उसे सहस्त्रधारा के होटल में काम करते पाया तो पुलिस ने सोनू से पूछताछ शुरू कर दी है। लेकिन सोनू कुछ बताने को तैयार नहीं हुआ है। जिसके बाद पुलिस ने सोनू भावुक करते हुए कहा कि उसका भाई उसे बहुत याद करता है। जिसके बाद सोनू ने पुलिस को सारी कहानी बया करते हुए पुलिस कर्मियों के साथ घर लौट आया है। वहीं जब मां ने सोनू को जीवित देखा तो उसके आंखों में आशू आ गये। वहीं अमन उफ्र्र डब्बू को पुलिस ने जब परिजनों के हवाले किया तो उसके मां-बाप ने पुलिस का धन्यवाद करते हुए कहा कि मित्र पुलिस की बदौलत ही उनके बेटे का दुबारा जन्म संभव हुआ है। कई घरो के चिराग फिर से जल उठने के बाद पुलिस द्वारा मिशन स्माईल को पूरा कर लिया गया है। वहीं अभी 106 बच्चे लापता है जिनका कही कुछ पता नहीं लग पाया है।
डीआईजी से मिला सर्राफा मण्डल
देहरादून, 16 फरवरी(निस)। शहर में बढ़ती चोरियों व बीती रात पुलिस की वर्दी में दून से सटे सहारनपुर में बदमाशों ने ज्वैलर्स को गन प्वांइट पर लेते हुए कीमती सामना पर हाथ साफ कर दिया। जिसको देखते हुए सोमवार को दोपहर दून के सर्राफा मण्डल ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम धवस्त होते देख डीआइजीध्एसएसपी पुष्पक ज्येाति से वार्ता की। वार्ता करते हुए मण्डल के अध्यक्ष ने बताया कि बताया की सहारनपुर में जवैलर्स की यहां लूट की वारदात के बाद दून सर्राफा मण्डल में भय की स्थिति व्याप्त हो गई हैं। जिसकेा देखते हुए सर्राफा मण्डल के कार्यकताओं ने शहर के भीतर स्थित ज्वैलर्स की दकानों पर खासा सुरक्षा के इंतजाम करने की बात डीआईजी से मांग की है। जिस पर डीआईजी पुष्पक ज्योति ने उन्हें शतप्रतिशत कार्यवाही का भरोसा देते हुए शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम होने का भरोसा दिया है। इस मौके पर सर्राफ मण्डल के कई कार्यकर्ता मोजूद थे।
डीआईजी ने दी सीओं एमसएस पाल को दी श्रद्धांजली
देहरादून, 16 फरवरी(निस)। बीते रोज यात्रियों को जीप से ला रहे सीओ पिथौरागढ़ एमएस पाल की उस वक्त मौत हो गई जब उनकी जीप अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। शव को दून पुलिस लाईन में लाया गया। जहां आला अधिकारियों समेत पुलिस कर्मियों ने एमएस पाल की आत्मा की शांति की दुआ की। इस मौके पर डीआईजी पुष्पक ज्येाति ने शव पर पुष्प अर्पित करते हुए दिवगंत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। सीओ पिथौरागढ़ की मौत पर पुलिस प्रशासन ने गहरा शोक जताया गया है।
बेकाबू हुए बदमाश, घर में घुसकर मचाया तांडव
देहरादून, 16 फरवरी(निस)। दून पुलिस की लचर व्यवस्थाओं के आगे अब बदमाशों की तूती बोल रही है। पुलिस अधिकारियों के दावे अब बेकार और उपहास उड़ाते ही साबित हो रहे हैं। सच तो यह है कि दून मे बदमाशों के हौसले अब इस प्रकार से बुलंद हो चुके हैं कि वह घरों घुस कर हिंसा का तांडव मचा रहे हैं। चोरी करने के लिए हर हद तक जाने वाले बदमाशों ने देर रात एक घर में घुसकर मां-बेटी को बुरी तरह से घायल कर दिया। दोनों को दून अस्पताल में भर्ती किया गया है। हालांकि दावा किया जा रहा है कि बदमाश घर से कुछ भी नहीं ले गए। बदमाशों के इस कृत्य से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है तो वहीं पुलिस अधिकारियों द्वारा चाक चैबंद सुरक्षा व्यवस्थाओं के दावे भी हवाई साबित हो रहे हैं। दून की जनता को बदमाशों से मुक्ति कब मिलेगी यह एक यक्ष प्रश्न बन गया है। राजधानी पिछले कुछ दिनों से दहशत के साए में जी रही है। कानून व्यवस्था पूरे जनपद में दम तोड़ चुकी है। लगातार चोरियों की घटनाओं को रोक पाने में दून पुलिस पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है तो वहीं अब बदमाश घरों में घुसकर हिंसा भी करने लगे हैं। पटेलनगर थाना क्षेत्र टीएचडीसी कॉलोनी में देर रात बदमाशों ने एक घर की जाली काट कर अंदर प्रवेश किया और घर में कोहराम मचाया। बताया जा रहा है कि यहां एक निजी कंपनी में काम करने वाले बिजेंद्र अपने परिवार के साथ रहते हैं। बिजेंद्र रोज की तरह अपनी रात की पाली में काम करने के लिए बाहर जा रखे थे। देर रात लगभग डेढ़ बजे कुछ लोगों ने घर के पीछे की खिड़की की जाली काटी और अंदर घुस आए। कमरे में घुसे बदमाशों ने वहां सो रही मां पूनम (35) एवं उनकी पुत्री स्वाति (11) पर हमला बोल दिया। दोनों मदद के लिए चिल्लाई तो बदमाशों ने लौहे की रॉड से उनक सिर पर प्रहार किया। दोनों मां-बेटी बिस्तर में ही बेहोश हो गयी। इधर कमरे से चिल्लाने की आवाज सुनने पर बगल में ही सो रहा पूनम का पुत्र एवं भतीजा मदद के लिए कमरे में आया तो बदमाश वहां से भाग निकले। पूनम और स्वाति को घायल हालत में देख कर दोनों ने बिजेंद्र को सूचना दी और घायलों को महंत अस्पताल ले गए। बताया जा रहा है कि बदमाश लूट के ही उद्देश्य से घर के अंदर घुसे थे लेकिन पुलिस इस पूरे मामले में कई संदेहास्पद बातें भी जोड़ रही है। पटेलनगर पुलिस का कहना है कि घायल होने के बावजूद भी घर में मौजूद लोगों ने 108 तक को फोन नहीं किया और रात डेढ़ बजे घटी इस घटना की सूचना भी सुबह चार बजे पुलिस को दी। पुलिस के अनुसार घर में सारा सामान सुरक्षित पाया गया है जबकि जिस रास्ते से बदमाशों के घुसने की बात कही गयी है वहां से भी कोई निशान नहीं मिला है। पुलिस के अनुसार दोनों मां-बेटी अपने घर पर आ गयी हैं। वहीं इस बात से इंकार नहीं किया जा रहा है कि दून में लगातार हो रही वारदातों के बाद पुलिस अब इस प्रकार के संगीन मामलों में लीपापोती का प्रयास भी कर सकती है। जरूरी नहीं कि घर में बदमाश कुछ लेकर ही जाऐं, लेकिन जिस प्रकार से घर में घुसकर महिला एवं उसकी छोटी बच्ची पर हमला किया गया है उससे पुलिस व्येह्लस्थाओं पर प्रश्न चिन्ह तो खड़े हो ही रहे हैं।
तो सिपाहियों के संरक्षण में चल रहा था अवैध खनन
देहरादून, 16 फरवरी(निस)। अवैध खनन को रोकने के लिए उत्तराखंड पुलिस चाहे जितने भी प्रयास करे लेकिन उसके अपने ही कुछ कर्मचारी खनन माफियाओं के खिलाफ की जाने वाली कार्रवाई की पल-पल की खबर लीक कर रहे हैं। एक तरफ तो खनन माफियाओं पर अंकुश लगाने में सरकार के पसीने छूट रहे हैं तो वहीं पुलिस एवं एंटी माईनिंग फोर्स भी इन खनन माफियाओं पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं कर पा रही हैं। वहीं खनन माफियाओं को पुलिस की गतिविधियों की जानकारियां भी विभाग से ही लीक की जा रही है, जिस पर दो सिपाहियों के खिलाफ आईजी रेंज की ओर से निलंबन की कार्रवाई की गयी है। अवैध खनन निरोधक सर्तकता इकाई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुलिस महानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र संजय गुंज्याल के निर्देशन में हल्द्वानी, उधमंसिंहनगर, रामनगर, नैनीताल में पिछले चार दिनों से कार्यवाही चल रही है। सोमवार को भी इन क्षेत्रों में अवैध खनन के खिलाफ रेड एवं दबिश की कार्यवाही जारी है। इस के साथ ही जनपद हरिद्वार में लगातार अवैध-खनन सर्तकता इकाई हरिद्वार में तैनात पुलिसकर्मियों की संलिप्ता की आ रही शिकायतों एवम् इस बार की अवैध-खनन सर्तकता इकाई की छापेमारी से सम्बन्धित खबर को लीक करने एवं चेकिंग के दौरान भ्रष्टाचार एवम् संलिप्ता की कोशिश की गयी, गंभीरता से संज्ञान लेते हुये श्री गुंज्याल द्वारा जांच के दौरान उक्त पुलिसकर्मियों को सही पाते हुये हेड कान्सेबल ताप सिंह नेगी व कान्स आशिष सिंह बिष्ट का तत्काल भाव से निलबिंत करते हुये अवैध खनन सर्तकता इकाई से अन्यत्र स्थान पर स्थांनातरण हेतु स्ताव भेजा जा रहा है। साथ ही अवैध खनन सर्तकता टीम में तैनात समस्त कर्मियों को चेतावनी दी गयी कि भविष्य में इस कार की पुनरावृति होने पर तत्काल भ्रष्टाचार अधिकार अधिानियम के तहत की कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
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