पिछले एक वर्ष में पूरे देश में जबरदस्त चुनावी सफलता अजिर्त करने वाली भाजपा के लिए दिल्ली चुनाव किसी सदमे की तरह है. वह इस हार को पचा नहीं पा रही है. पार्टी संगठन से लेकर संघ तक मंथन-चिंतन का दौर जारी है. इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा है कि उनकी पार्टी को पिछले साल लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद ही दिल्ली चुनाव करा लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं कराना पार्टी की एक रणनीतिक भूल है.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि मुङो यह स्वीकार करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद हमें तुरंत विधानसभा चुनाव कराना चाहिए था. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता तो हम दिल्ली में चुनाव आसानी से जीत जाते. उन्होंने कहा कि पार्टी को अब इस मुद्दे पर आत्ममंथन करना होगा और साथ ही अपना जनाधार बढ़ाने के तौर-तरीके तलाशने होंगे. उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर दिल्ली का चुनाव एक झटका है, पर अब भी वहां भाजपा का जनाधार कायम है. उन्होंने कहा कि हमारे वोट अब भी कायम है. नायडू के अनुसार, दिल्ली चुनाव में दूसरी पार्टियों के वोट भी आम आदमी पार्टी को मिले. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में भाजपा के लिए यही सबक है.
उल्लेखनीय है कि भाजपा इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल को लेकर काफी गंभीर है. लेकिन, उसके अंदर यह भय समा गया कि दिल्ली से बदली राजनीतिक बिसात के कारण अब उसके लिए इन राज्यों में जीत दर्ज करना बहुत आसान नहीं होगा.
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