स्वाईन फ्लू नियंत्रण के तमाम प्रबंध सुनिश्चित करें -कलेक्टर श्री ओझा
कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने जिला टाॅस्क फोर्स समिति की बैठक में कहा कि जिले मंे स्वाईन फ्लू नियंत्रण के तमाम प्रबंध सुनिश्चित किए जाए। उन्होंने सर्दी, जुकाम से पीडि़त मरीजो पर विशेष नजर रखने और उनकी कैस स्टेडी संधारित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि स्वाईन फ्लू की अफवाएं ना फैले इसके लिए हर संभव जन जागृति कार्यक्रम का आयोजन किया जाए। उन्होंने आमजनों को स्वाईन फ्लू रोकथाम के नियंत्रण एवं सावधानियांे से अवगत कराने की भी अपेक्षा व्यक्त की। सिविल सर्जन सह अधीक्षक डाॅ मंजू जैन ने बताया कि जिला चिकित्सालय के कक्ष क्रमांक-8 में स्पेशल सेल बनाया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक जिन मरीजों के थ्रोट स्वाब, नेसल स्वाब परीक्षण के लिए भेजे गए थे वे सभी निगेटिव पाए गए है। जिला चिकित्सालय में बनाएं गए स्वाईन फ्लू कक्ष में चैबीस घंटे चिकित्सक मौजूद रहते है। स्वाईन फ्लू रोधक दवाईयां पर्याप्त मात्रा में भण्डारित है। स्वाईन फ्लू के जिला नोड्ल अधिकारी डाॅ संजय खरे ने कहा कि स्वाईन फ्लू से डरे नही उन्होंने स्वाईन फ्लू कैसे होता है, उसके बचाव और क्या-क्या सावधानियां बरते की बिन्दुवार जानकारी दी। डाॅ खरे ने बताया कि स्वाईन फ्लू का वायरस जैसे-जैसे तीव्र गर्मी पड़ती है अपने आप नष्ट होने लगता है। उन्होंने भीड़-भाड़ वाले इलाकों में विशेष सावधानी बरतने का आग्रह किया। डाॅक्टर खरे ने बताया कि भोजन करने से पहले अच्छी तरह से हाथ धोएं, नाक को हाथ से बार-बार ना रगड़े। डाॅक्टर खरे ने स्वाईन फ्लू के लक्षणों के संबंध में बताया कि इसे तीन केटेगरी ए,बी,सी में बांटा गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने इस दौरान बताया कि जिला चिकित्सालय की तर्ज पर सभी खण्ड चिकित्सालयों, पीएससी और सीएससी में भी एक-एक स्वाईन फ्लू नियंत्रण कक्ष संचालित किए जा रहे हैं। आमजनों में जागरूकता लाने के लिए जनजागृति कार्यक्रमों का आयोजन सतत् जारी हंै। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की सर्दी, खांसी हो तो चिकित्सक से अवश्य परामर्श प्राप्त करने के उपरांत दवाईयां लें।
स्वाईन फ्लू की जानकारी
स्वाईन फ्लू बीमारी इन्फ्लूएन्जा ‘ए’ (एच1एन1) वायरस से होेती है, यह वायरस मनुष्य में ड्रोपलेट इन्फेक्शन से फैलता है, वायरस का इंक्यूबेशन पिरेड एक से सात दिन तक होता है, वायरस सख्त एवं ठोस जगह पर 24 से 28 घंटो तक जीवित रहता है, वायरस कपड़ो एवं पेपर पर 8 से 12 घंटो तक साथ ही हाथो पर 15 मिनिट तक जीवित रह सकता है।
प्रकरण परिभाषा
संदिग्ध व्यक्ति वह होगा जिसको बुखार के साथ सर्दी, जुकाम, खांसी गले में खराश एवं सांस लेने में तकलीफ साथ ही सात दिन के अन्दर संभावित एवं कन्फर्म स्वाईन मरीज के सम्पर्क में आने पर या कैसे स्थानों की यात्रा की हो जहां स्वाईन फ्लू के प्रकरण हो रहे है या ऐसे स्थानो पर निवास किया हो जहां एक या एक से अधिक प्रकरण हुए हों।
स्वाईन फ्लू (एच1एन1) से बचने के उपाय
मुंह एवं नाक को कपड़े से ढ़कना एवं खांसने वाले से दूरी बनाएं रखना, हाथो को नियमित रूप से साबुन से अच्छी तरह धोना तथा भीड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचना, संतुलित एवं पोष्टिक भोजन का सेवन करना, हाथो से, आंख नाक एवं मुंह छूने से बचना, बच्चों को बुखार, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ के लक्षण होने पर उन्हें स्कूल भीड़ वाले स्थान में न भेजे, लक्षण पाए जाने पर तत्काल चिकित्सक से सलाह लेकर उपचार ले। कलेक्टेªट के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई इस बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया के अलावा समस्त बीएमओ एवं निकायों के अधिकारी तथा निजी चिकित्सकगण और स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री चैहान द्वारा पत्रकार श्री मौर्य के निधन पर शोक व्यक्त
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने विदिशा के पत्रकार श्री पूरन सिंह मौर्य के आकस्मिक निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। श्री मौर्य प्रदेश टाइम्स के विदिशा ब्यूरोचीफ थे। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने दिवंगत आत्मा की शांति तथा श्री पूरन सिंह मौर्य के परिजन को यह दुःख सहने की शक्ति देने की प्रार्थना ईश्वर से की है।
निराश्रितों का सहारा बना संुदर सेवा आश्रम
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने निराश्रित बच्चों की देखभाल के लिए विदिशा के श्यामा प्रसाद मुखर्जीनगर में अपनी मां के नाम से सुंदर सेवा आश्रम की स्थापना वर्ष 2002 में की जब वह विदिशा सांसद थे।सांसद रहते हुए क्षेत्र के दौरे के दौरान बेसहारा एवं गरीब बच्चों को स्थानीय व्यक्तियों ने आर्थिक सहायता दिलाए जाने का अनुरोध किया था। उनके भविष्य और लालन-पालन को देखते हुए श्री शिवराज सिंह चैहान ने विदिशा में आश्रम स्थापित कराया देखभाल, सुरक्षा के लिए कामगार महिला को और मोहर सिंह एवं उसके परिवार को आश्रम में रखा। वर्तमान में छह बच्चियाँ रह रही हैं जिसमें रिंकी, रेखा, भारती, प्रीति, सुमन और राधा शामिल हंै। आश्रम की सबसे बड़ी बेटी सोना जो विवाह होने से गुरूवार को आश्रम से विदा हुई है। खोआँ गांव के एक मजदूर की बेटी सोना की तकदीर उस समय चमकी थी, जब तत्कालीन सांसद श्री शिवराज सिंह चैहान उस गाँव में दौरे पर गए थे। सात साल की उम्र मंे मां का साया सिर से उठ जाने और पिता के घर छोड़कर कहीं चले जाने के बाद वह जैसे तैसे दिन काट रही थी, उसकी परवरिश के लिए ग्रामीणो ने श्री शिवराज सिंह चैहान से आर्थिक मदद की गुहार लगाई, तो वह तत्काल तैयार हो गए। वे सोना को अपने संुदर सेवा आश्रम ले गए। तब से अब तक उसकी परवरिश इसी आश्रम में हुई। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने आश्रम में रह रही बालिकाओं की शिक्षा की तमाम प्रबंध सुनिश्चित किए हंै। सभी बच्चियाँ निजी विद्यालय अग्रवाल एकेडमी में अध्ययनरत हैं। उनकी कोचिंग की व्यवस्था की गई है। आश्रमवासी रेखा ने दसवीं की सीबीएससी बोर्ड परीक्षा में 87 प्रतिशत अंक हासिल कर आश्रम का नाम रोशन किया है। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह आश्रम की नियमित देखभाल कर रही हैं। प्रत्येक बुधवार को आश्रम में आकर बच्चियों से रू-ब-रू होकर उनका हालचाल पूछती हैं। वहीं बच्चियों को जिस चीज की आवश्यकता होती है उसकी पूर्ति कराती हंै। कई बार श्रीमती साधना सिंह बच्चियों को अपने साथ बाजार लेकर आवश्यक वस्तुएँ जैसे कपड़े, किताबंे, जूते, चप्पल इत्यादि स्वंय दिलाती हंै। श्रीमती साधना सिंह हर त्यौहार बच्चियों के बीच रहकर मनाती हैं। त्यौहारो पर बच्चियों को मिठाई और उपहार देती हंै। वहीं बच्चियों का जन्म-दिन भी उत्साह से मनाया जाता है। आश्रम की सभी बच्चियाँ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान और उनके पुत्रांे को रक्षाबंधन के दिन राखी बाँधती हंै। मुख्यमंत्री अन्य स्थान पर व्यस्त होते हंै तो आश्रम की बच्चियाँ भोपाल आकर रक्षाबंधन के पर्व को मनाती हैं। नवरात्रि में मुख्यमंत्री श्री चैहान इन बच्चियों को भोपाल में ही अपने पास रखते हंै। देवियों की प्रतीक कन्याओं की पूजा करते हंै। आश्रम में रह रही बच्चियांे को सदैव पारिवारिक वातावरण मिल रहा है। कालोनी के अन्य रहवासी भी समय-समय पर इन बच्चियों की हौंसला अफजाई करते हैं। उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने देते हैं। इस बात का भी अहसास नहीं होने देते हैं कि उनका कोई सहारा नही हंै।
ईव्हीएम मशीनो का प्रथम स्तरीय रेण्डमाइजेशन आज
त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन 2015 के तृतीय चरण तहत जिले के विकासखण्ड सिरोंज, नटेरन एवं लटेरी के मतदान केन्द्रों पर मतदान हेतु उपयोग में लाई जाने वाली ईव्हीएम मशीनों का प्रथम स्तरीय रेण्डमाइजेशन 14 फरवरी को किया जाएगा। कि जानकारी देते हुए विदिशा उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि रेण्डमाईजेशन कार्य जिला निर्वाचन कार्यालय (सामान्य) विदिशा में दोपहर 12 बजे से आयोजित किया गया है।
ईव्हीएम मशीनो का प्रथम स्तरीय रेण्डमाइजेशन आज
त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन 2015 के तृतीय चरण तहत जिले के विकासखण्ड सिरोंज, नटेरन एवं लटेरी के मतदान केन्द्रों पर मतदान हेतु उपयोग में लाई जाने वाली ईव्हीएम मशीनों का प्रथम स्तरीय रेण्डमाइजेशन 14 फरवरी को किया जाएगा। कि जानकारी देते हुए विदिशा उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि रेण्डमाईजेशन कार्य जिला निर्वाचन कार्यालय (सामान्य) विदिशा में दोपहर 12 बजे से आयोजित किया गया है।
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