दीमापुर में भीड़ द्वारा जेल से खींचकर बलात्कार के एक आरोपी की पीटकर हत्या करने के मामले में कम से कम 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उधर राज्य में इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं कल शाम 6 बजे तक के लिए रद्द कर दी गई हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने एनडीटीवी को बताया कि दीमापुर में भीड़ द्वारा जेल तोड़कर आरोपी को बाहर निकालने के मामले में किसी भी अधिकारी के संलिप्त होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं।
एनडीटीवी से बात करते हुए नागालैंड के आईजी(रेंज) वबांग जमीर ने बताया, 'हम और लोगों की पहचान करने में जुटे हैं और हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां होंगी। उन्होंने बताया कि स्थिति तनावपूर्ण मगर नियंत्रण में है। कर्फ्यू जारी है और गाड़ियों अथवा लोगों की आवाजाही पूरी तरह बंद है।
वहीं हत्या के इस मामले में असम के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन जारी है। पुलिस ने कहा कि इस घटना की मोबाइल वीडियो क्लिपिंग के आधार पर गिरफ्तारियां की गई हैं। करीमगंज समेत असम के विभिन्न हिस्सों में पीटकर की गई हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की खबरें आई है और किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सख्त नजर रखी जा रही है।
बलात्कार के आरोपी सैयद फरीद खान के शव को शनिवार को उसके गृह शहर करीमगंज ले जाया गया जब नगालैंड के अधिकारियों ने इसे सुपूर्द किया। खान को दीमापुर में एक महिला से बलात्कार करने के आरोप में 24 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था और उसे अगले दिन दीमापुर केंद्रीय कारागार में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। पांच मार्च को भीड़ ने जेल तोड़कर उसे बाहर निकाला और नंगा करके पीटाई की और पत्थरों से मारा और घसीटा। इसके कारण घायल होने से उसकी मौत हो गई।
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