दिल्ली में सत्ता मिलते ही आम आदमी पार्टी दूसरी राजनीतिक पार्टियों के ढर्रे पर चलती नजर आ रही है. अरविंद केजरीवाल को पार्टी संयोजक पद से हटाने की इच्छा का आरोप झेल रहे योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पर इस बाबत गाज गिर सकती है. 'आप' नेता संजय सिंह ने कहा कि वरिष्ठ नेताओं के बयान से कार्यकर्ताओं में निराशा फैलती है. 4 मार्च को राष्ट्रीय कार्यकारिणी (एनईसी) की बैठक में इस बाबत फैसला किया जाएगा.'
संजय सिंह ने कहा कि केजरीवाल के खिलाफ मुहिम सही नहीं है. वरिष्ठ नेताओं को पार्टी फोरम में अपनी बात रखनी चाहिए. चिट्ठी लीक किए जाने पर संजय सिंह ने कहा कि ये सब सही नहीं है. पार्टी लोगों के बीच मजाक बनती जा रही है. 'आप' की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 4 मार्च को होनी है. बैठक में पार्टी के 21 वोटिंग मेंबर शामिल होंगे. सूत्रों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के भीतर मचे घमासान के चलते योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पर गिर सकती है. योगेंद्र यादव ने कहा कि 'आप' में संकट की खबरें गढ़ी जा रही हैं, हमारे खिलाफ आरोप मढ़े जा रहे हैं और साजिश रची जा रही हैं. ये सभी खबरें काल्पिनक हैं. पार्टी नेता योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के खिलाफ 'आप अनुशासन कमेटी' में शिकायत की है.
संजय सिंह ने कहा कि जो लोग केजरीवाल को संयोजक पद से हटाना चाहते हैं, उन्हें कार्यकर्ताओं की भावना का ख्याल नहीं है. जबकि योगेंद्र यादव ने अपने फेसबुक पेज पर कहा कि दिल्ली की जनता ने हमें बड़ी जीत दी है. हम अपनी छोटी हरकतों से अपने आपको और इस आशा को छोटा न होने दें. प्रशांत भूषण ने अपनी चिट्ठी में कहा कि पार्टी को एक व्यक्ति पर केंद्रित नहीं होना चाहिए. पार्टी में फंडिंग को लेकर भी बात करना जरूरी है.
AAP के आतंरिक लोकपाल एडमिरल रामदास ने भी चिट्ठी लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर की. रामदास ने केजरीवाल के सीएम बनने के बाद उनके संयोजक पद पर रहने पर भी सवाल उठाए.
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