निर्भया डॉक्यूमेंट्री के प्रसारण पर बैन के भारत सरकार के फ़ैसले की कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने आलोचना की है। उन्होंने कहा कि निर्भया डॉक्यूमेंट्री पर बैन लगाकर सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को शर्मसार कर रही है। एडिटर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया ने निर्भया पर बनी डॉक्यूमेंटरी पर बैन लगाने को गलत बताया है। एडिटर्स गिल्ड ने एक बयान जारी करके कहा है कि एक रेडियो स्टेशन रेडियो सिटी ने एपी सिंह के ख़िलाफ़ मुहिम तक शुरू कर दी है।
एडिटर्स गिल्ड ने पाबंदी हटाने की मांग की है। फ़िल्म पर पाबंदी पूरी तरह गलत है। ऐसा इस फ़िल्म के संदेश को लेकर गलतफ़हमी के चलते किया गया है। ये फ़िल्म निर्भया के परिवार के हौसले, उनकी संवेदनशीलता और उदार नज़रिए को दिखाती है। ये फ़िल्म गुनहगारों और उनके वकीलों की महिलाओं के प्रति शर्मनाक सोच को दिखाती है। गिल्ड का मानना है कि फ़िल्म लोगों को अपने बर्ताव को लेकर दोबारा सोचने पर मजबूर करती है। भारत सरकार तुरंत पाबंदी हटाए ताकि लोग एक सकारात्मक और दमदार डॉक्यूमेंटरी देख सकें। ये फ़िल्म महिलाओं की आज़ादी, उनके सम्मान और सुरक्षा से जुड़ी है।
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