कलेक्टर श्री गढपाले ने केन्द्रीय विद्यालय में बोर्ड परीक्षा का किया आकस्मिक निरीक्षण, शांतिपूर्ण संचालित हो रही थी परीक्षा
सीधी 2 मार्च 2015:- कलेक्टर विशेष गढपाले ने आज केन्द्रीय विद्यालय में बोर्ड परीक्षा का आकस्मिक निरीक्षण किया । उन्होने कक्षो में जाकर परीक्षा की व्यवस्था का अवलोकन किया और इसबात पर संतोष व्यक्त किया कि परीक्षायें शांतिपूर्णढंग से संचालित की जा रही है। केन्द्रीय विद्यालय में आज 12वीं कक्षा की अंग्रेजी विषय की परीक्षा संचालित की जा रही थी। केन्द्रीय विद्यालय में मारीशन पब्लिक स्कूल, गणेश पब्लिक स्कूल के छात्र परीक्षा दे रहे थे। कलेक्टर ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं में किसी भी दशा में नकल न होने पायें। इसके लिये उड़नदस्ता एवं पर्यवेक्षण टीम सचेत और सतर्क रहे।
कलेक्टर श्री गढपाले ने आज जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र कार्यालय का किया आकस्मिक निरीक्षण अनुपस्थित पाये गये कर्मचारियों की एक दिन का अवेैतनिक करने के दिये निर्देश
सीधी 2 मार्च 2015:- कलेक्टर विशेष गढपाले ने आज जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाये गये। कर्मचारियों की वेतन अवैतनिक करने के निर्देश दिये तथा कार्यालय की साफ-सफाई भी करने के लिये कहा। उन्होने कार्यालय के लिपिक को 9 मार्च को शिविर आयोजित कर युवा स्वारोजगार योजना के प्रकरण तैयार करने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्री गढ़पाले ने कार्यालय मे अनुपस्थित पाये गये। कार्यालय सहायक वर्ग-2 आर0पी0 नामदेव को कारण बताओ नोटिस देने तथा सहायक ग्रेड-3 डी0एस0 चैहान, एवं डी0बी0 सिंह, का एक दिन का वेतन अवैतनिक करने के लिये कहा। आकस्मिक निरीक्षण के दौरान सहायक प्रबंधक, एस0एस0 सिंह, कार्यालय से अनुपस्थित थे। कार्यालय स्टाफ से पूंछने पर बताया गया कि वे रामपुर नैकिन के बैंक मे प्रकरण लगाने गये हैं। तब कलेक्टर ने स्वयं फोन लगाकर सहायक प्रबन्धक से पूंछा कि वे कहां हैं। सहायक प्रबन्धक द्वारा गोलमोल जवाब देने पर कलेक्टर ने रामपुर नैकिन के तहसीलदार को सहायक प्रबन्धक का पता लगाने के लिए निर्देश दिये। तहसीलदार द्वारा बताया गया कि सहायक प्रबन्धक श्री सिंह अनाधिकृत रूप से रीवा मे है। तब कलेक्टर ने सहायक प्रबन्धक श्री सिंह को निलम्बित करने के लिए कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिये हैं।
19 एवं 20 मार्च को रोजगार मेला आयोजित किया जायेगा:
सीधी 2 मार्च 2015:- कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने टी0एल0 बैठक की अध्यक्षता करते हुये कहा कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा 19 एवं 20 मार्च को रोजगार मेला आयोजित किया जायेगा। 19 मार्च को महाविद्यालय के चैथे सेमेस्टर के छात्रों का कैरियर काउन्सिलिंग की जायेगी और 20 मार्च को रोजगार मेला आयोजित कर रोजगार दिलाया जायेगा। इसके लिए जिला रोजगार कार्यालय द्वारा दस कम्पनियों को बुलाया जा रहा है। कलेक्टर श्री गढ़पाले ने कहा कि सम्बन्धित विभाग मेला स्थल मे अपने-अपने स्टाल लगायेंगे। उन्होने कहा कि जिन अधिकारियों ने अपने लक्ष्य पूरे नही किये हैं वे इस माह लक्ष्यों को पूरा करने के लिए विशेष अभियान चलायें। उन्होने बताया कि आगामी 14 मार्च को अन्न उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। कोई भी अधिकारी मुख्यालय से बाहर नही जायेगा। कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को बीछी-पतेर गांव मे हैण्ड पम्प का खनन कर पेयजल समस्या से निजात दिलाने के लिये कहा। सांसद आदर्श ग्राम योजना के अन्तर्गत बेस लाईन सर्वे कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जल संसाधन विभाग वहां पर तालाब निर्माण का कार्य पूर्ण करें। भारत सरकार द्वारा सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत किये गये कामों की जानकारी के लिए फार्मेट विकसित किया है। समस्त सम्बन्धित विभाग किये गये कार्यों की जानकारी निर्धारित प्रपत्र मे फीड करें।
बोर्ड परीक्षा मे लापरवाही बरतने पर वरिष्ठ अध्यापक श्री पनिका निलम्बित:
सीधी 2 मार्च 2015:- माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा वर्ष 2015 मे आयोजित होने वाली हाई स्कूल एवं हायर सेकण्डरी परीक्षाओं हेतु शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उमरिया के वरिष्ठ अध्यापक रामराज पनिका को रेन्डम पद्धति से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लकोड़ा के लिये सहा0केन्द्राध्यक्ष नियुक्त किया गया था। श्री पनिका नियुक्ति आदेश प्राप्त करने के पश्चात भी केन्द्र मे उपस्थित नहीं हुये है। अतः कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने वरिष्ठ अध्यापक रामराज पनिका को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। निलम्बन अवधि मे इनका मुख्यालय जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय निर्धारित किया गया है।
बोर्ड परीक्षा मे लापरवाही बरतने पर वरिष्ठ अध्यापक श्री पाण्डेय, निलम्बित:
सीधी 2 मार्च 2015:- माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा वर्ष 2015 मे आयोजित होने वाली हाई स्कूल एवं हायर सेकण्डरी परीक्षाओं हेतु शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बड़खरा के वरिष्ठ अध्यापक आशीष पाण्डेय को रेन्डम पद्धति से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पोखरा के लिये सहा0 केन्द्राध्यक्ष नियुक्त किया गया था। श्री पाण्डेय ने अपना नियुक्ति आदेश प्राप्त नही किया हैं। अतः कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने वरिष्ठ अध्यापक आशीष पाण्डेय को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। निलम्बन अवधि मे इनका मुख्यालय जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय निर्धारित किया गया है।
बोर्ड परीक्षा मे लापरवाही बरतने पर केन्द्राध्यक्ष खड्डी को कारण बताओ नोटिस
सीधी 2 मार्च 2015:- माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा 02 मार्च 2015 से आयोजित होने वाली हायर सेकण्डरी परीक्षा मे निरीक्षण दल द्वारा आकस्मिक निरीक्षण के दौरान शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खड्डी में 05 नकल प्रकरण पंजीबध्द किये गये । इस पर कलेक्टर विशेष गढपाले ने केन्द्राध्यक्ष विमल प्रकाश गुप्ता व्दारा ात्रों की तलाशी ठीक से न लेने पर और लापरवाही बरतने के लिये निलम्बित करने हेतु कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
जाति प्रमाण-पत्र बनाने का अभियान चलाया जाये, राजस्व अधिकारियों की बैठक सपन्न
सीधी 2 मार्च 2015:- कलेक्टर विशेष गढपाले ने आज राजस्व अधिकारियों के बैठक की अध्यक्षता करते हुये कहा कि जिले में जाति प्रमाण-पत्र बनाने का अभियान चलायाजाये। इसके लिये सारी औपचारिकताये पूर्ण कर इसे उच्चप्राथमिकता दी जाये। बैठक संयुक्त कलेक्टर मनोज मालवीय,डिप्टीकलेक्टर लालजी रावत सहित एसडीएम,तहसीलदारउपस्थित थे। कलेक्टर श्री गढपाले ने कहा कि अविवादित नामांतरण प्रकरण,बटवारा,सीमांकन और फौतीनामा के प्रकरण उच्चप्राथमिकता के आधार पर निपटाये। उन्होने कहा कि राजस्व अधिकारी भू-अर्जन के प्रकरण बनाना प्रारंभ करें और मुआवजा वितरण करे। सहकारी बैक के बकायादारों की वसूली का अभियान चालाया जाये। तहसीलो में माडर्न रिकार्ड रूम बनाया जा रहा है उसके लिये स्थान सुनिश्चित कर लिया जाये। भू-राजस्व की वसूली करे और अर्थदण्ड की वसूली प्रारंभ की जाये। कलेक्टर ने कहा कि समस्त राजस्व अधिकारी स्वाइन फलू बीमारी के लिये सचेत रहे। तथा आगंनबाडी कार्यकर्ता और स्वास्थ्य कार्यकर्ता को बताकर रखे कि जैसे ही कही पर भी स्वाइन फलू बीमारी होती है तुरंत सूचना प्राप्त हो ताकि बीमार का सही समय पर समुचित इलाज किया जा सके।
धर्मांतरण से राष्ट्रांतरण होता है, हिन्दू घटा देश बंटा : स्वामी अखिलेश्वरानंद
सीधी । दिनांक 02.03.2015 । धर्मांतरण नहीं बल्कि शुद्धिकरण होना चाहिए। भारत की पहचान धर्म से होती है । भारत विश्व गुरू था, है और रहेगा। हिन्दुओं को जगाने के लिए एक जाम्बवन्त की जरूरत होती है । जाम्बवन्त का काम ही विश्व हिन्दू परिषद कर रही है । धर्म एवं सेवा के नाम पर विभिन्न सम्प्रदाय के लोग भोले भाले हिन्दुओं को धर्मांतरित कर रहे हैं । धर्मांतरण से राष्ट्रांतरण होता है । हिन्दू घटा और देश बंटा। गौ हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगना चाहिए। मथुरा, काशी, एवं अयोध्या को पुनः खड़ा करना होगा। भव्य राम मंदिर अतिशीघ्र बनाना होगा । उक्त आशय के उद्गार विश्व हिन्दू परिषद के 50 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित विराट हिन्दू सम्मेलन स्थानीय पूजा पार्क सीधी में स्वर्ण जयन्ती के अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के नाते महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी महराज ने हजारों लोगों को सम्बोधित करते हुए कही। महामण्डलेश्वर स्वामी ने अपने उद्बोधन में आगे कहा कि 16 वर्ष पूर्व इस्लाम नहीं था । 2000 वर्ष पूर्व इसाई नहीं था। लार्ड मैकाले के मानस पुत्रों ने हिन्दू को साम्प्रदायिक एवं असहिष्मु कहा । हिन्दू कोई धर्म नहीं बल्कि एक जीवन पद्धति है जो भारत ही नहीं सम्पूर्ण विश्व की आत्मा एवं जननी है। भारत पाकीस्तान का विभाजन स्थायी नहीं बल्कि क्षणिक है । आगे आने वाले समय में पाकीस्तान, बांग्लादेश व अन्य देश मिलकर पुनः भारत को अखण्ड बनाकर भारत विश्व गुरू बनेगा और विश्व में व्याप्त हताशा , निराशा, व्यभिचार, एवं भोग की संस्कृति को समाप्त कर जीवन जीने की प्रेरणास्रोत बनेगा। विश्व हिन्दू परिषद संगठनात्मक, रचनात्मक, एवं आदोलनात्मक, कार्य समय समय पर करता है। हिन्दू संगठित रहे परम्पराओं को सुरक्षित रखे । भारत माता को डायन कहने वाले कभी भी भारत माता की संतान नहीं हो सकते । श्री स्वामी ने कहा कि संविधान की धारा 29 व 30 एवं 370 जहर है । इसे यथाशीघ्र हटाना चाहिए। भारत हिन्दुओं को स्वाभाविक घर है । विश्व हिन्दू परिषद की स्थापना 1964 में संदीपनी आश्रम में विश्व के संतो के मार्गदर्शन में की गयी थी। विश्व हिन्दू परिषद प्रमुख चार सूत्रों पर ध्यान केन्द्रित कर रही है । ये सूत्र हिन्दू संगठन, हिन्दू संस्कृति, भारतीय संस्कार, एवं धर्म सापेक्ष राजनीति। यदि भारत में रहना है तो वंदे मातरम कहना होगा। हमें हिन्दू होने पर गर्व होना चाहिए। जब पश्चिम में लोग खाना बदोश जीवन व्यतीत करते थे तब हमारे यहां नालन्दा, तक्षशिला, एवं उज्जैनी, के शिक्षा केन्द्र थे। आचार्य चाणक्य, चरक, सुश्रु, आर्यभट्ट, जैसे मनीषी ज्ञान के दिव्य प्रकाश पुंज थे। श्री महामण्डलेश्वर महाराज ने केन्द्र सरकार को कई मुद्दों पर कठोर शब्दों में चेतावनी भी दी और चेताया कि हिन्दू धर्म और संस्कृति के सन्दर्भ में कोई भी बयान सोच विचार कर दें । स्वागत समिति के प्रचार प्रमुख सुरेन्द्र मणि दुबे के अनुसार वात्सल्य हृदय सम्राट साध्वी प्रज्ञा भारती ने अपने उद्बोधन में कहा कि हिन्दू दार्शनिक एवं सहिश्रु होता है । विश्व का कल्याण चाहने वाला होता है । आज उसकी यही मौलिकता उसके लिए शत्रु बन गयी है । विद्यार्थी पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव में आकर अपनी संस्कृति का उपहास उड़ा रहे हैं। जो घातक है । प्रत्येक माता पिता को अपने बच्चों को संस्कारवान एवं अनुशासित बनाना चाहिए जिससे वह आगे चलकरके राष्ट्र व विश्व का मार्गदर्शन करने के लिए तैयार हो सके। साध्वी ने गीत एवं भजन के माध्यम से अपने विचार श्रोताओं तक रखें । विश्व हिन्दू परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अम्बरीश सिंह ने विश्व हिन्दू परिषद की इतिहास एवं विकास की गाथा रखी उन्होने कहा कि संतो के मार्गदर्शन में कार्य करने वाला धर्म एवं संस्कृति के क्षेत्र में कार्यरत विश्व हिन्दू परिषद विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक संगठन है । शिवाजी औरंगजेब के बिना, राम रावण के बिना पूरी कहानी नहीं होती उसी प्रकार वर्तमान परिदृश्य में हिन्दू, मुस्लिम एवं ईसाई के जिक्र के बिना बात पूरी नहीं होती । भारत में रहने वाला प्रत्येक मुसलमान, ईसाई व अन्य सम्प्रदाय मूलतः हिन्दू है । हिन्दू एक सनातन जीवन पद्धति है । जो सृष्टि के आरम्भ से चली आ रही है । सक, हूंण, कुसांड़, आदि प्रजातिया समाप्त हो गयी अर्थात उनकी घर वापसी होकर हिन्दू हो गये । उन्होने जोर देकर कहा कि आप धर्मांतरण बंद कर दें । हम घर वापसी बंद कर देंगें । उनमे दम हो तो कानून बनाए। आजादी के समय भारत में मुसलमान तीन प्रतिशत, जबकि हिन्दू बांग्लादेश में 8 प्रतिशत, एवं पाकीस्तान में 15 प्रतिशत थे लेकिन वर्तमान में भारत में मुसलमान 25 प्रतिशत जबकि हिन्दू बांग्लादेश में 2 प्रतिशत में एवं पाकीस्तान में 3 प्रतिशत रह गये हैं । सवाल यह उठता है कि भारत में मुसलमान की जनसंख्या बढ़ती है जबकि बांग्लादेश और पाकीस्तान में हिन्दुओं की संख्या घटी है । बांग्लादेश एवं पाकीस्तान में हिन्दुओं की संख्या घटने का करण या तो उनका धर्मांतरण या उन्हे मौत के घाट उतार दिया गया है । जनसंख्या का असंतुलन हिन्दुस्तान के लिए घातक है । विहिप उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह ने गंगा, गौ और भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए युवाओं को आगे आने का आवाहन किया । प्रांत मंत्री गोविन्द शेडें ने लोगों का आवाहन किया कि गांव में गांव में बजरंगदल एवं विश्व हिन्दू परिषद की शाखाएं खड़ी करें और हनुमान चालीसा एवं व्यायाम शालाए चलाएं। स्वागत भाषण रामपाल तिवारी ने किया । बजरंग दल जिला संयोजक विवेक सिंह ने भी उद्बोधन दिया । आभार प्रदर्शन डाॅ. एल.एन. शर्मा ने किया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष सुरेश गुप्ता, बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी, एवं विभिन्न अनुसांगिक संगठनों के लोग एवं स्वागत समिति के पदाधिकारी सहित इलेक्ट्रानिक एवं प्रिंट मीडिया, के प्रतिनिधि एवं सैकड़ों लोग उपस्थित रहे ।
धर्मांतरण से राष्ट्रांतरण होता है, हिन्दू घटा देश बंटा : स्वामी अखिलेश्वरानंद
- विहिप द्वारा विशाल हिन्दू सम्मेलन आयोजित
सीधी । दिनांक 02.03.2015 । धर्मांतरण नहीं बल्कि शुद्धिकरण होना चाहिए। भारत की पहचान धर्म से होती है । भारत विश्व गुरू था, है और रहेगा। हिन्दुओं को जगाने के लिए एक जाम्बवन्त की जरूरत होती है । जाम्बवन्त का काम ही विश्व हिन्दू परिषद कर रही है । धर्म एवं सेवा के नाम पर विभिन्न सम्प्रदाय के लोग भोले भाले हिन्दुओं को धर्मांतरित कर रहे हैं । धर्मांतरण से राष्ट्रांतरण होता है । हिन्दू घटा और देश बंटा। गौ हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगना चाहिए। मथुरा, काशी, एवं अयोध्या को पुनः खड़ा करना होगा। भव्य राम मंदिर अतिशीघ्र बनाना होगा । उक्त आशय के उद्गार विश्व हिन्दू परिषद के 50 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित विराट हिन्दू सम्मेलन स्थानीय पूजा पार्क सीधी में स्वर्ण जयन्ती के अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के नाते महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी महराज ने हजारों लोगों को सम्बोधित करते हुए कही। महामण्डलेश्वर स्वामी ने अपने उद्बोधन में आगे कहा कि 16 वर्ष पूर्व इस्लाम नहीं था । 2000 वर्ष पूर्व इसाई नहीं था। लार्ड मैकाले के मानस पुत्रों ने हिन्दू को साम्प्रदायिक एवं असहिष्मु कहा । हिन्दू कोई धर्म नहीं बल्कि एक जीवन पद्धति है जो भारत ही नहीं सम्पूर्ण विश्व की आत्मा एवं जननी है। भारत पाकीस्तान का विभाजन स्थायी नहीं बल्कि क्षणिक है । आगे आने वाले समय में पाकीस्तान, बांग्लादेश व अन्य देश मिलकर पुनः भारत को अखण्ड बनाकर भारत विश्व गुरू बनेगा और विश्व में व्याप्त हताशा , निराशा, व्यभिचार, एवं भोग की संस्कृति को समाप्त कर जीवन जीने की प्रेरणास्रोत बनेगा। विश्व हिन्दू परिषद संगठनात्मक, रचनात्मक, एवं आदोलनात्मक, कार्य समय समय पर करता है। हिन्दू संगठित रहे परम्पराओं को सुरक्षित रखे । भारत माता को डायन कहने वाले कभी भी भारत माता की संतान नहीं हो सकते । श्री स्वामी ने कहा कि संविधान की धारा 29 व 30 एवं 370 जहर है । इसे यथाशीघ्र हटाना चाहिए। भारत हिन्दुओं को स्वाभाविक घर है । विश्व हिन्दू परिषद की स्थापना 1964 में संदीपनी आश्रम में विश्व के संतो के मार्गदर्शन में की गयी थी। विश्व हिन्दू परिषद प्रमुख चार सूत्रों पर ध्यान केन्द्रित कर रही है । ये सूत्र हिन्दू संगठन, हिन्दू संस्कृति, भारतीय संस्कार, एवं धर्म सापेक्ष राजनीति। यदि भारत में रहना है तो वंदे मातरम कहना होगा। हमें हिन्दू होने पर गर्व होना चाहिए। जब पश्चिम में लोग खाना बदोश जीवन व्यतीत करते थे तब हमारे यहां नालन्दा, तक्षशिला, एवं उज्जैनी, के शिक्षा केन्द्र थे। आचार्य चाणक्य, चरक, सुश्रु, आर्यभट्ट, जैसे मनीषी ज्ञान के दिव्य प्रकाश पुंज थे। श्री महामण्डलेश्वर महाराज ने केन्द्र सरकार को कई मुद्दों पर कठोर शब्दों में चेतावनी भी दी और चेताया कि हिन्दू धर्म और संस्कृति के सन्दर्भ में कोई भी बयान सोच विचार कर दें । स्वागत समिति के प्रचार प्रमुख सुरेन्द्र मणि दुबे के अनुसार वात्सल्य हृदय सम्राट साध्वी प्रज्ञा भारती ने अपने उद्बोधन में कहा कि हिन्दू दार्शनिक एवं सहिश्रु होता है । विश्व का कल्याण चाहने वाला होता है । आज उसकी यही मौलिकता उसके लिए शत्रु बन गयी है । विद्यार्थी पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव में आकर अपनी संस्कृति का उपहास उड़ा रहे हैं। जो घातक है । प्रत्येक माता पिता को अपने बच्चों को संस्कारवान एवं अनुशासित बनाना चाहिए जिससे वह आगे चलकरके राष्ट्र व विश्व का मार्गदर्शन करने के लिए तैयार हो सके। साध्वी ने गीत एवं भजन के माध्यम से अपने विचार श्रोताओं तक रखें । विश्व हिन्दू परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अम्बरीश सिंह ने विश्व हिन्दू परिषद की इतिहास एवं विकास की गाथा रखी उन्होने कहा कि संतो के मार्गदर्शन में कार्य करने वाला धर्म एवं संस्कृति के क्षेत्र में कार्यरत विश्व हिन्दू परिषद विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक संगठन है । शिवाजी औरंगजेब के बिना, राम रावण के बिना पूरी कहानी नहीं होती उसी प्रकार वर्तमान परिदृश्य में हिन्दू, मुस्लिम एवं ईसाई के जिक्र के बिना बात पूरी नहीं होती । भारत में रहने वाला प्रत्येक मुसलमान, ईसाई व अन्य सम्प्रदाय मूलतः हिन्दू है । हिन्दू एक सनातन जीवन पद्धति है । जो सृष्टि के आरम्भ से चली आ रही है । सक, हूंण, कुसांड़, आदि प्रजातिया समाप्त हो गयी अर्थात उनकी घर वापसी होकर हिन्दू हो गये । उन्होने जोर देकर कहा कि आप धर्मांतरण बंद कर दें । हम घर वापसी बंद कर देंगें । उनमे दम हो तो कानून बनाए। आजादी के समय भारत में मुसलमान तीन प्रतिशत, जबकि हिन्दू बांग्लादेश में 8 प्रतिशत, एवं पाकीस्तान में 15 प्रतिशत थे लेकिन वर्तमान में भारत में मुसलमान 25 प्रतिशत जबकि हिन्दू बांग्लादेश में 2 प्रतिशत में एवं पाकीस्तान में 3 प्रतिशत रह गये हैं । सवाल यह उठता है कि भारत में मुसलमान की जनसंख्या बढ़ती है जबकि बांग्लादेश और पाकीस्तान में हिन्दुओं की संख्या घटी है । बांग्लादेश एवं पाकीस्तान में हिन्दुओं की संख्या घटने का करण या तो उनका धर्मांतरण या उन्हे मौत के घाट उतार दिया गया है । जनसंख्या का असंतुलन हिन्दुस्तान के लिए घातक है । विहिप उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह ने गंगा, गौ और भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए युवाओं को आगे आने का आवाहन किया । प्रांत मंत्री गोविन्द शेडें ने लोगों का आवाहन किया कि गांव में गांव में बजरंगदल एवं विश्व हिन्दू परिषद की शाखाएं खड़ी करें और हनुमान चालीसा एवं व्यायाम शालाए चलाएं। स्वागत भाषण रामपाल तिवारी ने किया । बजरंग दल जिला संयोजक विवेक सिंह ने भी उद्बोधन दिया । आभार प्रदर्शन डाॅ. एल.एन. शर्मा ने किया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष सुरेश गुप्ता, बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी, एवं विभिन्न अनुसांगिक संगठनों के लोग एवं स्वागत समिति के पदाधिकारी सहित इलेक्ट्रानिक एवं प्रिंट मीडिया, के प्रतिनिधि एवं सैकड़ों लोग उपस्थित रहे ।
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