भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी का पुनर्गठन कर इससे केंद्रीय मंत्रियों स्मृति ईरानी, नजमा हेपतुल्ला और हेमा मालिनी को हटा दिया जबकि सुरेश प्रभु और बिरेंद्र सिंह इसमें स्थान पाने वाले नए लोगों में शामिल हैं। शाह ने कार्यकारिणी में सभी शीर्ष नेताओं अटल बिहारी वाजपेयी, नरेंद्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली और वेंकैया नायडू को बरकरार रखा है।
इस 178 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी में केंद्रीय मंत्री वीके सिंह, राव इंद्रजीत सिंह और सुब्रमण्यम स्वामी को भी स्थान मिला है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक अप्रैल के पहले हफ्ते में बंगलुरु में हो सकती है। पश्चिम बंगाल में भाजपा के उदीयमान नेता और गायक बाबुल सुप्रियो को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। फिल्म अभिनेत्री और चंडीगढ़ से पार्टी की सांसद किरण खेर को भी इसी श्रेणी में स्थान मिला है।
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री बिरेंद्र सिंह, रक्षा राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह के अलावा पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह दी गई है। भाजपा शासित सभी आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों और जम्मू कश्मीर समेत दो राज्यों के उपमुख्यमंत्रियों के अलावा पार्टी के 24 पूर्व मुख्यमंत्री और तीन पूर्व उपमुख्यमंत्री राष्ट्रीय कार्यकारणी के स्थायी निमंत्रित सदस्य हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने राष्ट्रीय कार्यकारणी में पूरे देश से 40 वरिष्ठ नेताओं को भी विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह नहीं पाने वाले प्रमुख नामों में जसवंत सिंह शामिल हैं जिन्हें पार्टी से निकाला जा चुका है। राज्यपाल बन चुके नेताओं का नाम भी इसमें नहीं है। पूर्व रक्षा मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह को भी इसमें जगह नहीं मिली है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कई केंद्रीय मंत्रियों नितिन गडकरी, अनंत कुमार, थावरचंद गहलोत, जगत प्रकाश नड्डा, रविशंकर प्रसाद, कलराज मिश्र, नरेंद्र सिंह तोमर, हर्षवर्धन, बंडारू दत्तात्रेय और राधा मोहन सिंह को भी स्थान मिला है। इसमें शामिल अन्य मंत्रियों में मुख्तार अब्बास नकवी, धर्मेंद्र प्रधान, राजीव प्रताप रूड़ी, प्रकाश जावडेकर, पीयूष गोयल और निर्मला सीतारमण के भी नाम हैं। यशवंत सिन्हा, विनय कटियार, सीपी ठाकुर, जुआल ओराम, एसएस अहलूवालिया, विजय कुमार मल्होत्रा, हुकुमदेव नारायण सिंह, एल गणेशन, लालजी टंडन, ओ राजगोपाल, तथागत रॉय और गुलाब चंद कटारिया जैसे प्रमुख नेताओं को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया है।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी से अलग किया गया है। योगी आदित्यनाथ, साध्वी निरंजन ज्योति और नवजोत सिंह सिद्धू को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी का हिस्सा बनाया गया है। पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह के समय राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 216 सदस्य थे।
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