पूर्व केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि भाजपानीत केन्द्र सरकार किसान विरोधी फैसले ले रही है और खाद्यान्न के न्यूनतम समर्थन मूल्य को ठंडे बस्ते में डालने के साथ केन्द्र की पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार द्वारा शुरु की गयी किसानों को बोनस देने की योजना को वापस ले लिया है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने बेमौसम बरसात से प्रभावित किसानों को मुआवजे की धनराशि जारी करने में केन्द्र सरकार द्वारा किये जा रहे विलम्ब की निंदा करते हुए कहा कि इससे किसानों के प्रति मोदी सरकार के उपेक्षात्मक रवैये का पता चलता है। उन्होंने खुलासा किया कि केन्द्र सरकार गेहूं का आयात कर रही है जिससे पता चलता है कि केन्द्र द्वारा कम उत्पादन की आशा की जा रही है साथ ही उसकी खरीद भी कम रहेगी।
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि बेमौसम बरसात से खाद्यान्न और आवश्यक वस्तुओं की मुद्रास्फीति दर बढेगी, साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि अच्छे दिनों का तथाकथित दावा करने वाली मोदी सरकार आम आदमी को राहत पहुंचाने में असफल रही है।
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