कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को हुए भारी नुकसान को देखते हुए सरकार से किसानों से की जाने वाली गेहूं की खरीद में नमी के मानकों में छूट देने का अनुरोध किया है। श्रीमती गांधी ने खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान को आज एक पत्र लिखकर यह अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सप्ताह में कई राज्यों में बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से गेहूँ की फसल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी है। इसके कारण गेहूँ में नमी की मात्रा बढ़ गयी है।
उन्होंने कहा “ मैने स्वयं प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद किसानों के इस भारी संकट को महसूस किया है। बहुत से किसान इन हालातों के चलते रातों-रात गरीबी की चपेट में आ गए हैं और कुछ तो दिवालियेपन के कगार पर हैं।” कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय खाद्य निगम के मौजूदा नियमों के तहत 14 प्रतिशत से अधिक नमी वाले गेहूँ की खरीद नहीं की जाती है। इसके अलावा 12 से 14 प्रतिशत नमी वाले गेहूँ के दाम भी कम दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि सामान्य हालात में यह प्रावधान उचित हो सकते हैं लेकिन इस अभूतपूर्व संकट के चलते बहुत कम गेहूँ ही खरीद के मानकों पर खरा उतर पायेगा ।
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