जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आज कश्मीरी पंडितों को जमीन देने के मुद्दे पर जबरदस्त हंगामा हुआ है। कल तक पंडितों को जमीन देने की बात कहने वाले मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद अब पलट गए हैं।
उनका कहना है कि कश्मीरी पंडितों को उनके घरों में ही वापसी कारवाई जाएगी और उनके लिए कोई अलग से कालोनी नहीं बनाई जाएगी। गौरतलब है कि अलगाववादी यासीन मलिक ने पंडितों को जमीन देने का विरोध किया था। जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चेयरमैन यासीन मलिक ने कहा है कि अगर कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के लिए अलग से कॉलोनी बसाई गई तो कश्मीर विश्व का दूसरा इजरायल बन जाएगा।
यासीन ने राज्य के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद पर राज्य में आरएसएस का एजेंडा लागू करने का भी आरोप लगाया। इस योजना को लेकर राज्य सरकार को जम्मू-कश्मीर में कई दलों और अलगाववादियों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले मुख्यमंत्री मुफ़्ती मोहम्मद सईद और गृह मंत्री राजनाथ सिंह की मंगलवार को दिल्ली में हुई बैठक में इस पर चर्चा हुई थी। मुफ़्ती मोहम्मद सईद ने केंद्रीय गृह मंत्री को आश्वासन दिया था कि राज्य सरकार घाटी में कश्मीरी पंडितों की टाउनशिप के लिए जल्दी से जल्दी जमीन का अधिग्रहण कर उसे उपलब्ध कराएगी।
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