नदी सफाई के नाम पर सिर्फ फोटो खिंचवाये गये :अखिलेश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 7 अप्रैल 2015

नदी सफाई के नाम पर सिर्फ फोटो खिंचवाये गये :अखिलेश

no-work-in-river-cleanness-said-akhilesh
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नदियों के लगातार प्रदूषित होने पर चिंता जताते हुए आज कहा कि अभी तक इनकी सफाई के ठोस प्रयास नहीं किये गये। श्री यादव ने आज यहां करीब 656 करोड रुपये की गोमती रिवरफ्रंट विकास परियोजना का शिलान्यास किया । मुख्यमंत्री ने व्यंग्य किया कि पिछली सरकारों के कार्यकाल में गोमती नदी की सफाई के नाम पर फोटो खूब खिंचवाये गये लेकिन गोमती नदी अभी भी ज्यों की त्यों प्रदूषित है। उन्होंने कहा कि गोमती की सफाई के नाम पर कूडा उठाया गया । उन्होंने अधिकारियों को हिदायत दी कि परियोजना का निर्माण इस तरह किया जाए कि कोई भी नाला गोमती नदी में नहीं गिरे। उन्होंने कहा कि परियोजना को चुनौती के रुप में लेकर डेढ साल में पूरा किया जाना चाहिए। 

राज्य के सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने इस मौके पर कहा कि अभी तक गोमती नदी की सफाई के नाम पर “तमाशा‘‘ किया गया । पानी की तरह अरबों रुपये खर्च कर दिये गये लेकिन गोमती प्रदूषित बनी रही। उन्होंने भरोसा दिलाया कि अब गोमती नदी पूरी तरह साफ हो जायेगी क्योंकि उनकी सरकार ने अब इसके लिए ठोस प्रयास किये है।उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग 20 वर्षो से अधिक समय से लम्बित पडी सरयू नहर परियोजना, बाणसागर परियोजना ,कनहर परियोजना के साथ कई बडी बडी योजनाओं को उनकी सरकार पूरी करवा रही है। इससे लाखों किसानों को लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि गोमती के बाद यमुना और गंगा नदी की सफाई की ठोस शुरुआत की जायेगी।उन्होंने बताया कि रिवरफ्रंट विकास परियोजना के तहत लखनऊ शहर में गोमती नदी के दोनों ओर आरसीसी दीवार (डायफ्राम वाल) खडी कर उसके बीच में नदी का बहाव रहेगा। लखनऊ शहर में गोमती नदी करीब 30 किमी क्षेत्र में है। नदी के दोनों किनारों को विकसित कर तांगा ट्रैक,साइकिल ट्रैक बनाया जायेगा। दोनों किनारों को पर्यटक केन्द्र के रुप में भी विकसित किया जायेगा।इस अवसर पर मुख्य सचिव आलोक रंजन और सिंचाई सचिव ओपी अग्रवाल भी मौजूद थे। 

कोई टिप्पणी नहीं: