फूड प्वाईजनिंग से युवक की मौत, पर्यटन उपनिदेशक का पुत्र है मृतक छात्रा
- दोस्त अस्पताल लेकर पहुंचे थे देर रात युवक को
देहरादून,7 अप्रैल(निस)। दून के एक और युवक की संदिग्ध् परिस्थितियों में मौत हो गयी है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे इस युवक को कल शाम उसके दो दोस्त सीएमआई लेकर पहुंचे थे जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। वहीं युवक के दोस्त अस्पताल से भागे तो अस्पताल प्रबंध्न ने पुलिस को सूचना दी। हालांकि बाद में चिकित्सकों ने मृत्यु का कारण पफूड प्वाईजनिंग बताया है। प्रभारी निरीक्षक अनिल जोशी ने बताया कि यदि परिजन किसी भी प्रकार से जांच की मांग करेंगे तो पुलिस नियमानुसार कार्रवाई करेगी। पिफलहाल परिजनांे की ओर से कोई शिकायत नहीं दी गयी है। मिली जानकारी के अनुसार रेसकोर्स निवासी आयुष द्विवेदी अपने दोस्त नितिश के साथ ईसी रोड पर खाने-पीने के लिए आया था। दोनों दोस्त करनपुर पुलिस चैकी से ही कुछ दूरी पर खाने-पीने लगे। इसी दौरान आयुष की हालत बिगड़ने लगी और उसके मुंह से झाग निकलने लगा। आयुष की हालत बिगड़ते देख नितीश ने अपने दोस्त केवल घोष को उसकी कार लेकर वहां बुलाया। घोष अपनी स्विफ्रट कार लेकर वहां पहुंचा और दोनों दोस्त आयुष को लेकर सीएमआई पहुंचे जहां चिकित्सकों ने आयुष को मृत घोषित कर दिया। इधर जैसे ही चिकित्सकों ने आयुष के मरने की बात उसके दोस्तों को सुनाई तभी नितीश की भी हालत बिगड़ने लगी। इस पर घोष ने नितीश को अपनी कार में डाला और उसे वहां से लेकर उसके घर छोड़ने चला गया। दोनों दोस्तों के जाते ही अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को फोन कर दिया और कहा कि दो लड़के अपने दोस्त की लाश को अस्पताल में छोड़ कर भाग गए हैं। सूचना मिलने पर रात ढाई बजे प्रभारी निरीक्षक डालनवाला अनिल जोशी सीएमआई पहुंचे और स्विफ्रट कार को तलाशने का काम शुरू किया लेकिन इसी दौरान घोष अपने साथ आयुष के पिता एके द्विवेदी को लेकर पहुंच गया। घोष ने बताया कि वह नितीश को गिरते देख कर घबरा गया था। आयुष के पिता पर्यटन विभाग में उपनिदेशक के पद पर तैनात हैं जबकि उनका पुत्र आयुष अपने दोस्त नितीश के साथ मिलकर प्रतियोगितात्मक परीक्षाओं की तैयारियां कर रहा था। बीती रात भी दोनों पढ़ाई करने के बाद घर से बाहर निकले थे और इसी दौरान खाने-पीने के बाद आयुष की हालत बिगड़ गयी। चिकित्सकों का कहना है कि फूड प्वाईजनिंग के कारण आयुष की मौत हुई है। उधर पुलिस ने भी प्रथम दृष्टया आपराधिक घटना से इंकार किया है।
स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मोबाइल मेडिकल टीम की आवश्यकताः राज्यपाल
देहरादून,7 अप्रैल(निस)। उत्तराखण्ड के राज्यपाल डा0 कृष्णकांत पाल ने कहा कि उत्तराखण्ड के दूर-दराज के इलाकों में स्वास्थ्य, चिकित्सा, उपचार सम्बन्धी प्राथमिक सुविधायें तथा जागरूकता के लिए एक ‘मोबाइल मेडिकल टीम’ का गठन नितान्त आवश्यक है। डाक्टरों की इस मोबाइल टीम में स्त्री रोग व बाल रोग विशेषज्ञों सहित ऐसे डाक्टर भी शामिल हों जो स्वास्थ्य के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के साथ ही उन्हें चिकित्सकीय परामर्श भी दे सकें। इस व्यवस्था से राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों के उन लोगांे को राहत मिल सकेगी जो चिकित्सालयों व ड़ाक्टरों की कमी के कारण सामान्य चिकित्सा-उपचार सुविधा तथा परामर्श से भी वंचित हैं। ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ के अवसर पर आज अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अपने सम्बोधन में राज्यपाल ने खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए खाद्य उत्पादन तथा विभिन्न स्तरों पर खाद्य सुरक्षा में सम्मिलित संस्थाओं व ऐजेन्सियों के समेकित प्रयासों की आवश्यकता के साथ ही सुरक्षित खाद्य पर विशेष बल दिया। उन्होंने खाद्य उत्पादन में कीटनाशकों तथा रासायनिक उर्वरकों के बढ़ते प्रयोग तथा अन्य मिलावट से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले गंभीर दुष्प्रभावों की ओर भी ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि खाद्य तथा पोषण पर निरन्तर अनुसंधान की भी जरूरत है। सम्बोधन से पूर्व राज्यपाल ने एम्स परिसर सहित उन सभी वार्डों का भी अवलोकन किया जहाँ मरीज भर्ती थे। राज्यपाल ने कई मरीजों का हाल-चाल भी जाना। एम्स की वर्तमान व्यवस्थाओं से संतुष्ट राज्यपाल ने आशा व्यक्त की कि निकट भविष्य में यह संस्थान न केवल उत्तराखण्ड बल्कि देश के प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल होगा। आज के कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ मुख्य अतिथि राज्यपाल द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। कार्यक्रम में एम्स के निदेशक प्रो0 राजकुमार सहित संस्थान के वरिष्ठ चिकित्सक, चिकित्सा व नर्सिंग पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों सहित अनेक विशिष्ठ माहनुभाव भी उपस्थित थे।
पर्यटन मंत्री ने की चारधाम यात्रा व्यवस्था की समीक्षा
देहरादून,7 अप्रैल(निस)। पर्यटन मंत्री दिनेश धनै ने मंगलवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं के संबंध में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा की। बैठक में पर्यटन मंत्री ने निर्देश दिये कि सभी विभाग आपस में बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए चारधाम यात्रा को सफल बनाये। सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी स्वयं यात्रा मार्ग पर जाकर व्यवस्थाओं का जायजा ले। उन्होंने कहा कि सिरोबगड़-लामबगड़ जैसे स्लाइड जोन पर पुलिस पिकेट, प्रकाश व्यवस्था, डोजर, जे.सी.बी. की दोनो ओर व्यवस्था की जाय। कौन स्थान डेंजर है, इसकी जानकारी जिलाधिकारी द्वारा दी जाय। पर्यटन मंत्री ने कहा कि लोनिवि और बी.आर.ओ के पास पर्याप्त मात्रा में बजट उपलब्ध है, इसलिए सड़कों का मरम्मत कार्य तेजी से किया जाय। एस.डी.आर.एफ. सोनप्रयाग से केदारनाथ तक तैनात रहे। चारधाम यात्रा मार्ग पर संचार व्यवस्था को पुख्ता किया जाय। इसके लिए दूरसंचार विभाग समय से सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ले। चारधाम यात्रा मार्ग पर बिजली व्यवस्था समय से सुनिश्चित हो तथा प्रकाश की वैकल्पिक व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाय, आवास व्यवस्था का कार्य गढ़वाल मण्डल विकास निगम द्वारा देखी जाय। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर स्थापित विभिन्न कैम्पों में मेडिकल टीम भी तैनात रहे। बायोमैट्रिक रजिस्ट्रेशन केन्द्रों पर संचार उपकरणों की व्यवस्था ठीक से की जाय। यात्रा संचालन में वाहनों के नियंत्रण की व्यवस्था पुलिस देखेगी। यात्रा मार्गो पर स्थापित टाइलेटों में जल संयोजन की व्यवस्था जल संस्थान द्वारा की जायेगी, यात्रा मार्गों पर सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी उन्होेने निर्देश दिये। बैठक में अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव एस.रामास्वामी, सचिव डाॅ. उमाकांत पंवार, सचिव डी.एस.गब्र्याल, आयुक्त गढ़वाल मण्डल सी.एस.नपलच्याल सहित सभी विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।
एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों का धरना जारी रहा
देहरादून,7 अप्रैल(निस)। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के अंतर्गत कार्यरत एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों का अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा। धरना स्थल पर कर्मचारियों द्वारा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर हिंदी भवन के समक्ष धरना दिया जा रहा है। आंदोलनरत कर्मचारियों का कहना है कि राज्य में 212 एमपीडब्ल्यू कर्मचारी दुर्गम एवं अतिदुर्गम स्वास्थ्य केंद्रों में अल्प मानदेय में कार्य कर रहे हैं। 30 सितंबर 2014 के सरकार के आदेशानुसार 212 एमपीडब्ल्यू संविदा कर्मचारियों का बजट बंद कर दिया गया है। उनका कहना है कि 30 सितंबर 2014 के बाद एमपीडब्ल्यू पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की नियमित या संविदा पर नियुक्ति राज्य स्तर से ही होनी है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुरुष के 900 पद रिक्त हैं, जिन्हें सरकार ने मृत घोषित कर रखा है। इन्हें पुनर्जीवित कर 212 एमपीडब्ल्यू के पदों पर समायोजन किया जाए। प्रदेश में मलेरिया एवं डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, ऐसे में एमपीडब्ल्यू की भूमिका के मद्देनजर नियमित पदों पर नियुक्ति की जाए। उनका कहना है कि भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार प्रत्येक उपकेंद्र में एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता एमपीडब्ल्यू पुरुष का होना जरूरी है। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार की ओर से उन्हें केवल कोरे आश्वासन दिए जा रहे हैं। धरने में वीरेंद्र चमोली, दलीप नेगी, ललित कुमार, कुसुमलता, नीरज त्यागी, जितेंद्र, कमलेश चंद्र आदि शामिल हुए।
बेरोजगारों को न मिल पा रहा रोजगार और न बेरोजगारी भत्ता ही
देहरादून,7 अप्रैल(निस)। राज्य में विभिन्न विभागों में सैकड़ों पद रिक्त पड़े हैं, बेरोजगार लगातार रोजगार दिए जाने की मांग करते आ रहे हैं लेकिन राज्य सरकार बेरोजगारों को रोजगार मुहैया नहीं करा पा रही है। उत्तराखंड राज्य स्थापना के बाद यहां के बेरोजगारों को आस जागी थी कि उन्हें रोजगार मिलेगा, रोजगार की तलाश में दर-दर नहीं भटकना पड़ेगा लेकिन उनके लिए रोजगार आज भी सपना ही रह गया है। राज्य में बेरोजगारों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा, लेकिन सरकार रोजगार नहीं दे पा रही है। प्रदेश सरकार द्वारा बेरोजगारों के लिए रोजगार सहकौशल भत्ता योजना शुरु की गई, लेकिन इस योजना का भी अधिसंख्य लोगों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। उत्तराखंड में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या आठ लाख से अधिक हो चुकी है। यह संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। बेरोजगारों को रोजगार देने में सरकार के पसीने छूट रहे हैं। सरकार बेरोजगार युवाओं को न तो रोजगार दे पा रही है और न ही बेरोजगारी भत्ता। बेरोजगार युवा रोजगार सहकौशल भत्ते के लिए सेवायोजन कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन सरकार सभी पंजीकृत बेरोजगारों को रोजगार सहकौशल भत्ता भी नहीं दे पा रही है। न नौकरी और न ही रोजगार सहकौशल भत्ता मिलने से बेरोजगार युवाओं में रोष व्याप्त है। उत्तराखंड राज्य आंदोलन के पीछे भी एक बड़ा कारण बेरोजगारी ही रहा है। पलायन रोकने के लिए भी रोजगार की व्यवस्था अहम थी। राज्य बनने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि यहां बेरोजगारी पर लगाम लगेगी। लेकिन प्रशिक्षित युवा बेरोजगार सड़क पर घूम रहे हैं। सेवायोजन कार्यालयों की स्थापना के पीछे भी यही कारण था कि यह राज्य के युवाओं को रोजगार से जोड़ेंगे और व्यवसायों को प्रोत्साहित करेगा, लेकिन सेवायोजन कार्यालय रोजगार दिलाने की दिशा में नाकामयाब रहे हैं। रोजगार सृजन की दिशा में कुछ खास पहल नहीं हो पा रही है। बेरोजगारी भत्ता सरकार पर बोझ बन गया है। रोजगार और कौशल विकास भत्ता योजना के लिए भी समय पर वित्त की व्यवस्था नहीं हो पाई है। अब इस भत्ते के पात्र लोगों की संख्या बढ़ रही है तो उसी अनुपात में इस मद में बजट भी बढ़ रहा है, जिसकी व्यवस्था करना सरकार के लिए काफी महंगा पड़ रहा है। पहले इंटर तक शिक्षा प्राप्त बेरोजगार को 500 रुपया, स्नातक को 750 रुपया और स्नात्तकोत्तर को 1000 रुपया मिलता था, वह बढ़कर क्रमशः 750, 1000 व 1500 रुपया प्रतिमाह कर दिया गया है। यानी भत्ता बढ़ने से सरकार पर वित्तीय बोझ भी बढ़ गया, लेकिन इसके विपरीत सरकार लगाातर इस मद के बजट में कटौती कर रही है। राज्य के चंपावत जिले में 21665 बेरोजगार, अल्मोड़ा में 69018, नैनीताल में 89014, बागेश्वर जिले में 28368, ऊधमसिंहनगर में 90898, जनपद रुद्रप्रयाग में 25925, चमोली में 43602, पौड़ी में 63351, हरिद्वार में 96318, उत्तरकाशी में 26832, टिहरी में 65050 और देहरादून जिले में 162375 बेरोजगार पंजीकृत हो हैं। अभी तक पूरे प्रदेश में बेरोजगार भत्ता मिलने औसतन दर मात्र 3 प्रतिशत ही है।
भूरा का साथी बवाना भी गिरफ्तार
देहरादून,7 अप्रैल(निस)। आंखों में धूल झोंककर पुलिस कस्टडी से भूरा को फरार करवाने के मुख्य आरोपी नीरज बवाना को दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने मंगलवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया। 15 दिसम्बर को बागपत में पेशी के दौरान बदमाशों द्वारा कुख्यात अमित भूरा को उत्तराखण्ड पुलिस कस्टडी से भगा लिया गया था। बदमाश जाते जाते उत्तराखण्ड पुलिस के हथियार भी लूटले गये थे। भूरा की फरारी के बाद पुलिस की काफी किरकिरी हुई, जिसके बाद तीन राज्यों की पुलिस ने भूरा की गिरफ्तारी हेतू संयुक्त अभियान चलाते हुए कई बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस जांच में यह भी साफ हो गया था कि भूरा कि फरारी को अंजाम देने के लिए टिहरी जेल मंे बंद कुख्यात सुनील राठी ने दिल्ली के गैंगस्टर नीरज बवाना को यह जिम्मेवारी सौंपी थी। जिसने अपने साथियों की मदद से इस फरारी को अंजाम दिलवाया था। बताया जा रहा है कि भूरा ने फरार होने के बाद दिल्ली जाकर नीरज बवाना से मुलाकात की। फिर वह अपने साथी सचिन खोखर के साथ चला गया। सूत्रों की माने तो फरारी के दौरान भी नीरज बवाना अमित भूरा को पैसों की मदद करता रहा। रविवार को पटियाला पुलिस द्वारा अमित भूरा और सचिन खोखर को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस अब नीरज बवाना की तलाश में जुटी थी। मंगलवार की सुबह दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सूचना मिली कि एक लाख का ईनामी नीरज बवाना अपने साथी के संग रोहणी के क्राउन प्लाजा स्थित मेट्रो रोड पर आने वाला है। इस सूचना पर दिल्ली पुलिस ने उक्त स्थान की घेराबन्दी कर ली। नीरज बवाना के वहंा पहुंचते ही पुलिस ने जब उसे पकड़ने की कोशिश की तो उसने पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया। लेकिन पुलिस अधिक संख्या में होने के कारण वह और उसका साथी पुलिस गिरफ्त में आ गया। पुलिस ने नीरज बवाना के पास से एक पिस्टल व कारतूस बरामद किये है। नीरज बवाना के गिरफ्तार होने से पुलिस का मनोबल बढ़ चुका है तथा वह भूरा फरारी प्रकरण के अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तारी की बात कह रही है।
कांग्रेसियों ने फूंका प्रधानमंत्री मोदी का पुतला
देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ रैली निकालकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस भवन में एकत्रित हुए, वहां से केन्द्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रैली की शक्ल में ग्लोब चैक पर पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फूंका। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना था कि मोदी सरकार द्वारा रसोई पर डाका डालने का कार्य किया जा रहा है। भाजपा के बैग्लूरू में आयोजित महाधिवेशन में मोदी द्वारा गैस सब्सिडी पर दिये गये बयान जिसमें मोदी ने कहा है कि जनता अब सब्सिडी की सोच को बदल दें की निंदा करते हुए कहा कि भाजपा ने चुनाव में आम लोगों को ठगा है और अब पंूजीपतियों के इशारे पर काम कर रही है। मोदी सरकार का कैसा वायदा है जो जनता से धोखा और सीधे तौर पर रसोई के बजट पर डाका डाला है। पहले मोदी सरकार ने जनता को गैस सब्सिडी के नाम पर बैंकों में खाते खोलने के लिए लाइन में खडे करवाकर फार्म भरवाये, फोटो खिंचवाई, आधार कार्ड बनवाये, गैस कार्यालय पर लंबी-लंबी कतारें लगवाई और जनता की जेब काट ली, गैस उपभोक्ता सब्सिडी पाने के लिए भटकता रहा और भाजपा के अधिवेशन में मोदी द्वारा यह बयान देना कि देश की जनता को सब्सिडी का ख्याल छोड़ देना चाहिए, इससे बड़ा मजाक और जनता के साथ कुछ हो नहीं सकता। जनता को आर्थिक नुकसान समय की बर्बादी और फिर मोदी सरकार का सब्सिडी पर यह बयान जनता के साथ किये गये भद्दे मजाक का कांग्रेस पुरजोर तरीके से विरोध करेगी।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने रेल मन्त्री को दी जय गंगे एक्सप्रेस की योजना
देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष, गंगा एक्शन परिवार के संरक्षक एवं ग्लोबल इन्टरफेथ वाश एलायंस (जीवा) के अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने भारत सरकार के रेल मन्त्री सुरेश प्रभु से ‘जय गंगे एक्सप्रेस’ नाम से एक विशेष ट्रेन ऋषिकेश से चलवाने की माँंग की है। उन्होंने कल देर शाम चलते-चलते रेल मन्त्री को इस हेतु एक प्रस्ताव सौंपा। परमार्थ परिवार ने यह ट्रेन उत्तराखण्ड की देवनगरी ऋषिकेश से पश्चिम बंगाल के गंगासागर तक चलाने का सुझाव सुरेश प्रभु को दिया है। यह जानकारी देते हुए परमार्थ प्रवक्ता राम महेश मिश्र ने बताया कि स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने जय गंगे एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का सुझाव गंगा आरती के बाद नई दिल्ली प्रस्थान के समय रेल मन्त्री को दिया। रेल मन्त्री को यह प्रस्ताव बहुत अच्छा लगा और उन्होंने इस पर प्रभावी कार्यवाई का आश्वासन दिया। प्रवक्ता ने बताया कि इस रेलगाड़ी को पर्यावरण की सन्देशवाहक ट्रेन के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव दिया गया है। इस ट्रेन के माध्यम से जनजागरण का पूरा स्वरूप तैयार करने की जिम्मेदारी गंगा एक्शन परिवार-ग्लोबल इन्टरफेथ वाश एलायंस-परमार्थ निकेतन द्वारा उठायी जायेगी। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा है कि ट्रेन यात्रा के साथ-साथ गंगा और पर्यावरण की स्वच्छता एवं शुद्धता का सन्देश दिया जा सकेगा। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने ऋषिकेश से गोरखपुर तक चलने वाली ‘राप्ती गंगा एक्सप्रेस’ को मऊ तक चलाने की सिफारिश भी रेल मन्त्री से की है। उन्होंने कहा कि इससे उत्तर प्रदेश पूर्वांचल के निवासियों को अपने क्षेत्रों में जाने में भारी मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि ऋषिकेश सहित उत्तराखण्ड के विभिन्न अंचलों में निवास कर रहे पूर्वी उ.प्र. के लोग इसकी माँग लम्बे समय से करते आ रहे हैं। इस मौके पर बड़ौदा हाउस नई दिल्ली स्थित उत्तर रेलवे के जीएम अजय कुमार पुठिया, रेलवे सुरक्षा बल के आईजी हरानन्द एवं आई.आर.सी.टी.सी. के सीएमडी डाॅ0 ए0 के0 मनोचा भी मौजूद रहे।
पब्लिक स्कूलों की मनमानी के खिलाफ कलक्टेªट पर किया प्रदर्शन
देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। पब्लिक स्कूलों की मनमानी के विरोध में विभिन्न संगठनों द्वारा जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया गया। इन संगठनों का कहना था कि यदि पब्लिक स्कूलों की मनमानी पर रोक न लगी तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। शिक्षा जन संघर्ष अभियान के अंतर्गत विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग जिला मुख्यालय में एकत्रित हुए और पब्लिक स्कूलों की मनमानी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पब्लिक स्कूलों द्वारा लगातार अभिभावकों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है। सरकार को ऐसे पब्लिक स्कूलों के खिलाफ कानून बनाकर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। सरकारी स्कूल बर्बादी के कगार पर आ चुके हैं, इन्हें बचाने के लिए एक व्यापक आंदोलन शुरू किया जायेगा। इन संगठनों का कहना था कि फीस बढ़ोत्तरी पर तत्काल रोक लगाई जाए। संगठनों का कहना था कि पब्लिक स्कूलों की मनमानी के खिलाफ लगातार विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है, लेकिन अभी तक सरकार द्वारा इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई। पब्लिक स्कूल लूट मचाए हुए हैं और सरकार मौन साधे हुए है। संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा पब्लिक स्कूलों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। उनका कहना था कि पब्लिक स्कूलों के प्रति सरकार और प्रशासन के उदासीन रवैये के कारण ही पब्लिक स्कूल बेलगाम होते जा रहे हैं।
उपचुनाव को लेकर मतदान के दिन प्रचार बन्द के निर्देश जारी
देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। प्रमुख सचिव एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राज्य की 28- भगवानपुर (अ0जा0) विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा के लिए उप निर्वाचन के दृष्टिगत मतदान दिवस पर 11 अप्रैल, 2015 पूर्वान्ह 08.00 से अपरान्ह 05.30 बजे तक लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 की धारा-126क की उप धारा (1) में निहित प्राविधानों के अनुसरण में उक्त उप निर्वाचन के संबंध में किसी भी प्रकार के एक्जिट पोल का संचालन तथा प्रिन्ट या इलक्ट्रानिक मीडिया द्वारा इसका प्रकाशन या प्रचार अथवा किसी भी अन्य तरीके से उसके प्रसार पर प्रतिबन्ध रहेगा। उन्हांेने बताया कि उक्त अधिनियम की धारा-126(1) में निहित प्राविधानों के अनुसरण में उक्त निर्वाचन के दौरान मतदान क्षेत्र में मतदान की समाप्ति के लिए नियत समय के साथ समाप्त होने वाले 48 घण्टों की अवधि के दौरान किसी भी प्रकार के निर्वाचन संबधी मामले का किसी भी ओपीनियन पोल या अन्य किसी सर्वे के परिणामों सहित, प्रदर्शन किसी भी इलैक्ट्रोनिक मीडिया से करने पर प्रतिबंध रहेगा।
सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत, दो घायल
देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। विकासनगर क्षेत्र के जस्सोवाला में सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए लेहमन अस्पताल हरबर्टपुर में भर्ती कराया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार देहरादून-हरबर्टपुर हाइवे पर जस्सोवाला के पास आॅल्टो कार संख्या यूके 07 एजी 0917 बस संख्या यूके 07 पीए 1814 को ओवरटेक करने के फेर में सामने से आ रही एक अन्य कार से जा टकरायी। कार की गति तेज होने की वजह से कार मे सवार शौकत पुत्र अफजल (60) निवासी शंकरपुर-शेरपुर की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि असरफ पुत्र अब्दुल रसीद (25) व शाहरुख पुत्र लियाकत (22) की महंत इन्द्रेश अस्पताल मे उपचार के दौरान मौत हुई। मृतकों में दादा व पोता शामिल हैं। इस दुर्घटना में कार में सवार तमीर पुत्र लियाकत (19) व सावेद पुत्र शाहरुख को इलाज के लिए हरबर्टपुर स्थित लेहमन अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
केदारनाथ क्षेत्र में मजदूरों को बिजली का इंतजार
देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। केदारनाथ मंदिर को भले ही ऊर्जा निगम ने रोशन कर दिया हो लेकिन बेस कैंप अब भी अंधेरे में है। चार सौ से अधिक मजदूरों को बिजली का इंतजार है। इसका कारण बिजली के तारों का बर्फ में दबा होना है। केदारनाथ क्षेत्र में फरवरी माह से विद्युत आपूर्ति ठप पड़ी हुई है। लिनचोली तक दो सप्ताह पूर्व आपूर्ति बहाल कर दी गई थी, लेकिन ऊंचाई वाले क्षेत्र में अधिक बर्फबारी के चलते विद्युत लाइनें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिससे बिजली आपूर्ति में निगम के कर्मचारियों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। केदारनाथ बेस कैंप में बिजली आपूर्ति के लिए बर्फ से तबाह हो चुकी एलटी लाइन को ठीक करने की कार्यवाही की जा रही है। ऊर्जा निगम के सहायक अभियंता अक्षित भट्ट ने बताया कि केदारनाथ बेस कैंप में आपूर्ति सुचारू करने के लिए बर्फ में दबी लाइन के तारों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है। यह तारें चार से आठ फुट नीचे बर्फ में दबी हैं। उन्होंने बताया कि यदि तार बर्फ से नहीं निकल पाई तो ऊखीमठ से बिजली की तारें भेजी जाएंगी। उधर, केदारनाथ में निम के पास सौर ऊर्जा की लाइटें व दस से अधिक जनरेटर मौजूद हैं, जिनका नियमित रूप से रात्रि को प्रयोग में लाया जाता है। जनरेटरों के लिए मिट्टी तेल हेलीकॉप्टर से सप्लाई की जा रही है। जबकि कमरों में जलने वाले बोल्वो हीटर मिट्टी तेल से ही चलते हैं।
कांग्रेसियों ने फूंका प्रधानमंत्री मोदी का पुतला
देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ रैली निकालकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस भवन में एकत्रित हुए, वहां से केन्द्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रैली की शक्ल में ग्लोब चैक पर पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फूंका। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना था कि मोदी सरकार द्वारा रसोई पर डाका डालने का कार्य किया जा रहा है। भाजपा के बैग्लूरू में आयोजित महाधिवेशन में मोदी द्वारा गैस सब्सिडी पर दिये गये बयान जिसमें मोदी ने कहा है कि जनता अब सब्सिडी की सोच को बदल दें की निंदा करते हुए कहा कि भाजपा ने चुनाव में आम लोगों को ठगा है और अब पंूजीपतियों के इशारे पर काम कर रही है। मोदी सरकार का कैसा वायदा है जो जनता से धोखा और सीधे तौर पर रसोई के बजट पर डाका डाला है। पहले मोदी सरकार ने जनता को गैस सब्सिडी के नाम पर बैंकों में खाते खोलने के लिए लाइन में खडे करवाकर फार्म भरवाये, फोटो खिंचवाई, आधार कार्ड बनवाये, गैस कार्यालय पर लंबी-लंबी कतारें लगवाई और जनता की जेब काट ली, गैस उपभोक्ता सब्सिडी पाने के लिए भटकता रहा और भाजपा के अधिवेशन में मोदी द्वारा यह बयान देना कि देश की जनता को सब्सिडी का ख्याल छोड़ देना चाहिए, इससे बड़ा मजाक और जनता के साथ कुछ हो नहीं सकता। जनता को आर्थिक नुकसान समय की बर्बादी और फिर मोदी सरकार का सब्सिडी पर यह बयान जनता के साथ किये गये भद्दे मजाक का कांग्रेस पुरजोर तरीके से विरोध करेगी।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने रेल मन्त्री को दी जय गंगे एक्सप्रेस की योजना
- परमार्थ परिवार ने ऋषिकेश से गंगासागर तक विशेष ट्रेन चलाने की माँग की
- राप्ती गंगा एक्सप्रेस को गोरखपुर से आगे मऊ तक चलाया जाए
देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष, गंगा एक्शन परिवार के संरक्षक एवं ग्लोबल इन्टरफेथ वाश एलायंस (जीवा) के अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने भारत सरकार के रेल मन्त्री सुरेश प्रभु से ‘जय गंगे एक्सप्रेस’ नाम से एक विशेष ट्रेन ऋषिकेश से चलवाने की माँंग की है। उन्होंने कल देर शाम चलते-चलते रेल मन्त्री को इस हेतु एक प्रस्ताव सौंपा। परमार्थ परिवार ने यह ट्रेन उत्तराखण्ड की देवनगरी ऋषिकेश से पश्चिम बंगाल के गंगासागर तक चलाने का सुझाव सुरेश प्रभु को दिया है। यह जानकारी देते हुए परमार्थ प्रवक्ता राम महेश मिश्र ने बताया कि स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने जय गंगे एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का सुझाव गंगा आरती के बाद नई दिल्ली प्रस्थान के समय रेल मन्त्री को दिया। रेल मन्त्री को यह प्रस्ताव बहुत अच्छा लगा और उन्होंने इस पर प्रभावी कार्यवाई का आश्वासन दिया। प्रवक्ता ने बताया कि इस रेलगाड़ी को पर्यावरण की सन्देशवाहक ट्रेन के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव दिया गया है। इस ट्रेन के माध्यम से जनजागरण का पूरा स्वरूप तैयार करने की जिम्मेदारी गंगा एक्शन परिवार-ग्लोबल इन्टरफेथ वाश एलायंस-परमार्थ निकेतन द्वारा उठायी जायेगी। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा है कि ट्रेन यात्रा के साथ-साथ गंगा और पर्यावरण की स्वच्छता एवं शुद्धता का सन्देश दिया जा सकेगा। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने ऋषिकेश से गोरखपुर तक चलने वाली ‘राप्ती गंगा एक्सप्रेस’ को मऊ तक चलाने की सिफारिश भी रेल मन्त्री से की है। उन्होंने कहा कि इससे उत्तर प्रदेश पूर्वांचल के निवासियों को अपने क्षेत्रों में जाने में भारी मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि ऋषिकेश सहित उत्तराखण्ड के विभिन्न अंचलों में निवास कर रहे पूर्वी उ.प्र. के लोग इसकी माँग लम्बे समय से करते आ रहे हैं। इस मौके पर बड़ौदा हाउस नई दिल्ली स्थित उत्तर रेलवे के जीएम अजय कुमार पुठिया, रेलवे सुरक्षा बल के आईजी हरानन्द एवं आई.आर.सी.टी.सी. के सीएमडी डाॅ0 ए0 के0 मनोचा भी मौजूद रहे।
पब्लिक स्कूलों की मनमानी के खिलाफ कलक्टेªट पर किया प्रदर्शन
देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। पब्लिक स्कूलों की मनमानी के विरोध में विभिन्न संगठनों द्वारा जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया गया। इन संगठनों का कहना था कि यदि पब्लिक स्कूलों की मनमानी पर रोक न लगी तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। शिक्षा जन संघर्ष अभियान के अंतर्गत विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग जिला मुख्यालय में एकत्रित हुए और पब्लिक स्कूलों की मनमानी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पब्लिक स्कूलों द्वारा लगातार अभिभावकों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है। सरकार को ऐसे पब्लिक स्कूलों के खिलाफ कानून बनाकर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। सरकारी स्कूल बर्बादी के कगार पर आ चुके हैं, इन्हें बचाने के लिए एक व्यापक आंदोलन शुरू किया जायेगा। इन संगठनों का कहना था कि फीस बढ़ोत्तरी पर तत्काल रोक लगाई जाए। संगठनों का कहना था कि पब्लिक स्कूलों की मनमानी के खिलाफ लगातार विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है, लेकिन अभी तक सरकार द्वारा इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई। पब्लिक स्कूल लूट मचाए हुए हैं और सरकार मौन साधे हुए है। संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा पब्लिक स्कूलों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। उनका कहना था कि पब्लिक स्कूलों के प्रति सरकार और प्रशासन के उदासीन रवैये के कारण ही पब्लिक स्कूल बेलगाम होते जा रहे हैं।
उपचुनाव को लेकर मतदान के दिन प्रचार बन्द के निर्देश जारी
देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। प्रमुख सचिव एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राज्य की 28- भगवानपुर (अ0जा0) विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा के लिए उप निर्वाचन के दृष्टिगत मतदान दिवस पर 11 अप्रैल, 2015 पूर्वान्ह 08.00 से अपरान्ह 05.30 बजे तक लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 की धारा-126क की उप धारा (1) में निहित प्राविधानों के अनुसरण में उक्त उप निर्वाचन के संबंध में किसी भी प्रकार के एक्जिट पोल का संचालन तथा प्रिन्ट या इलक्ट्रानिक मीडिया द्वारा इसका प्रकाशन या प्रचार अथवा किसी भी अन्य तरीके से उसके प्रसार पर प्रतिबन्ध रहेगा। उन्हांेने बताया कि उक्त अधिनियम की धारा-126(1) में निहित प्राविधानों के अनुसरण में उक्त निर्वाचन के दौरान मतदान क्षेत्र में मतदान की समाप्ति के लिए नियत समय के साथ समाप्त होने वाले 48 घण्टों की अवधि के दौरान किसी भी प्रकार के निर्वाचन संबधी मामले का किसी भी ओपीनियन पोल या अन्य किसी सर्वे के परिणामों सहित, प्रदर्शन किसी भी इलैक्ट्रोनिक मीडिया से करने पर प्रतिबंध रहेगा।
सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत, दो घायल
देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। विकासनगर क्षेत्र के जस्सोवाला में सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए लेहमन अस्पताल हरबर्टपुर में भर्ती कराया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार देहरादून-हरबर्टपुर हाइवे पर जस्सोवाला के पास आॅल्टो कार संख्या यूके 07 एजी 0917 बस संख्या यूके 07 पीए 1814 को ओवरटेक करने के फेर में सामने से आ रही एक अन्य कार से जा टकरायी। कार की गति तेज होने की वजह से कार मे सवार शौकत पुत्र अफजल (60) निवासी शंकरपुर-शेरपुर की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि असरफ पुत्र अब्दुल रसीद (25) व शाहरुख पुत्र लियाकत (22) की महंत इन्द्रेश अस्पताल मे उपचार के दौरान मौत हुई। मृतकों में दादा व पोता शामिल हैं। इस दुर्घटना में कार में सवार तमीर पुत्र लियाकत (19) व सावेद पुत्र शाहरुख को इलाज के लिए हरबर्टपुर स्थित लेहमन अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
केदारनाथ क्षेत्र में मजदूरों को बिजली का इंतजार
देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। केदारनाथ मंदिर को भले ही ऊर्जा निगम ने रोशन कर दिया हो लेकिन बेस कैंप अब भी अंधेरे में है। चार सौ से अधिक मजदूरों को बिजली का इंतजार है। इसका कारण बिजली के तारों का बर्फ में दबा होना है। केदारनाथ क्षेत्र में फरवरी माह से विद्युत आपूर्ति ठप पड़ी हुई है। लिनचोली तक दो सप्ताह पूर्व आपूर्ति बहाल कर दी गई थी, लेकिन ऊंचाई वाले क्षेत्र में अधिक बर्फबारी के चलते विद्युत लाइनें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिससे बिजली आपूर्ति में निगम के कर्मचारियों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। केदारनाथ बेस कैंप में बिजली आपूर्ति के लिए बर्फ से तबाह हो चुकी एलटी लाइन को ठीक करने की कार्यवाही की जा रही है। ऊर्जा निगम के सहायक अभियंता अक्षित भट्ट ने बताया कि केदारनाथ बेस कैंप में आपूर्ति सुचारू करने के लिए बर्फ में दबी लाइन के तारों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है। यह तारें चार से आठ फुट नीचे बर्फ में दबी हैं। उन्होंने बताया कि यदि तार बर्फ से नहीं निकल पाई तो ऊखीमठ से बिजली की तारें भेजी जाएंगी। उधर, केदारनाथ में निम के पास सौर ऊर्जा की लाइटें व दस से अधिक जनरेटर मौजूद हैं, जिनका नियमित रूप से रात्रि को प्रयोग में लाया जाता है। जनरेटरों के लिए मिट्टी तेल हेलीकॉप्टर से सप्लाई की जा रही है। जबकि कमरों में जलने वाले बोल्वो हीटर मिट्टी तेल से ही चलते हैं।
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