प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी की 'सूटबूट की सरकार' वाली टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा है कि एक साल बाद भी कांग्रेस लोकसभा चुनाव में अपनी करारी शिकस्त को पचा नहीं पाई है।
पीएम मोदी ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि यूपीए शासन के दौरान गैर-संवैधानिक संस्थाओं के पास ही वास्तविक शक्ति थी। प्रधानमंत्री कार्यालय में सत्ता के केंद्रित होने की आलोचनाओं को खारिज करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री और पीएमओ संवैधानिक व्यवस्था का हिस्सा हैं और इससे बाहर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष उनके विदेश दौरों के बारे में आधारहीन आरोप लगा रहा है।
मोदी ने कहा कि जीएसटी और प्रस्तावित भूमि अधिग्रहण विधेयक कुछ ही समय में पारित होगा और गरीबों, किसानों और गांवों के पक्ष में भूमि विधेयक पर कोई भी सुझाव सरकार स्वीकार करेगी। प्रधानमंत्री ने अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर कहा कि किसी भी समुदाय के खिलाफ हिंसा या किसी तरह का भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान सक्रिय, लोकोन्मुखी सुशासन से ओतप्रोत सुधार पर केंद्रित होगा।
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