रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों के लिए ‘समान रैंक समान पेंशन योजना’ (ओआरओपी) के संदर्भ में उनके मंत्रालय ने सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं और किसी को भी इस मुद्दे के ‘‘राजनीतिकरण’’ की कोशिश नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘मेरे मंत्रालय ने सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं और ओआरओपी को लागू कर दिया जाएगा.’’ बहरहाल, उन्होंने कहा कि इसको लागू करने की प्रक्रिया में थोड़ा वक्त लगेगा.
शहर स्थित भूतपूर्व सैनिकों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पर्रिकर ने कहा कि इस मुद्दे का ‘‘राजनीतिकरण’’ नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘लोग अभी तक इसके वित्तीय निहितार्थ को नहीं जानते. रक्षा मंत्री ने अपना सारा आकलन कर लिया है और इस फॉर्मूले पर सैन्य बलों के साथ सर्वसम्मति से सहमति थी.’’ उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्री के तौर पर उनके कार्यभार संभालने के बाद से योजना के प्रावधानों का आंकड़ा करीब 22,000 करोड़ रूपए तक पहुंच गया था.
भूतपूर्व सैनिकों की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल बी. पंडित (सेवानिवृत्त) ने कहा कि ओआरओपी के लागू होने में हो रही देरी से उनके समुदाय के लोगों में भारी गुस्सा है.
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