भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण जैसे अहम मुद्दों को सुलझाने के लिए पार्टी को संसद में दो तिहाई बहुमत चाहिए। शाह ने मोदी सरकार के एक साल पूरे होने के अवसर पर पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। उनसे पूछा गया था कि मोदी सरकार के एक साल होने के बाद भी पार्टी के अहम मुद्दों पर कोई प्रगति नहीं हुई है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कोर मुद्दों को सुलझाने के लिए पार्टी को लोकसभा में दो तिहाई बहुमत यानी 370 सीटें चाहिए। उल्लेखनीय है कि भाजपा के प्रमुख मुद्दों में अनुच्छेद 370 हटाना, देश में समान नागरिक संहिता लागू करना और अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण शामिल है। पार्टी पर आरोप लग रहे हैं कि सत्ता में रहने के लिए उसने इन मुद्दों को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
मोदी सरकार के एक साल पूरा होने पर मंगलवार को भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि 30 साल बाद किसी पार्टी को केंद्र में पूर्ण बहुमत मिला। चुनाव से पहले देश को प्रधानमंत्री पर और प्रधानमंत्री को कैबिनेट पर भरोसा नहीं था। लेकिन मोदी सरकार ने विश्वास के संकट को खत्म किया।
अमित शाह ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि देश में सरकार के प्रति अविश्वास का खत्म होना इस सरकार की बड़ी उपलब्धि है। यूपीए सरकार के 10 साल के कार्यकाल में देश लगातार भ्रष्टाचार में डूबा हुआ था। उन्होंने कहा कि यह सरकार देश को पॉलिसी पैरालेसिस से बाहर लेकर आई है। दुनिया में घोटालों की वजह से देश की साख खराब थी। हमारी सरकार एक साल में बेदाग रही। यह हमारी बड़ी उपलब्धि है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज दुनिया भारत की प्रगति को बड़ी उम्मीदों से देख रही है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि यूपीए सरकार ने कालेधन की रोकथाम के लिए क्या किया। मोदी सरकार ने पहली बैठक में कालेधन को लेकर एसआईटी बनाई, करीब सात सौ नाम उजागर किए गए, कालेधन की रोकथाम के लिए मजबूत कानून बनाया।
शाह ने कहा कि काले धन खाताधारकों का नाम पूछने वाले काले धन के समर्थक हैं। कई देशों से संधि के कारण नामों का खुलासा करना ठीक नहीं है। अमित शाह ने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले एक साल में संघीय ढांचे को मजबूत किया। योजना आयोग को खत्म करने हमने नीति आयोग की स्थापना की और देश के लिए पॉलिसी बनाने में राज्यों के प्रतिनिधियों को इसमें शामिल किया।
शाह ने कहा कि एक साल पहले देश की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर चुकी थी। भाजपा सरकार ने एक साल में जीडीपी को 4.4 से 5.7 फीसद पर पहुंचाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब सत्ता में आती है तब विकास दर गिरती है और जब भाजपा सत्ता में आती है तो विकास दर बढ़ती है। शाह ने कहा कि हमारी प्राथमिकता गरीब को विकास की दौड़ में आगे लाने की है।
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