मुंबई ने चेन्नई को 41 रनों से हरा जीता खिताब - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 25 मई 2015

मुंबई ने चेन्नई को 41 रनों से हरा जीता खिताब


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मुंबई इंडियंस ने इडेन गार्डन्स स्टेडियम में हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आठवें संस्करण के खिताबी मुकाबले में रविवार को चेन्नई सुपर किंग्स को 41 रनों से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। मुंबई इंडियंस से मिले 203 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए सुपर किंग्स टीम निर्धारित 20 ओवरों में आठ विकेट खोकर 161 रन ही बना सकी। बड़े लक्ष्य को देखते हुए सुपर किंग्स की शुरुआत अच्छी नहीं कही जा सकती। उनके शुरुआती विकेट तो जल्दी नहीं गिरे लेकिन सलामी बल्लेबाजों पर बड़े स्कोर का दवाब स्पष्ट दिख रहा था। ड्वायन स्मिथ (57) को शॉट लेने में संघर्ष करते दिख रहे थे। जिसका दबाव दूसरे छोर पर खड़े माइकल हसी (4) पर भी देखा गया और हसी के तेज लेकिन नीची रही शॉट पर कवर पॉइंट पर खड़े जगदीश सुचित ने कमाल का कैच लिया।

इसके बाद आए सुरेश रैना (28) ने स्मिथ के साथ रन गति को थोड़ा जरूर बढ़ाया, लेकिन कभी भी वे आक्रामक नजर नहीं आए। इस बीच स्मिथ ने 45 गेंदों में आठ चौके और एक छक्के की मदद से अपना अर्धशतक पूरा किया। हालांकि अगले हरभजन सिंह के अगले ओवर में वह अपनी बाउंड्री में सिर्फ एक इजाफा कर सके और 12वें ओवर की पांचवीं गेंद पर पगबाधा हो पवेलियन लौटे। इसके बाद सुपर किंग्स के विकेटों के गिरने का जैसे सिलसिला शुरू हो गया। हरभजन ने अपने अगले ओवर में रैना को हर्षल पटेल के हाथों कैच आउट करवा दिया। ड्वायन ब्रावो (9), महेंद्र सिंह धौनी (18), फाफ दू प्लेसिस (1) और पवन नेगी (3) से टीम को उम्मीद थी, लेकिन बड़े लक्ष्य का दबाव वे नहीं सह सके और सस्ते में अपने विकेट गंवाते चले गए।

इस बीच सुपर किंग्स का आस्किंग रेट भी पहाड़ सरीखा हो चला। सुपर किंग्स को आखिरी पांच ओवरों में 91 रन चाहिए थे, जबकि आखिरी दो ओवरों में यह लक्ष्य 66 रन था। असंभव से लक्ष्य के बावजूद मोहित शर्मा (नाबाद 21) ने बल्लेबाजी का लुत्फ उठाते हुए एक चौका और दो शानदार छक्के लगाए। अंतत: रिकॉर्ड छठा फाइनल खेल रही दो बार की चैम्पियन सुपर किंग्स निर्धारित ओवरों में आठ विकेट खोकर 161 रन ही बना सकी। मुंबई के लिए मिशेल मैक्लेनगन ने सर्वाधिक तीन, जबकि मलिंगा और हरभजन ने दो-दो विकेट हासिल किए।

इससे पहले, मुंबई इंडियंस ने रोहित शर्मा (50) और लेंडल सिमंस (68) के बीच दूसरे विकेट के लिए हुई तूफानी 119 रनों की साझेदारी की बदौलत निर्धारित 20 ओवरों में मुंबई ने पांच विकेट गंवाकर 202 रन बनाए। सुपर किंग्स को तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने पहले ही ओवर में पार्थिव पटेल को खाता खोले बगैर पवेलियन की राह दिखा आक्रामक शुरुआत दिलाई। पटले को फाफ दू प्लेसिस रन आउट होकर पवेलियन लौटे। मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित ने लेकिन सिमंस के साथ शतकीय साझेदारी कर सुपर किंग्स पर करारा पलटवार किया और टीम को दमदार स्थिति में पहुंचा दिया। रोहित, सिमंस के क्रीज पर रहते मुंबई 12 ओवरों में 120 रन बना चुका था।

सुपर किंग्स ने भी यू-टर्न लेते हुए लगातार दो गेंदों पर रोहित और सिमंस को पवेलियन की राह दिखा दी और विशालकाय स्कोर की ओर बढ़ रहे मुंबई पर थोड़ी लगाम जरूर लगा दी। रोहित 25 गेंदों पर छह चौके और दो छक्कों की मदद से अर्धशतक पूरा करने के तुरंत बाद अगली ही गेंद पर रवींद्र जडेजा के हाथों लपके गए। कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने सभी को चौंकाते हुए 13वें ओवर में आक्रमण पर ड्वायन स्मिथ को बुलाया। हालांकि स्मिथ ने कप्तान के फैसले को बिल्कुल सही ठहराते हुए पहली ही गेंद पर सिमंस का विकेट चटका दिया। सिमंस 45 गेंदों पर आठ चौके और तीन छक्के लगाकर क्लीन बोल्ड हो पवेलियन लौटे। लगातार दो विकेट गिरने के बावजूद रोहित और सिमंस ने आगामी बल्लेबाजों के लिए मजबूत आधार तैयार कर दिया था।

अंबाती रायडू (नाबाद 36) और कीरन पोलार्ड (36) ने इस मजबूत आधार का भरपूर लाभ उठाते हुए चौथे विकेट के लिए 71 रनों की तेज साझेदार निभाई। स्मिथ के पास 18वें ओवर की पांचवीं गेंद पर इस साझेदारी को तोड़ने की सुनहरा मौका था लेकिन वह रायडू का एक आसान कैच छोड़ बैठे। पोलार्ड के 19वें ओवर की पांचवीं गेंद पर आउट होने के साथ यह साझेदारी टूटी। मोहित की गेंद पर सुरेश रैना को कैच थमाने से पहले पोलार्ड ने 18 गेंदों का सामना कर दो चौके और तीन छक्के लगाए। हमेशा की तरह आखिरी ओवर लेकर आए ड्वायन ब्रावो ने हार्दिक पांड्या को खाता खोलने का भी मौका नहीं दिया। पांड्या का कैच भी रैना ने ही लिया। ब्रावो ने सुपर किंग्स के लिए सर्वाधिक दो विकेट लिए और कुल 26 विकेट के साथ वह आईपीएल में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे।

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