अवैध शराब के कारोबार के विरूद्ध फूटा गुस्सा आगजनी, पुलिस उदासीन
नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) नरकटियागंज स्थित शिकारपुर थानाक्षेत्र के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में अवैध शराब का अविरल स्रोत बह रहा है। सूत्र बताते है कि अवैध शराब के उस बहते स्रोत को शिकारपुर थाना के कतिपय कर्मियांे का परोक्ष शह प्राप्त है। कभी कभी थानाध्यक्ष को इस बात की जानकारी होती है तो कई ऐसे थानेदार होते है जिन्हें इसकी जानकारी नहीं होती। हाँ! ऐसे मामलों में पुलिसकर्मियों के भय से कोई मुँह खोलने को तैयार नहीं होता है। वैसे नरकटियागंज शहर के पोखरा चैक, पुरानी बाजार, धांगड़टोली, हरदिया चैक समेत अन्य कई जगह है। जहाँ कतिपय पुलिसकर्मियों के कथित संरक्षण में अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है। वहाँ से पुलिस का बँधी बँधाई एकमुश्त रकम मिलती है। नगर परिषद् के अलावे करीब सभी पंचायत के गाँव विशेष में अवैध शराब के कारोबारी अपने काम को अंजाम देते है। जिससे समाज में विद्वेष व नफरत के साथ विषवमन का खेल बढता जा रहा है। विगत शनिवार को लोगों के अन्दर पुलिस व शराब माफियाओं के गठजोड़ के विरूद्ध शहरी महिलाओं का गुस्सा आखिरकार फूट पड़ा और वे सड़क पर उतर आई। इस काम के लिए भी महिलाओं को अपना कदम बढाना पड़ा। शहर में अवैध शराब की विक्री पर रोक लगाने की मांग करने वाली महिलाओं ने अपने बच्चों के साथ नरकटियागंज-बेतिया मुख्य पथ को घंटो अवरूद्ध कर दिया। महिलाओं व बच्चों को चिलचिलाती धूप में आगे आकर पुलिस के विरूद्ध कदम बढाते देख कतिपय जवान व वृद्ध भी उनके साथ आ खड़े हुए। उसके बाद उŸोजित शराबबन्दी जत्था ने सड़क पर आगजनी भी की। महिलाओं का कहना है कि अवैध शराब के कारोबारी अपने घर से लेकर बाहर तक शराब बेंचने व पीने पिलाने का कारोबार करते है। किन्तु समाज में महिलाओं व बच्चों पर पड़ने वाले इसके दुष्प्रभाव का किसी को ख्याल नही, आन्दोलनकारी महिलाओं ने कहा कि इसब पुलिसे वाला करावत बाडे़ सं! शराब बन्दी के लिए आगे आई महिलाओं ने अवैध शराब व पुलिस प्रशासन क विरूद्ध जमकर नारेबाजी किया। शराब बन्दी के लिए सड़क पर उतरी महिलाअंांे से पुलिस वाले भी बचने का प्रयास करते नजर आए। मौके पर पहुँचे शिकारपुर पुलिस के प्रभारी एसएचओ नागेन्द्र साहनी ने हालात को किसी प्रकार संभाला। अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ फूटने वाला आमजनों का गुस्से को यदि पुलिस समझ लेती है तो बहुत अच्छी बात होगी। वहाँ कि महिलाओं का कहना है कि पुलिस के लोग आ शराब वाला मिलल बाड़े लोग। उल्लेखनीय है कि अवैध शराब के कारोबार से पुलिस व उत्पाद पुलिस को प्रतिमाह लाखों रूपये की अवैध उगाही होती हैं। इसलिए सब जानते हुए कोई कार्रवाई नहीं होती हैं। उधर गौनाहा थानाक्षेत्र के दोमाठ में वहाँ की महिलाएँ जागरूक हुई तो उन्होंने अपने पति के मुँह में कालिख पोतकर अवैध शराब के विरूद्ध आन्दोलन किया।
किसान सलाहकारों की अनिश्चितकालीन हड़ताल चैथे दिन जारी
नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) नरकटियागंज के किसान सलाहकारों का आन्दोनलन आज चैथे दिन जारी रहा। नरकटियागंज प्रखण्ड के सभी किसान सलाहकार भीएलडब्लू /भीईडब्लू के पद पर समायोजन करने के सरकार के वादाखिलाफी के विरूद्ध बिहार राज्य किसान सलाहकार संघ पटना के आह्वान पर नरकटियागंज शाखा के किसान सलाहकार 22 मई 2015 से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गये है। इतना ही नहीं कोई सरकारी काम किसी अधिकारी द्वारा नहीं हो इसके लिए सभी किसान सलाहकार ई-किसान भवन के मुख्य दरवाजे पर तालाबन्दी कर दी गयी है। उसके उपरान्त संघ प्रदर्शन, काला पट्टी, सत्याग्रह, मशाल जुलूस, अर्थी जुलूस और अर्द्ध नग्न प्रदर्शन भी की जाएगी। हमारी मांगे घोषणा आधारित नहीं है। इसलिए किसी प्रकार के आश्वासन नहीं बल्कि मुख्मंत्री माने और उर्दू शिक्षकों की बहाली का रास्ता स्वयं ढूंढ ले। हमारी मांगे बिहार सरकार मान ले अन्यथा सारी जवाबदेही सरकार की होगी। जबतक हमारी मांग पूरी नही होती है तबतक आन्दोलन जारी रहेगा। किसान सलाहकारों में मुकेश मिश्र, अखिलेश मिश्र मूरत साह, प्रदीप पाण्डेय, कुन्दन पाण्डेय, अनिल कुमार, सुजीत पण्डेय, अरविन्द दूबे, अजय वर्मा, अनिल कुमार, सैल्युकश कुमार, कुन्दन पाण्डेय, अजय वर्मा, आदित्य प्रकाश व अन्य अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। किसान सलाहकारो ने कहा कि सरकार के किसी प्रकार के आश्वासन पर उन्हे भरोसा नहीं बल्कि विभागीय पत्र पर पूरा भरोसा है। इसलिए हमारी मांगों के समर्थन में जबतक विभागीय पत्र नहीं मिलेगा आन्दोलन जारी रहेगा।
पति के हत्यारांे ने पुत्र पर चैकीदार से कराया हमला, बालक की हालत गंभीर
नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) नरकटियागंज अनुमण्डल के शिकारपुर पुलिस अंचल की आनामति देवी के पति के हत्यारों के विरूद्ध करीब डेढ वर्ष बीत जाने के बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा सकी है। बाध्य होकर उसने न्यायालय का दरवाजा खटखटाते हुए पुलिस वालों के विरूद्ध पति के हत्यारों के साथ संलिप्तता का आरोप लगाया है। उसके बाद बौखलाहट में आनामति देवी के विपक्षियों ने उसके करीब 8 से 10 वर्ष के बच्चे की जमकर पिटाई कर दी। मरनासन्न स्थिति में उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। जहाँ चिकित्सकों ने उसे बेहतर इलाज वास्ते बेतिया रेफर कर दिया है। सहोदरा पुलिस के के एम गुप्ता ने दूरभाष पर बताया कि मामले की जाँच कर समुचित कार्रवाई की जाएगी, घायल बच्चे की प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। घायल बालक की माँ आनामति देवी ने बताया कि सहोदरा थाना के चैकीदार योगेन्द्र पासवान अपने सहयोगियो के साथ स्व. महन्थ महतों के घर पहुँचकर उसके बेटे की जमकर पिटाई कर डाली जिससे उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। आनामति देवी ने बताया कि पुलिस पर केस करने के बाद बौखलाहट में पुलिस के अधिकारियो ने पति की हत्या के बाद उसके घर के चिराग को बुझाने की नियत से मारपीट किया।
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