भारी हथियारों से लैस माओवादियों ने बिहार और झारखंड में अपने दो दिवसीय बंद के पहले दिन आज जिले में ग्रांड ट्रंक रोड पर टैंकरों और कंटेनरों समेत 32 वाहनों को आग लगा दी. बंद का आह्वान माओवादियों ने अपनी एक महिला नेता के मारे जाने की घटना के विरोध में किया है. हालांकि कोलकता को नई दिल्ली से जोड़ने वाले इस मार्ग पर तड़के हुए इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ और यातायात बहाल हो चुका है.
पटना जोनल महानिरीक्षक (आईजी) कुंदन कृष्णन ने बताया कि बिशनपुर और ताराडीह गांवों के निकट जीटी रोड पर 50 से अधिक माओवादियों ने 32 वाहनों को आग लगा दी. उन्होंने बताया कि इन वाहनों में से चार टैंकरों में गैस सिलिंडर थे और एक वाहन में डीजर भरा हुआ था. माओवादियों ने इन टैंकरों में वाहन चालक के बैठने वाली जगह को आग लगा दी लेकिन आग टैंकों तक नहीं पहुंच पाई. उन्होंने बताया कि हमलावरों ने एक कार को आग लगाने से पहले उसमें बैठे परिवार को सुरक्षित जाने दिया.
माओवादियों ने 16 मई को सीआरपीएफ के साथ मुठभेड़ में बिहार झारखंड छत्तीसगढ़ स्पेशल एरिया समिति की सदस्य सरिता उर्फ उर्मिला गंझू की मौत के विरोध में बंद का आह्वान किया है. महानिरीक्षक ने बताया कि पुलिस बल और गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस उपमहानिरीक्षक घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और जले हुए वाहनों को हटा दिया गया है.
कृष्णन ने कहा कि दो दिवसीय बंद के मद्देनजर इलाके में माओवादियों की गतिविधियों पर नजर रखने और उन्हें रोकने के लिए विशेष अभियानों पर विचार किया जाएगा. इस बीच राज्य के सारण जिले के पानापुर में भी सशस्त्र माओवादियों ने एक मोबाइल टावर को आग लगा दी.
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