एनएसई का बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी गुरुवार को सप्ताह की लगातार चौथी गिरावट के साथ बंद हुआ. सुबह से उतार-चढ़ाव भरे सत्र में मई वायदा एक्सपायरी और कॉरपोरेट जगत से खराब तिमाही नतीजों से बाजार के सेंटिमेंट को झटका लगा है. जहां निफ्टी 15.6 अंक गिरकर, यानी 0.19 फीसदी, 8,319 पर बंद हुआ वहीं बीएसई प्रमुख इंडेक्स 58 अंक टूटकर 27,507 पर बंद हुआ. सेंसेक्स पर 0.21 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई. दिन के कारोबार ब्लू चिप कंपनियों के शेयर में जोरदार गिरावट रही. एचडीएफसी 2.5 फीसदी और एचसीएल टेक्नॉलजी में 2.6 फीसदी की गिरावट रही. इन खराब प्रदर्शन के साथ जहां निफ्टी 0.67 फीसदी की गिरावट देखी वहीं बेंचमार्क सेंसेक्स भी 0.65 फीसदी लुढ़क गया.
बाजार के जानकारों का मानना है कि मई वायदा एक्सपायरी के साथ-साथ एशियाई बाजारों में गिरावट का भारतीय बाजारों पर असर पड़ा है. वहीं तिमाही नतीजों से पहले सावधानी बरतने से हिंडाल्को में 2.25 फीसदी, कोल इंडिया में 3.95 फीसदी और एमएंडएम में 2.72 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई.
भारतीय कंपनियों के जनवरी-मार्च तिमाही में खराब नतीजों ने निवेशकों को सतर्क कर दिया. बाजार में उछाल के लिए उम्मीद से ज्यादा समय लग सकता है. गौरतलब है कि शुक्रवार को आने वाले जीडीपी आंकड़ों में भारत का विकास दर लगातार दूसरी तिमाही में चीन से बेहतर आने वाले हैं लेकिन बाजार का मानना है कि यह आंकड़ें जमीन पर दिखाई नहीं दे रहे हैं.
गौरतलब है कि भारतीय बाजारों में सुबह की शुरुआत बढ़त के साथ देखनो को मिली है. अमेरिका में बुधवार को आई तेज के असर से घरेलू बाजार हरे निशान में खुलने में कामयाब रहा. प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स लगभग 50 अंकों की बढ़त के साथ खुला वहीं निफ्टी भी 10 अंकों की बढ़त के साथ खुला. सुबह 10.00 बजे बीएसई सेंसेक्स 40 अंकों की बढ़त के साथ 27,604 पर था. वहीं इसी समय पर 12 अंकों की बढ़त के साथ 8,346 पर निफ्टी बना हुआ था. बुधवार को सेंसेक्स 27,564.66 और निफ्टी 8,335 पर बंद हुए थे.
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