गौनाहा के बीईओ ने बनाया विभाग को मजाक, शिक्षा चैपट: गायत्री
- प्रधानाध्यापकों को धमकाने वाले अभियंताआंे व बीईओ पर कार्रवाई की मांग
नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) अनुमण्डल के गौनहा प्रखण्ड अन्तर्गत विभिन्न विद्यालय में शिक्षा उस क्षेत्र की जनता के भाग्य भरोसे है या दूसरे शब्दो में यूँ कहा जाए कि प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी के रहम ओ करम पर है तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। संवाददाताओं ने जब क्षेत्र का भ्रमण किया तो कही शिक्षक नदारद पाए गये तो कही प्रधान शिक्षक। गौनाहा के प्रबुद्धजनों व शिक्षा प्रेमियों का कहना है कि दरअसल गौनाहा के बीईओ विजय कुमार वर्मा ने प्रखण्ड की शिक्षा व्यवस्था को चैपट करने की कसम खा रखी है और उसमें सहयोगी बन बैठे है डीईओ बेतिया। प्रभारी प्रमुख गौनाहा प्रखण्ड गायत्री देवी(यादव) ने तो कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों ने तो हमारे प्रखण्ड की पूरी व्यवस्था को चैपट करने की ठान ली है। गौनाहा के एक विभाग की कौन कहे अधिकांश विभागों के कमियों को दूर करने के लिए कई बार पत्र लिखा जा चुका है किन्तु कोई कार्रवाई नहीं हो रही हैं। शिक्षा विभाग में तो बीईओ मानो ठिकेदार बने हुए है और शिक्षा को चैपट करने मे लगे है। वही नव निर्माण में प्राक्कलन केे अनुरूप कहीं काम नहीं किया जा रहा विद्यायल या शौचालय निर्माण में गड़बड़ी हो रही है। भविष्य में कोई अप्रिय घटना होगी तो हमारे प्रखण्ड के बच्चों के साथ होगी। अभियंताओं द्वारा प्रधानाचार्यों से धमका कर अवैध वसूली की जा रही है। प्रखण्ड की प्रमुख ही नहीं अन्य जनप्रतिनिधि भी कहते है कि प्रशासनिक अधिकारियों के कान पर उनकी आवाज का कोई असर नहीं हो रहा। जिससे क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था पूर्णतः चैपट होती जा रही है और इसके लिए सर्वप्रथम गौनाहा के बीईओ पर विभागीय जाँचोपरान्त कार्रवाई होनी चाहिए। इस बावत बीईओ से पूछे जाने पर बताने की जगह व आनाकानी करने से बाज नहीं आते। गौनाहा के समाजिक कार्यकर्ता और पूर्व पैक्स अध्यक्ष गोरख प्रसाद बताते है कि वैसे सभी अधिकारियों के विरूद्ध नीतीश सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए, जिनके कारण आम जनता मंे रोष है और जिससे आगामी विस चुनाव में सरकार की सेहत पर असर पड़ने वाला है।
डीएवी प्रबंधन की मनमानी पर गोलबन्द हुए अभिभावक, लगाया प्रबंधन पर आरोप
- असंतुष्ट अभिभावक निजी वाहन से बच्चों को पहुँचाएँ विद्यालय: प्रबंधन
नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) पश्चिम चम्पारण जिला का एकलौता हैदराबाद सत्याग्रह डीएवी पब्लिक स्कूल नरकटियागंज के प्रबंधन की शिकायत मिलनी प्रारंभ हो गयी है। हालाकि प्रबंधन शिकायत को एक सिरे से नकारता रहा है। किन्तु विद्यालय के संबंध में अचानक अभिभावकांे के रूख में बदलाव प्रबंधन की अक्षमता को अवश्य दर्शाता है। ग्रामीण क्षेत्र के छा़त्र-छात्राओं के अभिभावकों का कहना है कि पहले डीएवी के प्राचार्य पाँच बच्चों के लिए बस चलवाते रहे। इनदिनो जब छात्रों की संख्या बढ गयी है तो बस में प्रतिदिन एक सीट पर पाँच-पाँच बच्चों को बैठाया जाता है। शिकायत करने पर प्रधान अध्यापक अश्विनी कुमार सिंह बताते है कि यदि अभिभावक बस सेवा से संतुष्ट नहीं है तो अपनी निजी व्यवस्था कर बच्चो को विद्यालय पहुँचाए। बच्चों द्वारा एक सीट पर अधिक को बिठाने की बात पर, बस स्टाॅफ द्वारा बच्चों के बैठने से इनकार करने पर उनकी पिटाई करने की धमकी दी जाती है। बस में गेट पर कोई स्टाॅफ नहीं रहता है, जिसके कारण कई बार बच्चे घायल हो जाते है। अब अभिभावक बच्चों की संख्या में वृद्धि की बावत बताते है कि विद्यालय प्रबंधन बड़ी बस का संचालन करे। इस बावत प्रधान अध्यापक अश्विनी कुमार सिंह आरोपो को एक सिरे से नकारते हुए कहते हैं कि बस में पचास की जगह पचपन विद्यार्थियांे को बैठाया जा सकता है। कभी-कभार एक सीट पर चार बच्चों को मजबूरी में बिठाया जाता है। यदि अभिभावक संतुष्ट नहीं है तो वे अपने बच्चों को अपनी सवारी से विद्यालय पहुँचाने की जहमत उठाएँ। विद्यालय प्रबंधन अपनी सुविधा अनुसार बस चलाएगा, यदि अभिभावक अतिरिक्त राशि वहन करने को तैयार है तो वे वातानुकूलित बस सेवा देने को तैयार है। उधर अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय प्रबंधन के विरोध मंे स्वर मुखर करने पर वह बच्चों का नाम काट देने की धमकी देता है। ग्रामीण क्षेत्र के अभिभावकों का यह भी आरोप है कि उनके बच्चों को सुबह मंे पहले बुलाया जाता है और विद्यालय समाप्त होने पर दो घंटे बाद उन्हें पुनः विलम्ब से घर भेजा जाता है। अभिभावक ऐसी ऐसी कई समस्याओं से प्रतिदिन रूबरू होते है।
एक युवक गिरफ्तार
नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) नरकटियागंज प्रखण्ड कार्यालय पथ मंे स्थित अनिरूद्ध प्रसाद यादव के पुत्र विजय कुमार यादव को शिकारपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार अनुसूचित जाति जन जाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत उपर्युक्त कार्रवाई की गयी है। गुरूवार की शाम उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उल्लेखनीय है कि विजय पर इसके पूर्व में भी कई आरोप लगाये गए है। पूरे प्रकरण में उभयपक्षीय मामला पहले से शिकारपुर थाना और जी आर पी थाना में दर्ज हैं।
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