बिहार विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद बीजेपी में आज अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई, जब बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं - लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, यशवंत सिन्हा और शांता कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के खिलाफ असंतोष का बिगुल बजाते हुए कहा कि पिछले एक साल में पार्टी शक्तिहीन हुई है और उसे कुछ मुट्ठी भर लोगों के अनुसार चलने पर मजबूर किया जा रहा है। बीजेपी में निर्विवाद नेता के तौर पर उभरने और मई में सरकार बनने के बाद नरेंद्र मोदी को पहले बड़े असंतोष का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें इन दिग्गजों ने संक्षिप्त लेकिन कड़े शब्दों में एक बयान जारी कर बिहार की हार की संपूर्ण समीक्षा की मांग उठाई। बयान में कहा गया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार से कोई सबक नहीं सीखा गया।
उन्होंने कहा कि हार के लिए सबको जिम्मेदार बताना खुद को बचाना है। इन नेताओं ने कहा कि हार की वजहों की पूरी समीक्षा हो और इस पर विस्तार से चर्चा होनी चाहिए। यह दिखाता है कि जो लोग जीतने पर अपनी वाहवाही कर रहे होते, वो करारी हार मिलने पर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। बीजेपी के इन वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक बिहार में हार की मुख्य वजह पिछले एक साल में पार्टी का प्रभाव घटना है। उन्होंने कहा कि हार के कारणों की विस्तार से चर्चा की जानी चाहिए। बयान में कहा गया कि इस बात की भी समीक्षा की जानी चाहिए कि कैसे पार्टी कुछ लोगों के सामने नतमस्तक हो गई है और कैसे इसका आम सहमति का आचरण नष्ट हो गया है। यह समीक्षा उन लोगों के द्वारा कतई नहीं की जानी चाहिए जिन्होंने बिहार में चुनाव प्रचार का प्रबंधन किया और जो उसके लिए जिम्मेदार हैं।
बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी के आवास से बयान जारी किए जाने से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व विचारक और पूर्व बीजेपी नेता गोविंदाचार्य ने जोशी से बंद कमरे में गुफ्तगू की। बिहार के चुनाव परिणाम को कई लोग नरेंद्र मोदी सरकार के 18 महीने के कामकाज पर जनता की प्रतिक्रिया मान रहे हैं। लेकिन गृह मंत्री राजनाथ सिंह समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस हार के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। राजनाथ ने साथ ही यह भी कहा कि हम जनता का मूड नहीं समझ पाए, सामाजिक गणित हमारे खिलाफ था, जिसके कारण हार हुई।
इस बीच, बीजेपा ने पार्टी सांसद भोला सिंह द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की आलोचनाओं को खारिज करते हुए नेताओं को संयम बरतने की सलाह दी। बिहार में हार के बाद पार्टी में उठापटक शुरू हो गई है। भोला सिंह के अलावा बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और आरके सिंह तथा हुकुमदेव नारायण यादव भी पार्टी की रणनीति की आलोचना कर चुके हैं। हालांकि भोला सिंह पहले नेता हैं, जिन्होंने सीधे मोदी और शाह पर निशाना साधा है।
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