मुंबई, 08 नवंबर, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) सोमवार को नये अध्यक्ष शशांक मनोहर के नेतृत्व में लंबे अर्से बाद अपनी आम वार्षिक बैठक(एजीएम) आयोजित करेगा जिसमें मौजूदा आईसीसी चेयरमैन एन श्रीनिवासन के भविष्य पर बड़ा फैसला आ सकता है। दुविधा और टालमटोल के बाद मुंबई में सोमवार को एजीएम आयोजित की जाएगी जिसमें हितों के टकराव पर कड़े नियम के अलावा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवासन को लेकर बड़ा फैसला आने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि मनोहर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद में भारत के प्रतिनिधि और मौजूदा चेयरमैन श्रीनिवासन की मौजूदगी से खुश नहीं हैं।
संभावना है कि एजीएम में श्रीनिवासन के आईसीसी में बने रहने पर निर्णय लिया जाएगा। भारतीय बोर्ड की छवि को सुधारने और भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिये कमर कस चुके और कड़े कदम उठा रहे मनोहर श्रीनिवासन पर बड़ा फैसला लेने की तैयारी में है। श्रीनिवासन के विश्वस्त माने जाने वाले आईपीएल के मुख्य संचालन अधिकारी सुंदर रमन के तीन नवंबर काे अपने पद से इस्तीफा देने के बाद ही इसके संकेत मिलना शुरू हो गये थे कि श्रीनिवासन के लिये भी आईसीसी में बने रहना अब आसान नहीं होगा। समझा जाता है कि मनोहर रमन की बीसीसीआई में उपस्थिति से खुश नहीं थे और उन्होंने रमन को एजीएम में उनके इस्तीफे की चर्चा करने के बजाय स्वत: ही पद छोड़ने का विकल्प दिया था। दरअसल 2013 आईपीएल भ्रष्टाचार मामले में रमन की भूमिका पर सबसे अधिक सवाल उठे थे लेकिन वह फिर भी इस पद पर बने रहने में कामयाब रहे।
संभावना यह भी जताई जा रही है कि बीसीसीआई वार्षिक बैठक में वर्ष 2016 के लिये मनोहर को नये चेयरमैन के यप में प्रस्तावित कर सकती है। श्रीनिवासन ने जून 2014 में आईसीसी चेयरमैन का पदभार संभाला था। आईपीएल छह में भ्रष्टाचार मामले में अपनी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के कारण हितों के टकराव और अपने दामाद गुरूनाथ मेयप्पन के सट्टेबाजी में संलिप्तता के कारण बीसीसीआई अध्यक्ष का पद गंवाने वाले श्रीनिवासन यदि आईसीसी से भी अपना पद गंवा देते हैं तो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट संस्था में उनका पूरी तरह पटाक्षेप हो जाएगा।
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