पटना 08 नवम्बर (वार्ता) बिहार विधानसभा के चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्रियों के पांच पुत्रों में से तीन ही चुनावी वैतरणी पार कर पाये । जनता दल यूनाईटेड के नेतृत्व वाले महागठबंधन के घटक राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के पुत्र तेज प्रताप यादव महुआ से तथा तेजस्वी यादव राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से पहली बार चुनावी दंगल में अपनी किस्मत अजमाने उतरे । चुनावी गणित की जानकारी नहीं होने के बावजूद श्री यादव के दोनों पुत्रों ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को कड़ी टक्कर देते हुए जीत दर्ज की । दोनों भाई राजद के टिकट पर चुनाव मैदान में थे ।
पूर्व मुख्यमंत्री स्व. दारोगा प्रसाद राय के पुत्र चंद्रिका राय महागठबंधन के घटक राजद के टिकट से इस बार फिर परसा विधानसभा क्षेत्र से चुनावी वैतरणी पार करने के इरादे से उतरे थे जिसमें उन्हें कामयाबी हाथ लगी । श्री राय को इस क्षेत्र से वर्ष 2010 के विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा था । इससे पहले वह इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं ।
पूर्व मुख्यमंत्री डा.जगन्नाथ मिश्र के पुत्र एवं विधायक नीतीश मिश्रा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक भारतीय जनता पार्टी :भाजपा: के टिकट पर इस बार झंझारपुर से चुनावी मैदान में उतरे । जदयू से पाला बदलकर भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे श्री मिश्र को राजद उम्मीदवार से करारी हार का सामना करना पड़ा । श्री मिश्र नीतीश सरकार में मंत्री भी रहे थे ।
पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष मांझी कुटुंबा :सुरक्षित: विधानसभा क्षेत्र से पहली बार अपनी राजनीतिक भविष्य की तलाश में उतरे थे लेकिन उन्हें भी अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी से हार का सामना करना पड़ा है ।
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