नयी दिल्ली, 10 नवंबर, रेलवे ने बिहार के मधेपुरा में बिजली रेल इंजन कारखाने का ठेका फ्रांस की कंपनी अल्स्टॉम को आवंटित किया है। अल्स्टॉम ने यह ठेका अपनी प्रतिस्पर्द्धी बॉम्बार्डियर , सीमेन्स और जीई को पछाड़ कर हासिल किया है। बिहार विधानसभा के चुनाव पूरे होते ही रेल मंत्री सुरेश प्रभु की पहल पर मढ़ोहरा में डीज़ल रेल इंजन कारखाने और मधेपुरा में बिजली रेल इंजन कारखाने का ठेका आवंटित कर दिया गया। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहाँ बताया कि मैसर्स अल्स्टॉम मैन्युफैक्चरिंग इंडिया लिमिटेड और भारतीय रेलवे की एक संयुक्त कंपनी मधेपुरा में बिजली रेल इंजन का कारखाना लगायेगी। इस कंपनी में रेलवे की हिस्सेदारी 26 फीसदी होगी। इस संयुक्त कंपनी का गठन 30 दिन के अंदर किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार करीब 1300 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस कारखाने एवं अनुरक्षण कार्यशाला से रेलवे अगले 11 साल में 800 उच्च अश्वशक्ति वाले (12000 अश्वशक्ति) के इंजन खरीदेगी जिनकी कीमत लगभग 19 हजार करोड़ रुपए होगी। इनमें से पांच इंजन आरंभ में आयात होंगे तथा बाकी 795 भारत में बनेंगे।
सूत्रों के अनुसार देश में बनने वाले समर्पित मालवहन गलियारे में इन इंजनों का उपयोग किया जाएगा। ये इंजन 6000 टन वजनी मालगाड़ियों को 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ले जाने में सक्षम होंगे। इससे रेलवे की माल परिवहन की औसत गति 25-30 किलोमीटर प्रतिघंटा से बढ़कर दोगुनी की जा सकेगी।
सूत्रों ने बताया कि मेक इन इंडिया की पहल के तहत इस कारखाने के साथ मधेपुरा के आस पास अनेक सहायक विनिर्माण इकाइयों की भी स्थापना होगी जिससे बड़े पैमाने पर प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रोज़गार के अवसर पैदा होंगे।
इस परियोजना की घोषणा वर्ष 2006-07 में की गई थी। मई 2013 में निविदा में भाग लेने के इच्छुक कंपनियों से योग्यता अनुरोध आवेदन अर्थात तकनीकी निविदायें आमंत्रित की गईं और मई 2014 में निविदाकर्ताओं के नामों का चयन किया गया जिनमें अल्स्टॉम मैन्युफैक्चरिंग इंडिया लिमिटेड के अलावा बॉम्बार्डियर ट्रांसपोर्टेशन इंडिया लिमिटेड, जीई ग्लोबल सोर्सिंग लिमिटेड और सीमेन्स लोकोमोटिव्स जर्मनी शामिल थे। चयनित निविदाकर्ताओं से इस वर्ष फरवरी में वित्तीय निविदाएं आमंत्रित की गयीं। दो निविदा पूर्व बैठकों का आयोजन किया गया ।तत्पश्चात उक्त कंपनियों ने 31 अगस्त की अंंतिम तिथि को अपनी निविदाएं दाखिल की।रेल मंत्रालय ने निविदाओं के गहन परीक्षण के बाद अल्स्टॉम मैन्युफैक्चरिंग इंडिया लिमिटेड को ठेका देने की घोषणा की है।
सारण जिले के मढ़ोहरा में डीज़ल रेल इंजन कारखाने का ठेका अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिकल्स की भारतीय इकाई जीई ग्लोबल सोर्सिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को आवंटित किया गया है। इस कारखाने में 4500 और 6000 अश्वशक्ति के इंजन बनाये जाएंगे। इन इंजनों को दो-दो की जोड़ी में दोगुनी शक्ति के इंजनों के रूप में भी चलाया जा सकेगा। सूत्रों के अनुसार 10 साल की अवधि में एक हजार इंजनों का विनिर्माण किया जाएगा। इन पर करीब 14 हजार 656 करोड़ रूपए की लागत आने का अनुमान है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें