पटना, 08 नवम्बर। इस चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए की करारी हार हई है। इस चुनाव परिणाम से स्पष्ट हो गया है कि बिहार की जनता ने भाजपा द्वारा चलाये गये भड़काऊ, गैर जरूरी भावनात्मक एवं असहिष्णुता फैलाने वाले चुनाव अभियान को पसंद नहीं किया। इस के साथ ही केन्द्र सरकार की जनविरोधी आर्थिक नीतियों के कारण दाल, प्याज आदि जैसी उपभोक्ता वस्तुओं की आसमान छूती कीमतों के खिलाफ भी जनता ने एनडीए के खिलाफ वोट दिया। हम आषा करते हैं कि संघ परिवार और नरेन्द्र मोदी की केन्द्र सरकार इस हार से सबक लेगी और अपनी नीतियों में बदलाव लायेगी।
जदयू, राजद और कांग्रेस को भी अपनी इस जीत पर इतराना नहीं चाहिए। क्योंकि उनकी यह जीत उनकी लोकप्रियता के कारण नहीं है, बल्कि भाजपा की नीतियों के खिलाफ नकारात्मक जनादेष है। नीतीष कुमार के नेतृत्व में बनने वाली नई सरकार राज्य की जनता की भावनाओं का सम्मान करेगी और वर्षों से लंबित जनसमस्यओं, बेरोजगारी, राज्य का औद्योगिकरण, कृषि में सुधार, बिजली-पानी संकट, भूमि सुधार, बेघरों को घर, आवासीय भूमि, महिलाओं, दलितों एवं अन्य कमजोर वर्गों पर हो रहे उत्पीड़न और अत्याचार पर रोक तथा व्याप्त भ्रष्टाचार एवं अपराध पर अंकुष आदि का समाधान करने की दिषा में ठोस कदम उठायेगी, ऐसी हम आषा करते हैं।
हमें यह जरूर खेद है कि वामपंथ को इस चुनाव में अपेक्षा के अनुसार सफलता नहीं मिली फिर भी जनता के फैसले का हम सम्मान करते हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी अन्य वामदलों के साथ एकता बनाकर जनता की समस्याओं को लेकर अपना संघर्ष जारी रखेगी तथा नई राज्य सरकार के काम-काज पर पूरी नजर रखेगी ताकि राज्य सरकार जनता का अहित करने वाली नीतियों और कार्यक्रमों को लागू नहीं करने पाये।
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