नयी दिल्ली,17नवंबर, कांग्रेस ने स्वच्छ भारत टैक्स के सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए आज कहा कि उन्होंने गरीबों का बोझ बढाया है और अमीरों को राहत दी है। ऐसा करके वह अमीरों के रॉबिनहुड बनने की तैयारी में हैं। पार्टी ने यह प्रतिक्रिया सरकार द्वारा कर योग्य सभी सेवाओं पर 0.5 प्रतिशत का स्वच्छ भारत उपकर लगाये जाने पर दी है। पार्टी ने ट्वीटर पर कहा है “ रॉबिनहुड अमीरों से छीन कर गरीबों में बांटता था इसलिए वह कालजयी बना। श्री मोदी इसके ठीक उलट हैं। अपने 2015..16 के बजट में उन्हाेंने कॉरपोरेट टैक्स 30 प्रतिशत से घटाकर 25 प्रतिशत कर दिया जो कि एक अच्छी खासी कटौती थी। क्या देश के अन्य लोगों पर भी श्री मोदी ने ऐसी मेहरबानी की। हकीकत में ऐसा कुछ नहीं हुआ। उल्टे गरीबों पर करों का और बोझ लाद दिया गया।’ पार्टी ने कहा है कि स्वच्छ भारत कर इसका ताजातरीन उदाहरण है। इसके चलते अब सेवा कर 14 प्रतिशत से बढकर 14.5 प्रतिशत हो गया है। सरकार को इससे मौजूदा वित्त वर्ष के बचे हुए महीनों में ही करीब 3800 करोड रुपए की आय हो जाएगी और सालाना यह राशि करीब 10 हजार करोड रुपए होगी । कांग्रेस ने सवालिया लहजे में कहा है इसके पीछे आखिर क्या तर्क है। पहले तो प्रधानमंत्री लोगों से देश की सफाई की बात करते हैं फिर इसी काम के लिए उन पर टैक्स लगाते हैं। लोग तो पहले से ही इतने सारे कर चुका रहे हैं जिसका एक हिस्सा सफाई कार्यों के लिए जाता है ऐसे में नये सिरे से स्वच्छ भारत टैक्स लगाने का क्या मतलब है।
महंगाई का हवाला देते हुए पार्टी ने कहा है कि आवश्यक वस्तुओं की कीमतें लगातार तेज हो रही हैं। दालें ,सब्जियां, मसाले, खाद्य तेल और ईंधन के बढे हुए दाम ने लोगों का जीना पहले ही मुश्किल कर रखा है ऐसे में उन पर नये कर लगाने से मध्यम और कम आय वर्ग के परिवारों का जीना दूभर हो जाएगा। पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की सराहना करते हुए पार्टी ने कहा है कि श्री गांधी की ओर से मोदी सरकार को सूट बूट की सरकार का नाम देना पूरी तरह सही है। भाजपा चाहे कितने दावे कर ले उसकी सरकारी नीतियाें खासकर करों के मामले में उसकी पहल ने पार्टी को पूरी तरह बेनकाब कर दिया है और यह साबित कर दिया है कि वह कुछ खास लोगों के लिए ही बनी है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि रोजगार वृद्धि दर में ठहराव,मंहगाई और संकट ग्रस्त ग्रामीण क्षेत्र से जूझ रही देश की अर्थव्यवस्था को देखते हुए भाजपा काे चाहिए था कि आम लोगों के हाथ मजबूत करके वह इसे दुरुस्त करने के उपाय करे लेकिन दुर्भाग्यवश उसने ऐसा करने की बजाए आम लोगों की कमर तोडने की ठान रखी है।
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