नयी दिल्ली 10 नवम्बर, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में कुछ सामाजिक समीकरणों के चलते महागठबंधन का पलड़ा भारी रहा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत या पार्टी के नेताओं की बयानबाजी का परिणामों पर कोई असर नहीं पडा। श्री सिंह ने यहां संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक में श्री भागवत के बयान के संदर्भ में चर्चा नहीं हुई क्योंकि उन्होंने एेसा कुछ नहीं कहा था जिसका चुनाव पर असर पड़े। उन्होंने कहा ,“श्री भागवत का बयान नुकसान पहुंचाने वाला नहीं था। ” उन्होंने तो यही कहा था कि लोगों को आरक्षण का लाभ मिलते रहना चाहिए।
बिहार के परिणाम के संदर्भ में आने वाले चुनावों में तीसरे मोर्चे के मजबूत होने के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एक चुनाव से भविष्य का आकलन नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गत लोकसभा चुनाव में भी यही कहा जा रहा था कि भाजपा को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलेगा। देश में कथित रूप से बढ रही असहिष्णुता से जुड़ी रिपोर्टों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सरकार देश में सामाजिक और सांप्रदायिक सद्भावना बनाये रखने के प्रति वचनबद्ध है और इसी दिशा में काम कर रही है। इस मुद्दे पर साहित्यकारों द्वारा पुरस्कार और सम्मान लौटाये जाने के बारे में उन्होंने कहा कि साहित्यकारों के सुझाव मूल्यवान होते हैं, उन्हें सुझाव देने चाहिए और वह साहित्यकारों से बातचीत करने के लिए तैयार हैं। संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष के तेवर तीखे रहने से जुड़ी रिपोर्टों से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा उन्हें उम्मीद है कि सभी दल अपना सहयोग देंगे और सरकार उनसे देश हित में सहयोग मांगेगी।
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