उत्तराखंड की विस्तृत खबर (17 नवम्बर) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 17 नवंबर 2015

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (17 नवम्बर)

पत्र ने खोला नारी निकेतन में चल रहे घिनौने खेल का सच

देहरादून,17  नवम्बर (निस)। राजधानी स्थित नारी निकेतन के अंदर खाने कौन सा घिनौना खेल चल रहा है। इसका सच एक गुप्त पत्र द्वारा खुल गया। यहां मानसिक रूप से बीमार एक संवासिनी के शारीरिक शोषण की बात सामने आई है। एक अखबार को भेजे गुप्त पत्र में आरोप लगाया गया है कि एक संवासिनी के गर्भवती होने के बाद नारी निकेतन के स्टाफ ने उसका गर्भपात करा दिया है। यह पत्र समाज कल्याण निदेशक के नाम भेजा गया है। पत्र की कॉपी मीडिया को दी गई है। इस संबंध में समाज कल्याण के निदेशक वीएस धनिक का कहना है कि वह जांच के बाद ही कुछ कह पाएंगे। केदारपुरम स्थित नारी निकेतन पिछले दो महीनों से संवासिनियों के साथ हो रहे व्यवहार और उनकी संख्या को लेकर चर्चाओं में है। नारी निकेतन के स्टाफ की आपसी लड़ाई भी किसी से छिपी नहीं है। एक संवासिनी के कथित तौर पर गायब होने के बाद एक अधीक्षिका को निलंबित किया गया था। उस समय भी काफी हंगामा हुआ था। ऐसे में गुप्त पत्र ने एक बार फिर से नारी निकेतन के स्टाफ पर लगने वाले आरोपों को हवा दी है। गुप्त पत्र में आरोप लगाया गया है कि एक संवासिनी का पहले शारीरिक शोषण किया गया। जब वह तीन माह की गर्भवती थी तो उसका बिना अधिकारियों की अनुमति के गर्भपात करा दिया गया।  पत्र में लिखा गया है कि संवासिनी को 15 नवंबर की रात्रि 9.30 बजे ऑटो बुक करा ले जाया गया। एक निजी अस्पताल में गर्भपात कराने के बाद 16 नवंबर की सुबह सात बजे उसे नारी निकेतन लाया गया। पत्र में लिखा गया है कि मामले की डॉक्टरों की टीम भेजकर मेडिकल जांच कराई जाए। पत्र में सलाह दी गई है कि संवासिनियों का मेडिकल चेकअप कराए जांच तो नारी-निकेतन के स्टाफ की असलियत सामने आ जाएगी। मामले में लिप्त अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित करने की मांग की गई है। समाज कल्याण विभाग के निदेशक वीएस धनिक का कहना हंै कि  मेरे पास ऐसा कोई पत्र नहीं आया है। हो सकता है कि यह किसी की शरारत हो या फिर स्टाफ के आपसी झगड़ों की वजह से एक-दूसरे पर आरोप लगाए जा रहे हों। लेकिन आरोप गंभीर हैं। मामले की जांच कराई जाएगी। इसके बाद ही कुछ जवाब दे पाएंगे। 

ग्रामीणों ने की सीबीसीआईडी जांच की मांग, केदारनाथ तिराहे पर लगाया जाम 
  • सैकड़ों वाहन फंसे रहे, आपातकाल सेवा भी रही प्रभावित 
  • व्यापारी शिवराज जगवाण की मौत का मामला 

uttrakhand-news
रुद्रप्रयाग, 17 नवम्बर (निस)। नगर के व्यापारी शिवराज सिंह जगवाण की मौत की सीबीसीआईडी जांच की मांग को लेकर ग्रामीणों ने केदारनाथ तिराहे पर चक्काजाम किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान तिराहे पर सैकड़ों वाहन फंसे रहे। बाद में अपर जिलाधिकारी और उप जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम खोला। पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत सोमवार को सांदर-भैंसगांव के ग्रामीणों और नगर के व्यापारियों ने बेलणी से केदारनाथ तिराहे तक जोरदार रैली निकाली और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी। यहां पर रैली जनसभा में तब्दील हुई और ग्रामीणों ने चक्काजाम शुरू कर दिया। जाम के कारण केदारनाथ तिराहे पर सैकड़ों वाहन फंस गये। करीबन दो घंटे तक ग्रामीणों और व्यापारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाये रखा। इस बीच आपातकाल सेवा भी प्रभावित रही। ग्रामीणों ने कहा कि व्यापारी शिवराज की मौत को लेकर पुलिस प्रशासन सुस्ती बरत रहा है। ग्रामीण शिवराज की मौत पर हत्या की आश्ंाका जता रही है और पुलिस प्रशासन घटना को दुर्घटना का रंग देकर अपना पल्ला झाड़ रही है। ग्रामीण विजय सिंह जगवाण ने कहा कि मुख्यालय की यह घटना पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर रहा है। नगर के संगम में हुई इस घटना ने सबको हैरान किया हुआ है। स्थानीय जनता इस बात से परेशान है कि जब पुलिस प्रशासन नगर की घटना का खुलाशा नहीं कर पा रही है तो दूर-दराज क्षेत्रों में हो रही घटनाओं पर कैसे अंकुश लग पायेगा। कहा कि शिवराज की मौत की जांच पर ढिलाई बरती जा रही है। ग्रामीण विकास जगवाण ने कहा कि पुलिस प्रशासन से सीबीसीआईडी जांच की मांग की जा रही है, मगर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। यदि जल्द ही प्रशासन ने शिवराज की मौत को लेकर कड़ी कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन को तेज किया जायेगा। इस दौरान अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल, एसडीएम चतर सिंह चैहान एवं पुलिस उपाधीक्षक मिथिलेष कुमार सिंह ने ग्रामीणों को समझाया। उन्होंने कहा कि सीबीसीआईडी की जांच का मामला शासन स्तर से होना है। दो सप्ताह के भीतर मामले की जांच पूरी कर ली जाएगी। इस मौके पर भरत सिंह चैधरी, अवतार सिंह राणा, जितार सिंह जगवाण, किशोरी नंदन डोभाल, लक्ष्मण रावत, अंकुर रौथाण, वीरपाल सिंह जगवाण, कमल सिंह जगवाण, मान सिंह जगवाण, कमला देवी, सरोजनी देवी, बबीता देवी, कुलदीप जगवाण, शिशुपाल सिंह, अजय सिंह, उपेन्द्र सिंह, रूपा देवी, बिन्द्रा देवी, सतेश्वरी देवी, मीना देवी, उमेद सिंह, विकास सिंह, रमा देवी, चैता देवी, राजेश्वरी देवी, बीरा देवी, काजल देवी, गुड्डी देवी, नन्देश्वरी देवी सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण व व्यापारी मौजूद थे।  

राजनैतिक रोटियां सेकते रहे 
रुद्रप्रयाग । व्यापारी शिवराज की मौत की सीबीसीआईडी जांच की मांग को लेकर ग्रामीणों द्वारा लगाये चक्काजाम पर राजनैतिक लोग अपनी रोटियां सेकते हुए दिखाई दिये। जहां एक ओर ग्रामीण शिवराज की मौत को लेकर परेशान दिखे, वहीं दूसरी ओर भाजपा, उक्रांद, कांग्रेस और अन्य पार्टियों के नेता शिवराज की मौत पर अपनी राजनीति चमकाने में लगे रहे। राजनैतिक पार्टियांे के लोगों ने अपनी सभी हदें पार कर दी। उन्होंने शिवराज की मौत का मुद्दा न उठाकर राजनैतिक मुद्दों पर अपनी चर्चाएं की और जोर-जोर से अपने नाम कहकर आंदोलन को राजनीति का अखाड़ा बना दिया। इस दौरान ग्रामीणों और स्थानीय लोगों ने इस प्रकार की राजनीति को बेहद शर्मनाक बात बताई। 

लोगो से मिले वित्त आयोग अध्यक्ष व सदस्य  

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रुद्रप्रयाग, 17 नवम्बर (निस)। चतुर्थ राज्य वित्त आयोग के प्रभारी अध्यक्ष वी0के0 जोशी एवं सदस्य सी0एम0एस0 बिष्ट, अविकल थपलियाल एवं वीसी सनवाल शोध अधिकारी ने कलक्टेªट सभागार में ग्रामीण और नगरीय स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों व ग्राम्य विकास, पेयजल, ऊर्जा, आर0ई0एस0 वन आदि विभागों के अधिकारियों के साथ चर्चा की। उन्होंने नगरीय स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा में कहा कि वह यह जानने के लिये जिलों का भ्रमण करने आये हैं कि अधिकारियेां एवं जनप्रतिनिधियों से उनकी क्या अपेक्षाएं हैं। उन्होंने नगरपालिका रूद्रप्रयाग, नगर पंचायत अगस्त्यमुनि एवं ऊखीमठ के अध्यक्षों की समस्याएं सुननी और उनके विचार जाने। उन्होंने यह भी कहा कि उनके द्वारा पूर्व में स्थानीय निकायों को प्रश्नावली भेजी गई थी, उम्मीद है कि मिल चुकी होगी। कहा कि इन प्रश्नावली का वे विश्लेषण करेंगे। उन्होंने कहा कि जिलों के भ्रमण के दौरान उन्हें मुख्य रूप से नगरीय स्थानीय निकायों द्वारा कूडे के निस्तारण, जनसंख्या का अतिरिक्त बोझ एवं वित्त की समस्याएं बताई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कूडे के निस्तारण की जिम्मेदारी संबंधित नगर निकायो की है। उन्होंने नगरपालिका रूद्रप्रयाग के अध्यक्ष राकेश नौटियाल, नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के अध्यक्ष अशोक खत्री एवं नगर पंचायत ऊखीमठ की अध्यक्ष रीता पुष्पवान से निकायों द्वारा कूडे के निस्तारण हेतु क्या व्यवस्था की गई है, इस संबंध में विस्तार से जानकारी ली। नगरपालिका अध्यक्ष रूद्रप्रयाग ने अवगत कराया कि रूद्रप्रयाग नगर पालिका क्षेत्र से प्रतिदिन पांच टन विभिन्न प्रकार का कूडा पालिका द्वारा उठाया जाता है और टेªचिंग ग्राउण्ड के लिये गुलाबराय के निकट भूमि चयन कर लिया गया है तथा वन भूमि हस्तान्तरण की कार्यवाही गतिमान है। इसकी डीपीआर तैयार की जा रही है। रूद्रप्रयाग एवं अगस्त्यमुनि नगर निकाय के पास वाहन पार्किंग एवं मैन पावर की समस्या से अवगत कराया गया तथा नव गठित नगर पंचायत अगस्त्यमुनि एवं ऊखीमठ नगर पंचायत में वित्त की समस्या पर बताया गया कि निकाय को आवंिटत धनराशि इतनी कम मिलती है कि वह कर्मचारियों के वेतन पर ही खर्च हो जाती है, नगर पंचायत के विकास कार्य नहीं किये जा सकते हैं। आयोग के अध्यक्ष श्री जोशी ने कहा कि नगर निकायों को भू-राजस्व की वसूली बढाने के प्रयास करने होंगे। पूरी तरह से राज्य वित्त पर निर्भर न रहे, अपने आय के स्रोत बढाने के साथ ही मजबूत करने होंगे। उन्होंने इसके बाद अधिकारियों एवं पंचायत प्रतिनिधियों से भी विस्तार से  चर्चा की और उनकी समस्याएं सुनी। इस दौरान तीनों ब्लाक प्रमुख एवं जिला पंचायत सदस्यों द्वारा 14वें केन्द्रीय वित्त आयोग से विकास कार्यो के लिये मिल वाली धनराशि को समाप्त करने पर नाराजगी प्रकट की। उन्होंने राज्य वित्त आयोग से इसकी प्रतिपूर्ति करने का आग्रह किया और पंचायतों के प्रति उदार रवैया अपनाया  जाय।    इस अवसर ब्लाक प्रमुख अगस्त्यमुनि जगमोहन रौथाण, जखोली राजकुमारी रावत, ऊखीमठ संतलाल शाह, नगरपालिका सभासद हिमांशु भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी सुनील कुमार, एसडीएम सदर सीएस चैहान सहित नगर निकाय, पंचायत प्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।

दून में पूर्व सैनिकों ने लौटाए मेडल 

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देहरादून, 17 नवम्बर (निस)। राज्य के पूर्व सैनिकों ने केंद्र सरकार द्वारा उनके हिसाब से वन रैंक वन पेंशन न दिये जाने के विरोध में परेड ग्राउन्ड में आयोजित कार्यक्रम में अपने मेडल लौटा दिए। पूर्व सैनिकों का कहना था कि केंद्र सरकार द्वारा वन रैंक वन पेंशन के मामले में जो अधिसूचना जारी की गई है उसमें कई खामियां हैं। उनका कहना था कि केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में कई ऐसे प्रावधान हैं जिससे कई हजार पूर्व सैनिक वन रैंक वन पेंशन की दौड़ से बाहर हो जाएंगे। पूर्व सैनिक उत्तराखंड एक्स सर्विस लीग एवं यूनाइटेड फ्रंट आॅफ एक्स सर्विसमैन उत्तराखंड के बैनरतले परेड ग्राउंड में एकत्रित हुए और वहां पर अपने पदकों को वापस कराया। पूर्व सैनिकों का कहना था सेना को युवा बनाये रखने को 95 प्रतिशत सैनिकों को 32 से 45 वर्ष की आयु में रिटायर कर दिया जाता है। एक प्रतिशत से भी कम सैनिक ही हवलदार, सूबेदार मेजर और लेफ्टिनेंट जनरल तक पहुंच पाते हैं। इसके विपरीत आईएएस, आईएफएस के सभी सदस्य एडिशनल सेक्रेटरी तक पहंुच जाते हैं। छठे वेतन आयोग के बाद एक जनवरी 2006 से पहले रिटायर हुए तथा उसके पश्चात रिटायर होने वालों की पेंशन में अंतर आ गया। यहां तक कि सीनियर रैंक्स की पेंशन जूनियर रैंक के पेंशन से भी कम हो गई, जो कि सेना के नियमों के विरूद्ध है। पिछली संप्रग सरकार ने जाते-जाते एक अपै्रल 2014 से इसे लागू करने को 500 करोड रूपये की व्यवस्था की जो बेहद कम रकम थी। मौजूदा सरकार ने इसे एक हजार करोड़ किया, लेकिन यह भी पर्याप्त नहीं था। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायदाकिया था कि जितनी जरूरत होगी, इंतजाम किया जायेगा। केन्द्र सरकार किसी भी सूरत में पूर्व सैनिकों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन और शांतिपूर्ण व्यवहार से हमारा पुलिस बल के साथ टकराव न कराये यदि ऐसा होता है तो सेवारत सैनिकों में आक्रोश की भावना भी उमड़ सकती है। पूर्व सैनिकों की भावनाओं के अनुरूप वन रैंक वन पेंशन को लागू नहीं किया जा रहा है। पूर्व सैनिकों का कहना था कि उन्हें अधिसूचना में प्री म्योचोर रिटायरमेंट स्वीकार्य नहीं है। नए प्रावधान के अनुसार केवल अधिसूचना जारी होने से पूर्व रिटायरमेंट लेने वाले पूर्व सैनिकों को ही वन रैंक वन पेंशन का लाभ मिलेगा।

फेसबुक पर युवती को बदनाम करने वाला अरोपी गिरफ्तार
  • -साइबर क्राइम पुलिस ने पकड़ा, फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर करता था युवती को बदनाम

देहरादून, 17 नवम्बर (निस)। साइबर क्राइम पुलिस ने आज प्रेमनगर थाने में एक युवती द्वारा उसको सोशल मीडिया पर बदनाम करने से सम्बन्धित आईटी एक्ट के अन्तर्गत पंजीकृत अभियोग के आरोपी को पकड़ा गया।  प्रेमनगर निवासी एक युवती ने प्रेमनगर थाने में अभियोग पंजीकृत कराया, कि उसकी सगाई के पश्चात कोई उसको फेसबुक पर बदनाम करने की नीयत से उसके मंगेतर तथा रिश्तेदारों में अश्लील व अभद्र मैसेज कर रहा है, तथा उसको बदनाम कर रहा है। युवती की तहरीर पर थाने में आईटी एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत होकर उसकी विवेचना प्रारम्भ हुई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ पी०रेणुका देवी ने बताया कि जनपद देहरादून द्वारा विवेचना में तकनीकी सहयोग मांगे जाने पर तकनीकी सहयोग हेतु साइबर थाने से उप निरीक्षक वेद प्रकाश थपलियाल को नियुक्त किया गया। साइबर थाने द्वारा विवेचना में तकनीकी सहयोग प्रदान करते हुये उक्त अभियोग से सम्बन्धित पीडि़त युवती के विषय में भ्रामक मैसेज करने वाले व्यक्ति पुष्पेन्द्र पुत्र नागेन्द्र निवासी अजमेर राजस्थान का पता लगाकर विवेचक के सुपुर्द कर दिया। उक्त पकड़े गये युवक पुष्पेन्द्र ने बताया कि वह युवती से शादी करना चाहता था, किन्तु उसकी सगाई होने के बाद उसने गुस्से में आकर फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर युवती को बदनाम करना शुरू कर दिया। यहां आयोजित एक पत्रकार वार्ता में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ पी रेणुका देवी ने बताया कि साइबर थाने को और अधिक सक्रिय करने की कार्यवाही चल रही है। इसका न्याय निर्णयन क्षेत्र को निर्धारित करने हेतु भी प्रस्ताव भेजा गया है। जिस पर कार्य चल रहा है। इसके अतिरिक्त साइबर थाने में नियुक्त अधिकारी व कर्मचारियों की ट्रेनिंग भी लगातार करवाई जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ द्वारा बताया गया कि वर्तमान में बैंक कर्मचारी बताकर एटीएम की जानकारी मांग कर धोखाधड़ी के कई मामले प्रकाश में आ रहे हैं। जिन नम्बरों से यह काँल आ रहे हैं, वो फर्जी पाये जा रहे हैं। ऐसे नम्बरों की सूची टेलीकाँम रेगुलेटरी अथारिटी को उपलब्ध कराये गये है। एटीएम सम्बन्धी जागरूकता हेतु बैंको के साथ मिल कर अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें पम्पलेट व समाचार पत्रों में विज्ञापन प्रकाशित कराये जा रहे हैं। एटीएम धोखाधड़ी के विभिन्न मामलों में ठगी गई धनराशि में से लगभग 10 लाख रू० की धनराशि वापस कराई गई हैं। इससे कुल प्राप्त 220 शिकायतों का निस्तारण किया गया है। अब तक प्राप्त सोशल साइट के 73 मामलों में से 71 का निस्तारण किया गया है, इसी प्रकार आईटी एक्ट के पंजीकृत 22 अभियोगों में तकनीकी सहायता प्रदान की जा रही है। फेस बुक से सम्बन्धित अभियोगों में से पटेलनगर थाना जनपद देहरादून के तीन तथा काशीपुर थाना जनपद उधमसिंहनगर के दो अभियुक्तों को पूर्व में गिरफ्तार किया गया है, इसी प्रकार कुछ समय पूर्व थाना सहसपुर जनपद देहरादून पर पंजीकृत अभियोग, लोन का झांसा देकर ठगी करने वाले एक अभियुक्त आशीष मयंक दुबे को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया हैं।

नियुक्ति प्रक्रिया शीघ्र प्रारम्भ करने के निर्देश

देहरादून, 17 नवम्बर (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दून मेडिकल कालेज के लिये एमसीआई के मानको के अनुरूप सभी अवस्थापना एवं मानव संसाधन आदि की व्यवस्था शीघ्र सुनिश्चित करने को कहा है। उन्होने मेडिकल कालेज के लिये सृजित पदो पर नियुक्ति प्रक्रिया शीघ्र प्रारम्भ करने के साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती में भी शीघ्रता लाने के निर्देश दिये है। चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रो में चिकित्सको की तैनाती के लिये आयुर्वेदिक चिकित्सको व दन्त चिकित्सको की तैनाती में शीघ्रता लायी जाय। इन चिकित्सको को एलोपेथिक चिकित्सा से सम्बंधित उपचार व दवाइयों आदि के लिये दो तीन माह का प्रशिक्षण देकर नियुक्ति दी जाय। उन्होने कहा कि चिकित्सा व शिक्षा पर सर्वाधिक व्यय करने के बाद में इन सेवाओं के प्रति लोगो की नाराजगी को हम दूर नही कर पा रहे है। सभी पर्वतीय क्षेत्रो में चिकित्सको की उपलब्धता शीघ्र सुनिश्चित हो इस पर शीघ्रता से कार्य किया जाय। उन्होने नर्सिंग कालेजो की स्थापना में भी शीघ्रता करने को कहा। उन्हांेने मुख्य सचिव को निर्देश दिये कि वे दून मेडिकल कालेज की व्यवस्थाओं व हास्पिटल के लिये मण्डी आदि स्थलों पर भूमि की उपलब्धता के लिये प्रमुख सचिव कृषि, स्वास्थ्य एवं प्रबन्ध निदेशक मण्डी की शीघ्र बैठक आयोजित कर इसकी व्यवस्थाओं की प्रतिदिन समीक्षा करे। उन्होने चिकित्सा शिक्षा मंत्री से भी प्रति सप्ताह इसके कार्यो की प्रगति का जायजा लेने को कहा। इस अवसर पर केबिनेट मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत, दिनेश अग्रवाल, सभा सचिव हेमेश खर्कवाल, मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह, मुख्य प्रधान सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव ओम प्रकाश, सचिव भूपिन्दर कौर औलख एवं अपर सचिव नीरज खैरवाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। 

विस्थापन तक वन गूजरों को मिले उनके अधिकार: सीएम

देहरादून, 17 नवम्बर (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने वन गूजरो को संरक्षित क्षेत्र से पुनवार्सित करने तथा उनके पारम्परिक अधिकारो की सुरक्षा फारेस्ट, फारेस्ट कन्जरवेशन एक्ट के साथ ही न्यायालय के दिशा निर्देशो के अनुसार किये जाने पर बल दिया है। उन्होने कहा कि जिन वन गूजरो  का विस्थापन अभी तक नही  हो पाया है उन्हे विस्थापित होने तक उनके अधिकार प्राप्त होते रहने चाहिए। वन गूजरो के पुनर्वास वन मे  चुगान एवं खेती के अधिकार तथा सीमांकित खेत चारा आदि से सम्बंधित बैठक में मुख्यमंत्री श्री रावत ने वन गूजरो के अधिकारो के सम्बंध में प्रक्रिया निर्धारण से सम्बंधित विषयों पर भी शीघ्रता से कार्यवाही करने को कहा। इस सम्बंध में गठित की जाने वाली समिति के शीघ्र गठन पर भी उन्होने बल दिया। उन्होंने कहा कि वन गूजर भी हमारे नागरिक है उनकी जिम्मेदारी भी हमारी है, उनके पुनर्वास में तेजी से कार्य हो, इसके लिये समेकित प्रयास किये जाय। उन्होने कहा कि फारेस्ट लैण्ड व डिग्रेटेड फारेस्ट आदि भूमि को चिन्हित कर जो प्रस्ताव भारत सरकार को भेजे जाने है, तथा जिन मामलो में राज्य स्तर पर कार्यवाही होनी है उन पर अविलम्ब कार्यवाही सुनिश्चित की जाये ताकि गेडीखता व पथरी आदि स्थानों की भांति उनका भी विस्थापन हो सके। उन्होने कहा कि गोट व खत्ते वालो को पानी, चारा आदि के जो अधिकार मिल रहे है उसी प्रकार की सुविधा इन्हे भी मिलनी चाहिये। इस सम्बंध में विभागीय स्तर पर मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए व्यवहारिकता के साथ कार्यवाही की जानी चाहिये। इस अवसर पर केबिनेट मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत, दिनेश अग्रवाल, सभा सचिव हेमेश खर्कवाल, मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह, मुख्य प्रधान सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव ओम प्रकाश, एस रामास्वामी, प्रमुख वन संरक्षक वीना शेखरी, गूजर प्रतिनिधि मौहम्मद शफी व शमशेर अली आदि के साथ ही अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

गंगोत्री नेशनल पार्क शीतकाल के लिए बंद 

देहरादून, 17 नवम्बर (निस)। उत्तराखंड गंगोत्री नेशनल पार्क शीतकाल के लिए बंद कर दिया गया है। अब अगले वर्ष अप्रैल माह में वन्यजीव प्रेमियों व पर्वतारोहियों के लिए इस पार्क को खोला जाएगा। गंगोत्री नेशनल पार्क प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार इस साल अप्रैल महीने में पार्क खुलने से लेकर नवंबर तक चैदह हजार देशी-विदेशी सैलानियों ने पार्क क्षेत्र में प्रवेश किया। इनमें 12684 भारतीय और 1312 विदेशी नागरिक शामिल थे। इससे पार्क प्रशासन को 22 लाख से अधिक की आय हुई है। इसी तरह इस वर्ष भागीरथी प्रथम, दितीय और तृतीय और शिवलिंग हिमशिखर पर आरोहण को 12 भारतीय और 14 विदेशी पर्वतारोहण दल पहुंचे। उन्होंने कहा कि गंगोत्री नेशनल पार्क के तहत गोमुख, तपोवन, सुंदरवन और विभिन्न हिमशिखरों पर जाने के लिए पर्वतारोहियों, ट्रैकरों, पर्यटकों और श्रद्धालुओं को अब अगले साल अप्रैल महीने तक का इंतजार करना होगा।

निम ने चलाया अंडर सलंग आॅपरेशन कारगो स्विंग के जरिये पहुंचाया जा रहा सामान 

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रुद्रप्रयाग, 17 नवम्बर (निस)। शीतकाल में केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाने के लिए नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) ने नई तकनीकि का प्रयोग किया है। यह प्रयोग सिविल हैलीकाॅप्टर के जरिये पहली बार किया गया है। इससे पूर्व साउथ अफ्रीका में यह किया गया, मगर उत्तर भारत में केदारनाथ जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्र में यह पहला प्रयोग है, जो सफल भी रहा है। इस प्रयोग के बाद निम को सफलता हासिल हुई है और उम्मीद है कि केदारनाथ निर्माण कार्यों में तेजी आएगी। आपदा के बाद नेहरू पर्वता रोहण संस्थान केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों में जुटा हुआ है। निर्माण कार्यों में और तेजी लाने के लिए कपाट बंद होने के बाद निम ने अंडर सलंग आॅपरेशन का सहारा लिया है, इसमें कारगो स्विंग के जरिये चार से पांच कुंतल तक का सामान ले जाया जा सकता है। यदि पांच कुंतल सामान को मजदूरों द्वारा केदारधाम पहुंचाया जाता तो एक लाख से अधिक का खर्चा आता, मगर निम के कारगो ट्रांसपोरेशन बाई हैलीकाॅप्टर के जरिये साठ हजार की लागत में कंट्रक्शन का भारी सामान पहुंचाया जा रहा है। जो निम के लिए एक बड़ी कामयाबी है। भारत में सिविल एविएशन का यह पहला प्रयास है, जो सफल रहा है। इसमें हैलीकाॅप्टर के बाहर सामान को लटकाकर ले जाना पड़ता है। इससे पूर्व पूर्व साउथ अफ्रीका में 8772 फीट की ऊंचाई में यह प्रयोग किया गया, जबकि उत्तर भारत के केदारनाथ की 11,500 फीट की ऊंचाई में यह प्रयोग किया गया है। हैरान करने वाली बात यह भी है कि हाई एल्टीट्यूड में किया गया यह प्रयोग निम के लिए बहुत लाभप्रद साबित हो रहा है। इसके जरिये धाम में भवन, रास्ते, सुरक्षा दीवार, स्नान घाट के कार्यों में उपयोग होने वाले कंट्रक्शन के सामान को पहुंचाया जा रहा है। एक दिन में कारगो स्विंग के जरिये दस से बारह कुंतल सामान धाम में भेजा जा रहा है, जिससे निर्माण कार्य में भी तेजी आ रही है। निम के मीडिया प्रभारी आमोद पंवार ने बताया कि देवभूमि और सुमित एविएशन साथ मिलकर अंडर सलंग आॅपरेशन चला रहा है। दुनिया में इतनी ऊंचाई में पहली बार सिविल में अंडर सलंग किया गया है। केदारनाथ में कंस्ट्रक्शन के कामों में तेजी आने के साथ मजदूरों को भी मदद मिल रही है। शीतकाल में मजदूरों को सामान ढोने में दिक्कतें होती, ऐसे में अंडर सलंग आॅपरेशन के जरिये कारगो स्विंग से लोडेड गार्डर को धाम में पहुंचाया जा रहा है। अब तक 12 कुंतल सामान को पहुंचाया गया है।

चरस-स्मैक संग तीन दबोचे  

देहरादून, 17 नवम्बर (निस)। नई जिन्दगी अभियान के तहत पुलिस सैकड़ों नशा तस्करों को सलाखांे के पीछे भेज चुकी है। युवाओं में नशा पहुंचाने वालों की धरपकड़ का यह अभियान अभी भी जोर पकड़े हुए है। पुलिस ने अलग-अलग जगहों से तीन युवकों को प्रतिबंधित मादक पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया है। एनडीपीएस अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया है। प्रेमनगर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मीठी बेरी टीस्टेट के समीप गश्त के दौरान पटेलनगर निवासी विक्की कुमार को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया। पुलिस का दावा कि तलाशी में युवक से तीन ग्राम स्मैक बरामद हुआ। उधर ऋषिकेश में भी पुलिस ने पथरी निवासी पिंटू और बिजनौर निवासी शिवम को क्रमशरू 1१0 और 1१५ ग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया है।

जमीनी फर्जीवाड़े में और एक मुकदमा 

देहरादून, 17 नवम्बर (निस)। जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाने का खेल बदस्तूर जारी है। ऐसी एक और शिकायत यहां प्रेमनगर पुलिस के पास पहुंची है। पुलिस का कहना कि मामले की जांच की जा रही है। इस संबंध में कांवली रोड निवासी अमर ङ्क्षसह ने पुलिस को दी शिकायत में पंजाब निवासी गुरूचरण सिंह, तरसेम व एक अन्य पर षडयंत्र और धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। अमर सिंह का कहना कि उपरोक्तों ने ईस्ट होप टाउन स्थित एक जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन बेच दी। पता चलने पर जब पीडिघ्त ने उनसे बात की तो आरोप कि उसे गाली-गलौज के बाद जान से मारने की धमकी दी गई। 

पीपल की पेड़ पर लटका मिला युवक का शव, आत्महत्या या हत्या में उलझी पुलिस 
  • पोस्टमार्टम के बाद ही सही दिशा में चलेगी जांच, मृतक की पहचान नहीं हो सकी  

देहरादून, 17 नवम्बर (निस)। जंगल भीतर पेड़ की डाल पर युवक का फांसी पर लटका शव मिलने से स्थानीय लोगों में सनसनी मच गई। करीब पौने ग्यारह बजे स्थानीय लोगों ने जंगल के रास्ते से गुजरते समय यह नजारा देखा, सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतारकर पंचायतनामा के बाद अस्पताल की मौर्चरी में रखवा दिया है। प्रेमनगर थाना प्रभारी रवि सैनी ने खबर लिखने तक बताया कि मृतक की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रेमनगर थाना क्षेत्रांतर्गत मीठीबेरी इलाके में रेशम विभाग के फार्म हाउस से सटे जंगली रास्ते को स्थानीय लोग आवाजाही के लिए इस्तेमाल करते आ रहे हैं। सुबह भी कुछ लोग उधर से गुजरे तो जंगल के भीतर एक युवक का शव पेड़ पर फांसी मंे झूलते दिखा। मामले की खबर लगने पर स्थानीय लोगों का हुजुम मौके पर जुटने लगा। इधर प्रेमनगर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पेड़ से नीचे उतारा। तलाशी में ऐसा कुछ न मिल सका जिससे उसकी पहचान होती हो। आसपास के लोगों से भी मृतक की पहचान कराई गई, मगर कामयाबी नहीं मिल सकी। पुलिस के अनुसार देखने से मृतक की उम्र 40 से 45 वर्ष के आसपास प्रतीत होती है। कमजोर कदकाठी का शरीर दिखने से अनुमान लगाया जा रहा कि लंबे समय से युवक बीमारी से जुझ रहा हो सकता है। शव कुछ दिन पुराना होने की बात बताई गई। बेल्ट और शर्ट को फाडकर पेड़ की डाल पर बांधकर फांसी लगाई गई है। हालांकि पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही मृत्यु के सही कारण पता चल सकेंगे, बहरहाल मौका मुआयना के हालातों के अनुसार पुलिस आत्महत्या मानकर चल रही है। थाना प्रभारी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का दूसरा पहलू सामने आने पर उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। हालांकि जिस तरीके से कमीज और बेल्ट को जोडकर फांसी का फंदा बनाया गया, उससे मामला दूसरी ओर भी इशारा कर रहा है। मृतक की पहचान हो सके, इसके लिए पुलिस दूसरे थाना-चैकी पुलिस से संपर्क कर रही है। 

कर्मचारी नेताओं को सीएम की नसीहत का कितना होगा असर 
  • अधिवेशन के नाम पर मांगपत्र पेश करने की चल रही परिपाठी 

देहरादून, 17 नवम्बर (निस)। अधिवेशन के नाम पर मुख्यमंत्री के आगे मांग पत्र रखने वाले कर्मचारी नेताओं को सीएम सधे अंदाज में काम के प्रति गंभीरता लाने की नसीहतें देते रहे हैं। बीती सोमवार को भी कुछ ऐसा ही माहौल तब बना, जबकि राजकीय वाहन चालक महासंघ के महाधिवेशन में कर्मचारी संगठनों की ओर से मुख्यमंत्री के सामने मांगों की लिस्ट पेश कर दी। सीएम ने कर्मचारी नेताओं को दो टूक कहा कि प्रदेशहित में कार्य करने पर जोर दिया जाए। सीएम की नसीहत कर्मचारी नेताओं को भले ही चुभती लगे, मगर सीएम ने सौ फीसद सच उजागर कर रख दी। समय-समय पर कभी राज्य के सरकारी विभागों, निगमों आदि की ओर से अधिवेशन कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं। इसके बहाने कर्मचारी नेताओं ने मुख्यमंत्री के सामने अपनी समस्याओं का अंबार रखते हुए मांगो पर अमल करने की गुहार लगाई ही है। जबकि तमाम अधिवेशन आदि में मुख्यमंत्री कर्मचारी नेताओं, संगठन पदाधिकारियों को राज्यहित में काम करने की नसीहतें देते रहे हैं। विभिन्न मांगो को लेकर हड़ताल शुरू करने की परिपाठी राज्य कर्मचारियों में चली आ रही है। हाल ही में राजस्व अमीन संघ ने भी ग्रेड-पे और वेतन विसंगति व पदोन्नति, भत्ता आदि की मांगो को लेकर उग्र आंदोलन फिर से शुरू करने की चेतावनी दी है। जबकि पेजयल निगम और जल संस्थान के एकीकरण और राजकीयकरण को लेकर भी दोनों निगमों के कर्मचारी काफी समय से यदा कदा आंदोलन चलाते आ रहे हैं। सोमवार के महाधिवेशन में जब कर्मचारी नेताओं ने वाहन चालकों की सीधी भर्ती , नए वाहनों की खरीद से रोक हटाने, वेतन विसंगति समेत अन्य मांगो का पुलिंदा सीएम के सामने रख तो दिया। मगर महासंघ नेताओं को शायद ही इस बात भान हो कि परिवहन निगम खुद राज्य की आर्थिकी के लिए क्या सहयोग कर रहा है। एक ओर तो राज्य कर्मचारी, निगम कर्मचारियांे में गे्रड पे बढ़ाने, वेतन विसंगति दूर करने, पदोन्नति आदि की मांग हमेशा ही बनी रहती है। मांगो को लेकर कर्मचारी नेताओं के नेतृत्व में हड़ताल की परिपाठी बने रहने से कामकाज ढप पडने से राज्य की आर्थिकी पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। राज्य की वित्तीय स्थिति भी फिलहाल इतनी मजबूत नहीं बताई जाती और फिर कर्मचारियों की बार-बार की हड़ताल से हो रहे नुकसान को लेकर सीएम की नसीहत इन कर्मचारी नेताओं पर कितना असर डालती है, यह आने वाला समय ही बताएगा। 

महिला ने दी जान 

देहरादून,17 नवम्बर (निस)। सेलाकुई में रह रही एक महिला के भी आज फांसी लगाकर आत्महत्या करने की बात सामने आई है। पुलिस ने शव को पंचायनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सहसपुर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सुबह सेलाकुई स्थित सरकारी ट्यूबवेल पहुंचे लोगों ने ट्यूबवेल की पाइप पर चुन्नी का फंदा बनाकर फांसी पर महिला को लटका पाया। पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पहचान का प्रयास शुरू किया। मृतका की पहचान अटकफार्म खैरी सेलाकुई निवासी 38 वर्षीय रीता पत्नी विजयमल के रूप में की गई। पुलिस ने परिजनों से पूछताछ के आधार पर बताया कि बीस साल पूर्व शादी हुई थी। दंपत्ति के कोई बच्चा न होने से महिला मानसिक तौर पर परेशान बताई जाती थी। 

अभी भी बदहाल है दून की यातायात व्यवस्था, चोरियों का ग्राफ बढ़ने से खाकी भी चिंतित 

देहरादून, 17 नवम्बर (निस)। कप्तान भले बदल दिए गए हों, मगर शहर में यातायात के हालात नहीं बदल पा रहे हैं। वहीं बीती एक माह के बाद से दून के तमाम इलाकों में हुई चोरी चकारी की घटनाएं भी बतलाती हैं कि अपराधों का ग्राफ भी चढ़ा ही है। अधिकारी भले ही सुरक्षा बंदोबस्तों का बढ़चढकर बखान करते आ रहे हो, मगर सच्चाई आज भी जुदा दिखती है। देहरादून के पुलिस कप्तान भले ही बदल दिए गए हों, मगर दून पुलिस में सत्ता का दखल आज भी बना हुआ है। बीती रविवार को जिला पुलिस में हुए बंपर तबादलों को देखकर इस बात को और भी बल मिलता है। पुलिस कार्यालय की ओर से मिली तबादला सूची के अनुसार 47 दारोगाओं और 5 इंस्पेक्टर के तबादले किए गए हैं। तबादला कहने भर को ही माने जा रहे हैं। थानेदारों और चैकी प्रभारियों के मात्र स्थान बदले गए हैं, उनकी कुर्सी पर कोई आंच नहीं आ सकी। जबकि तबादले के नाम पर दारोगा और इंस्पेक्टरों को सिर्फ इस थाने से उस थाने ही भेजा गया है। इससे एक बात भी साफ हो रही कि कार्यालयों में लंबे समय से तैनात कर्मठ दारोगाओं की महकमें में कम और नेताओं की सिफारिश करने वालों को ही अधिकारी तवज्जो देते हैं। इनमें से तो कुछ दारोगा ऐसे भी हैं जो कि लंबे समय से दून-हरिद्वार या आसपास ही मंडराते रहे हैं। यातायात में सुधार की चुनौती भी फिलहाल जस की तस बनी हुई है। संडे मार्केट के दौरान संबंधित सडकों पर चली आ रही यातायात की समस्या और गहराती दिख रही है। वहीं अतिक्रमण पर कार्रवाई भी शहरी क्षेत्र तक ही सिमटकर रह गई है। वहीं आपराधिक मामलों में भी लगातार इजाफा हो रहा है। खुलासों की अपेक्षा घटनाओं का प्रतिशत बढना बताया जाता है। यातायात के बिगड़े हालातों में कहीं मामूली सुधार भले ही हुआ हो, मगर प्रिंस चैक, आढ़त बाजार, तहसील चैक आदि जगहों पर जाम का नजारा देखा ही जा सकता है। 

बैंक में घुसे चोरों का नहीं मिल सका सुराग, शातिर चोर गिरोह बने पुलिस के लिए चुनौती 

देहरादून,17 नवम्बर (निस)। शातिर चोर गिरोह पुलिस के लिए चुनौती से कम नहीं माने जा सकते। हालात यह कि सात नवंबर के बाद से लेकर करीब-करीब हर रोज चोरी की घटनाएं अंजाम दी गईं। हालांकि ग्यारह नवंबर का दिन ही बिना चोरी के गुजरा। वरना बीती पूरे हफ्ता चोरांे ने दून के अलग-अलग जगहों पर कोहराम मचाए रखा। हाल में हुई इन चोरियों की तमाम वारदात में पुलिस के हाथ अभी तक खाली बने हुए हैं। क्लेमेंटटाउन स्थित पोस्ट आॅफिस रोड के ओबीसी में तो चोरों ने बैंक की दीवार पर सैंध ही लगा दी। वह तो भला हो कि कंपनी ने स्ट्रांग रूम के दरवाजों को इतना मजबूत बनाया जाता है कि गैस कटर भी बामुश्किल स्टील के भारी भरकम दरवाजे को काट सके, जिससे कि चोर स्ट्रांग रूम के दरवाजे के भीतर नहीं जा सके। बता दें कि बीती सोमवार को ओबीसी खुलने पर पहुंचे कर्मचारियों ने बैंक में चोरी का प्रयास होना पाया। सीसीटीवी कैमरे और दस्तावेज क्षतिग्रस्त कर दिए गए थे। जबकि लाॅकर तोड़ने का प्रयास किया गया था। मामले में पुलिस के हाथ अभी तक खाली बने हुए हैं। सीसीटीवी चश्मदीद गवाह बनकर पुलिस को चोरों तक पहुंचा सकता था, मगर शातिरों ने सीसीटीवी कैमरा ही तोड़ डाला। सूत्र बताते हैं कि पुलिस केा मामले में कोई बड़ा सुराग नहीं मिल सका है। हालांकि थाना पुलिस का कहना कि जांच चल रही है। इधर अन्य चोरियों की तरह ही प्रेमनगर के त्यागी मार्केट में हुई दुकान में चोरी भी पुलिस के लिए अबूझ पहेली बनकर रह गई है। स्पेशल विंग निवासी जसविंदर कपूर की त्यागी मार्केट स्थित दुकान को चोरों ने चैदह नवंबर को निशाना बनाकर हजारों का सामान आदि चोरी कर लिया था। पन्द्रह को दुकान खोलने पहुंचने पर जसविंदर ने दुकान में चोरी होना पाया था। इसके साथ ही रायपुर, नेहरू कालोनी, डोइवाला, सहसपुर, विकासनगर के विभिन्न इलाकों में चोरी की घटनाएं अंजाम दी गईं। खुलासे की बात करना अभी जल्दबाजी होगी। 

दो पक्षों में जमकर चले लात घूंसे 

देहरादून, 17 नवम्बर (निस)। पटेलनगर कोतवाली क्षेत्रांतर्गत धारावाली में रह रहे पड़ोसियों के बीच मामूली विवाद पर जमकर लात घूंसे चले। इसमें दोनों ही पक्षों के कुछ लोगों को चोटिल भी होना पड़ा। घटना वाली रोज ही एक पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने दूसरे पक्ष के हमलावरों पर मुकदमा दर्ज कर लिया था। बीती शाम दूसरे पक्ष की ओर से भी पुलिस में शिकायत दी गई। पुलिस का कहना कि क्रास रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। बीती पन्द्रह को धारावाली में मारपीट की यह घटना प्रकाश में आई थी। इस संबंध में स्थानीय निवासी दलवीर सिंह की ओर से रविनेगी, देवंेद्र नेगी, धर्मा देवी व संतोषी आदि लोगों पर भाई नवीन के घर मंे घुसकर गाली-गलौज और मारपीट करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस के अनुसार इस मारपीट में अब धारावाली निवासी मंजू नेगी की ओर से नवीन रावत, देवेंद्र रावत आदि पर परिवार की महिलाओं से मारपीट, अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया है। 

युवती से अभद्रता पर मनचले नामजद 
कोतवाली विकासनगर क्षेत्रांतर्गत डाकपत्थर स्थित नेहरू चैक से गुजर रही युवती से मारपीट और अभद्रता का मामला प्रकाश मंे आया है। इस संबंध में सहसपुर के केदारवाला निवासी पीडि़ता की ओर से जीवनगढ़ निवासी शाहिद और जावेद पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। 

और छह महिलाएं शराब तस्करी में धरी गईं 

देहरादनू, 17 नवम्बर (निस)। तीर्थ नगरी में रहने वाली महिलाओं की शराब तस्करी में भारी भूमिका का खुलासा हो रहा है। बीती दो रोज पहले जहां ऋषिकेश पुलिस ने आठ महिलाओं को शराब तस्करी करते गिरफ्तार किया था। वहीं बीती देर रात और छह महिलाओं को शराब की तस्करी में पकड़ा गया है। ऋषिकेश पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अनिता साहनी, चानू, शारदा आदि को गुमानीवाला के समीप से शराब के साथ पकड़ा गया है। वहीं धनवती,विद्धा और राधा नामक महिला को गढ़ीमयचक श्यामपुर के समीप से पकड़ा गया। पुलिस का कहना कि सभी महिलाएं मायाकुंड की रहने वाली हैं और लंबे समय से इनके द्वारा शराब तस्करी किए जाने की शिकायत मिल रही थीं। इधर डालनवाला पुलिस ने अमरोहा यूपी निवासी जसवंत सिंह को धारदार हथियार के साथ गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस के अनुसार देर रात चावला चैक पर चेकिंग के दौरान आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ा। 

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