पटना 08 नवम्बर, बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को मिली एतिहासिक जीत में महिलाओं की भागीदारी भी पुरूषों से किसी की मामले में कम नहीं रही। महागठबंधन की ओर चुनावी समर में उतरी कुल 25 महिलाओं में से 23 महिलाओं ने जीत दर्ज कर सफलता का परचम लहरा दिया। विधानसभा चुनाव में महिला सशक्तिकरण और राजनीति में महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने की बढ-चढकर दावा करने वाले सभी राजनीतिक दलों ने इस बार के विधानसभा चुनाव में महिलाओं की भरपूर उपेक्षा की थी लेकिन सीमित सीटें मिलने के बाद महिलाओं ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि यदि पर्याप्त अवसर मिलता तो वह पुरूषों के मुकाबले बेहतर परिणाम भी दे सकती थी। महागठबंधन की ओर 25 उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है और इनमें 92 प्रतिशत महिलाओं ने अपने जबर्दस्त उपस्थिति दर्ज की है। महिला आरक्षण विधेयक के तहत महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिये जाने की पुरजोर वकालत करने वाले दलों ने भी महिलाओं की इस बार कोई सुध नहीं ली और टिकट बंटवारे के समय चुप्पी साध ली । इस बार के चुनाव में कुल 272 महिला उम्मीदवार खड़ी हुई थी।इनमें 27 महिला निर्वाचित हुयी है ।
पिछले विधानसभा में 34 महिलाएं चुनकर आयीं थी । इनमें से 22 सतारूढ़ृ जदयू और 11 भाजपा के टिकट पर तथा एक निर्दलीय विजयी हुई थी । पिछले चुनाव में जदयू और भाजपा का गठबंधन था और उस चुनाव में जदयू ने 24 और भाजपा ने13 महिलाओं को उम्मीदवार बनाया था। अकेले चुनाव लड़ी कांग्रेस ने 36 और राजद ने 10 सीट पर महिला प्रत्याशी खड़े किये थे। महिलाओं की हितैषी होने का बढ़-चढ़ कर दावा करने वाले महागठबंधन और भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने इस बार के चुनाव में टिकट बंटवारे में पुरूषों के मुकाबले महिलाओं को कोई खास तरजीह नही दी। इस बार जदयू ने पिछले चुनाव में जीती 13 महिला विधायकों जबकि भाजपा ने पांच महिला विधायकों का टिकट काट दिया है । पिछले चुनाव से यदि तुलना की जाये तो श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 37 महिलाओं को प्रत्याशी बनाया था लेकिन इस बार उनके नेतृत्व वाले गठबंधन से मात्र 25 महिला प्रत्याशी ही हैं । उधर भाजपा के नेतृत्व वाले राजग ने भी 22 सीटों पर ही महिलाओं पर भरोसा कर उन्हें उम्मीदवार बनाया है ।
राज्य में महिला मतदाताओं की संख्या कुल मतदाताओं में करीब आधी है बावजूद इसके किसी राजनीतिक दल या गठबंधन ने महिलाओं को राजनीतिक भागीदारी देने में उनके साथ न्याय नहीं किया है । वर्ष 2015 में होने
वाले विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो सभी पार्टियों द्वारा अब तक जारी की गई उम्मीदवारों की सूची में महिलाओं की संख्या बहुत ही निराशाजनक है। किसी भी पार्टी में 10 प्रतिशत भी महिला उम्मीदवारों को टिकट नहीं मिल सका। बिहार में सत्ताढ़ जनता दल यूनाइटेड ने दस महिलाओं को टिकट दिया जिनमें कल्याणपुर से रजिया खातून ,बाजपट्टी से रंजू गीता,बेलसंड से सुनीता सिंह,फुलपरास से गुलजार देवी, त्रिवेणीगंज से बीना भारती,रूपौली से बीमा भारती ,धमदाहा से लेसी सिंह,दरौंधा से पूर्व विधायक जगमातोद देवी की बहू कविता सिंह, चेरियाबरियारपुर से मंजू वर्मा और खगडि़या से पूर्व बाहुबली विधायक रणवीर यादव की पत्नी पूनम देवी यादव को चुनावी समर में उतारा । इनमें रजिया खातून को छोड़कर सभी नौ महिला निर्वाचित हुयी । महागठबंधन में शामिल जदयू की सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल:राजदः ने भी 10 महिला उम्मीदवारो को टिकट दिया था ।इनमें मसौढ़ी से रेखा देवी, बाराचट्टी से समता देवी,रून्नीसैदपुर से मंगीता देवी, बिहपुर से सांसद बुलो मंडल की पत्नी वर्षा रानी,कटोरिया से स्वीटी सीमा हेमब्रम, पातेपुर से प्रेमा चौधरी,मोहिउद्दीन नगर से इजया यादव, नोखा से नोखा से पूर्व विधायक आनंद मोहन की पत्नी अनिता देवी ,अतरी से कुंती देवी और चकाई से सावित्री देवी शामिल है ।राजद के सीट पर उतरी सभी दस महिलाओं ने सता पर कब्जा जमा लिया ।
जदयू और राजद के साथ इस बार चुनाव लड़ रही कांग्रेस पार्टी ने पांच महिलाओं पर अपना भरोसा जताया। बेनीपट्टी से भावना झा, पूर्णिया से इंदू सिन्हा,कोढ़ा से कुमारी पूनम पासवान,बेगूसराय से अनिता भूषण और गोविंदपुर से बाहुबली विधायक कौशल यादव की पत्नी पूर्णिमा यादव शामिल है। इनमें इंदु सिन्हा को छोड़कर सभी निर्वाचित हुयी । भारतीय जनता पार्टी:भाजपाः की ओर से 13 महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा ।कटोरिया से निकी हेमब्रम, रोसड़ा से मंजू हजारी् बेतिया से रेणु देवी,समस्तीपुर से रेणु कुशवाहा,वारसिलीगंज से अरूणा देवी,दानापुर से आशा सिन्हा,बड़हरा से आशा देवी,रामनगर से भागीरथी देवी,नरकटियांगज से रेणु कुमारी ,परिहार से गायत्री देवी यादव, गायघाट से विधान पार्षद दिनेश सिंह की पत्नी और निवर्तमान विधायक वीणा देवी, जीरादेई से आशा देवी और गोविंदपुर से फूला देवी यादव ने चुनाव लड़ा। भाजपा के टिकट पर जो महिलायें निर्वाचित हुयी उनमें दानापुर से आशा सिन्हा ,रामनगर से भागीरथी देवी ,परिहार से गायत्री देवी और वारसिलीगंज से अरूणा देवी शामिल है ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें