विज्ञान के लिए राजीव की हुई आलोचनाएँ मनगढ़ंत: सोनिया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 30 दिसंबर 2015

विज्ञान के लिए राजीव की हुई आलोचनाएँ मनगढ़ंत: सोनिया

rahul-criticise-false-sonia-gandhi
कोट्टायम, 30 दिसंबर (वार्ता) कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज कहा कि जिन लाेगों ने विज्ञान, सूचना एवं तकनीक पर जोर देने के कारण पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आलोचना की और उन्हें निशाना बनाया, वे गलत साबित हुए। श्रीमती गांधी ने केरल के पंपाडी में राजीव गांधी प्रौद्योगिकी संस्थान(आरआईटी) के साल भर चलने वाले रजत जयंती समारोह का उद्घाटन करने के बाद कहा, “यह श्री गांधी का समय था, जब भारत ने कंप्यूटर एवं दूरसंचार के क्षेत्र में प्रवेश किया और बाद में सूचना तकनीक क्षेत्र में देश के अग्रणी बनने से उनका सपना पूरा हो गया। उनके लिए तकनीक व्यक्ति से अधिक महत्वपूर्ण था। यह सामाजिक सुधार एवं सशक्तिकरण का साधन था। इसीलिये उन्होंने पेयजल, दूरसंचार एवं शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी मिशनों की शुरुआत की।” 

श्रीमती गांधी ने कहा कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले राजीव के लिए तकनीक सिर्फ हार्डवेयर से ही जुड़ा हुआ नहीं था। यह सॉफ्टवेयर से भी जुड़ा हुआ था। वह हमारी परंपराओं एवं रीति-रिवाजों के प्रति जागरूक थे और वह उसका सम्मान भी करते थे लेकिन वह आधुनिक और प्रगतिशील सोच को बढावा देने की भी वकालत करते थे। 

कोई टिप्पणी नहीं: