नयी दिल्ली, 12 जनवरी, विदेश सचिव स्तर की वार्ता को लेकर अनिश्चितता के बीच पाकिस्तान के लिये नवनियुक्त उच्चायुक्त गौतम बम्बावाले ने इस्लामाबाद रवानगी से पहले आज कहा कि वह पड़ोसी देश में अमन और दोस्ती का पैगाम लेकर जा रहे हैं। श्री बम्बावाले ने कहा, “मैं पाकिस्तान दोस्ती का पैगाम लेकर जा रहा हूँ, रिश्तों को सुधारना चाहता हूँ।” वह ऐसे कठिन समय पर इस्लामाबाद गये हैं जब पाकिस्तान के साथ संबंध सुधारने की प्रक्रिया को पठानकोट आतंकवादी हमले से झटका लगा है। इस हमले की साजिश पाकिस्तान की धरती से रची गयी थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आैर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की हाल ही में लाहौर में अनौपचारिक माहौल में हुई मुलाकात में समग्र शांति प्रक्रिया को बहाल करने के क्रम में दोनों देशों के विदेश सचिव एस. जयशंकर और ऐजाज़ अहमद चौधरी की 15 जनवरी को बैठक तय हुई थी। पर पठानकोट हमले के कारण उस पर अनिश्चितता के बादल छा गये।
भारत की ओर से बातचीत के होने या नहीं होने के बारे में हालांकि अब तक कुछ भी नहीं कहा गया है, पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने संसद में बयान दिया है कि बैठक अवश्य होगी। भारत ने पिछले सप्ताह पाकिस्तान को दो टूक शब्दों में बताया था कि विदेश सचिव स्तरीय बैठक पठानकोट हमले के सिलसिले में भारत द्वारा मुहैया कराये गये सबूतों के आधार पर त्वरित एवं निर्णायक कार्रवाई पर निर्भर करेगी। इस बीच ऐसी रिपोर्टें आयीं है कि पाकिस्तान सरकार ने एक संयुक्त जाँच दल का गठन किया है और कुछ जगहों में छापे मारे गये एवं गिरफ्तारियाँ भी हुईं हैं। एेसी भी रिपोर्ट है कि पाकिस्तान ने भारत को जाँच की आरंभिक रिपोर्ट भी सौंपी है लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। हालाँकि कल विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और गृह मंत्री राजनाथ सिंह की मुलाकात हुई थी। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि भारत स्थिति पर पैनी निगाह रखे हुए है। ऐसी स्थिति में चीन एवं पूर्वी एशिया के विशेषज्ञ माने जाने वाले वरिष्ठ राजनयिक श्री बम्बावाले भूटान में राजदूत रहने के बाद पाकिस्तान जा रहे हैं।
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