नयी दिल्ली,12 जनवरी, पाठनकोट वायुसैनिक अड्डे पर आतंकवादी हमले के मामले में संदेह के दायरे में आए गुरदासपुर के पुलिस अधीक्षक सलविदंर सिंह से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के दिल्ली मुख्यालय में आज दूसरे दिन भी पूछताछ की गई। एनआईए के सूत्रों ने बताया कि अबतक की गई पूछताछ में श्री सलंविदर की ओर से दिए गए जवाब से वह संतुष्ट नहीं है क्योंकि उन्होंने जो कुछ बताया है उसमें कयी विरोधाभास हैं। उनका लाइ डिटेक्टर टेस्ट भी किया जा सकता है। एनआईए की टीम श्री सलविंदर को कल सुबह दिल्ली लाने के बाद सीधे अपने मुख्यालय में पूछताछ के लिए ले गई थी। उन्हें एनआईए के समक्ष पेश होने के लिए बाकायदा समन जारी किया गया था। कल ऐसी भी खबर आई थी कि श्री सलविंदर के रासोइये को भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा और फिर दोनों के बयानों में किसी तरह के विरोधाभास की पड़ताल की जाएगी। लेकिन एनआईए के सूत्रों के अनुसार श्री सलविंदर से पूरी पूछताछ खत्म करने के बाद ही उनके रसोइये को तलब किया जाएगा। फिलहाल रसोइये और सलविंदर सिंह के मित्र से पंजाब में अलग से पूछताछ की जा रही है।
श्री सलविंदर ने पंजाब पुलिस को दिए अपने बयान में दावा किया है कि पठानकोट हमले के एक दिन पहले वह सिखों के तीर्थ स्थल पंज पीर का दर्शन करके लौटर रहे थे कि उसी दौरान अातंकवादियों ने वायुसैनिक अड्डे से कुछ दूरी पर उन्हें और उनके साथियों को गाड़ी समेत अगवा कर लिया था। उनका कहना है कि आतंकवादियों ने कुछ देर बाद उन्हें ,उनके मित्र राजेश वर्मा और रसाेइये मदन गोपाल के साथ रिहा कर दिया था जबकि वाहन चालक की हत्या कर दी थी। उन्होंने यह भी बताया कि आतंकवादी उनका मोबाइल फोन लेकर चले गए थे। इस घटनाक्रम के बारे में पंजाब पुलिस को दिए गए उनके बयान में कई विरोधाभास पाए जाने के कारण एनआईए ने उन्हें पूछताछ के लिए पेश होने का समन जारी किया था। अपहरण की यह वारदात पठानकोट वायुसैनिक अड्डे पर हमले के ठीक एक दिन पहले हुई थी लिहाजा सलविंदर पर पुलिस काे शक हुआ और उनसे पूछताछ शुरु कर दी गई। पठानकोट हमले के सिलसिले में एनआईए ने तीन मामले दर्ज किए हैं जिनमें से पहला मामला सलविंदर सिंह के अपहरण की घटना से जुड़ा है जबकि दूसरा मामला उनके गाड़ी चालक की हत्या से सबंधित है और तीसरा तथा सबसे अहम मामला वायुसैनिक अड्डे पर आतंकवादी हमले से जुड़ा है।
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