10 साल के बच्चे की हुयी बाइपास सर्जरी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 29 मार्च 2016

10 साल के बच्चे की हुयी बाइपास सर्जरी

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नयी दिल्ली, 29 मार्च, हृदय रोग संस्थान फोर्टिस एस्कॉर्ट्स ने खून में कोलेस्ट्रॉल का स्तर 700 एमजी तक पहुंचने के कारण मौत के करीब पहुंच चुके मथुरा के 10 साल के बच्चे धर्मेंद्र सिंह की सफल बाइपास सर्जरी करके देश में सबसे कम उम्र के बच्चे की बाइपास सर्जरी का कीर्तिमान स्थापित किया है। संस्थान के अध्यक्ष डा. अशोक सेठ ने इस तथ्य की पुष्टि करते हुये बताया, “आनुवांशिक रोग होमोजाइगस फैमिलियल हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया (एचओएफएच) से पीड़ित धर्मेंद्र के रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर 700 एमजी प्रति डीएल पर पहुंच गया था जबकि इसका सामान्य स्तर 240 एमजी प्रति डीएल होना चाहिए। ऐसे में उसके हृदय की मांसपेशियों तक रक्त का प्रवाह नहीं हो पा रहा था। इसकी सफल बाइपास सर्जरी की गयी है, जो एक रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि तीन दिन तक सीने में दर्द और सांस न ले पाने की शिकायत के बाद धर्मेंद्र को अस्पताल में भर्ती किया गया। 

जांच में कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज का पता चला। ऐसे में डा. रामजी मेहरोत्रा के नेतृत्व में उसकी बाइपास सर्जरी की गयी, जो पूरी तरह सफल रहा। उन्होंने कहा कि इसे संस्थान ने चुनौती की तरह स्वीकार किया। ऑपरेशन में करीब ढाई घंटे का समय लगा। इसके बाद मरीज के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हुआ और उसे एक सप्ताह के भीतर छुट्टी दे दी गयी। उन्होंने बताया कि फैमिलियल हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया के कारण मरीज के हृदय की मांसपेशियों तक रक्त प्रवाह बाधित हो रहा था। ऐसी स्थिति में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर रक्त में काफी बढ़ जाता है, जिसे लीवर भी बाहर नहीं निकाल पाता। इससे कम उम्र में आर्टरी ब्लॉकेज शुरू हो जाते हैं और हृदयघात के मामले बढ़ जाते हैं। श्री सेठ ने बताया, “हालांकि देश में छोटे बच्चों में कोलेस्ट्रॉल के जांच की परंपरा नहीं है। अभिभावक भी इस ओर ध्यान नहीं दे पाते हैं। लेकिन, देश में हृदय रोग के मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि को देखते हुये सभी बच्चों की नौ से 11 वर्ष की उम्र में कम से कम एक बार कोलेस्ट्रॉल की जांच करायी जानी चाहिए।”

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