मोहाली, 29 मार्च, अपनी करिश्माई बल्लेबाजी की बदौलत ट्वंटी 20 विश्वकप के सुपर 10 राउंड के करो या मरो मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को हराकर टीम इंडिया को सेमीफाइनल में जगह दिलाने वाले कोहली ने मैच के दौरान अपनी मानसिक स्थिति का खुलासा करते हुए कहा कि उन्हें दस ओवर के बाद लगा था कि भारत टूर्नामेंट से बाहर होने वाली है लेकिन उन्हें नहीं पता कैसे उन्होंने धोनी के साथ मिलकर इस असंभव लग रहे लक्ष्य को प्राप्त कर लिया। विपरीत परिस्थितयों के बीच 51 गेंदों में 82 रनों की अप्रत्याशित पारी खेलने वाले कोहली ने कहा “मुझे 10 ओवर के बाद वास्तव में लगा था कि हम टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं। धोनी के साथ मिलकर हमने मैच में कैसे वापसी की मैं नहीं जानता। मैं नहीं जानता हमने यह कैसे कर लिया, यहां तक कि जब मैं मैदान पर था तो मुझे तब भी समझ नहीं आ रहा था कि यह सब कैसे हो रहा है। मैं इसके लिए शुक्रगुजार हूं कि अपनी टीम के लिए मैं यह कर पाया।”
कोहली ने यह भी बताया कि जब धोनी ने जीत का चौका मारा तो वो कितने भावुक हो गए थे। कोहली ने कहा “यह काफी भावुक अनुभव था, मुझे नहीं पता क्या कहना था। यही कारण है कि आप खेल खेलते हैं। यही वो भावना है जो बतौर एक खिलाड़ी के रूप में आप में आती है। यह टीम के लिए शानदार पल होता है। अपने साथी खिलाड़ियों को जश्न मनाते और खुश देखना बेहतरीन अनुभव है।” जीत के लिए 161 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम एक समय अपने शीर्ष बल्लेबाजों को गंवाकर संकट में फंसी नजर आ रही थी लेकिन विराट ने अपनी पराक्रमी पारी की बदौलत टीम को सेमीफाइनल में पहुंचा दिया। सेमीफाइनल में भारत का सामना वेस्टइंडीज की टीम से होगा।
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