नई दिल्ली। सैनिक स्वं इंडिरा गांधी के 20 सूत्री कार्यकम के तहत स्थापित कृषि विकास शिल्प केन्द्र में पैसठ से अधिक काम कार्यरत है,लेकिन कुछ लोगांे द्वारा संस्था से जुड़े लोगों को गुमराह किया जा रहा है। इस बात की जानकारी आज दिल्ली मंे आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन मंे तपशील जाति आदिवासी प्रकटन सैनिक संस्थान के महासचिव सौमेने कोले ने दी। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर की गई।
इस अवसर पर सौमेन ने बताया कि ‘वर्तमान सरकार एवं राज्य सरकार इस संस्था का भरपूर सहयोग दे रहे हैं, लेकिन कुछ असामाजिक लोगों द्वारा इस संस्था को गुमराह किया जा रहा है। संस्था विकास ,शिक्षा, स्वास्थ्य,मत्स्य पालन और ग्रामीण क्षेत्रों मंे खडा है और वंचितांे ग्रामीण लोगों की मदद के विभिन्न प्रकार के शुरु करने के लिए किया गया था। वर्तमान मंे इस संगठन के छः हजार पांच सौ कार्यकर्ताओं पश्चिम बंगाल मंे 18 जिलों के 204 ब्लाकों मंे रहकर काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस मामले मंे उचित महत्व दिया गया है। इसका एक परिणाम के रुप मंे इन कर्मचारियों की लंबे समय से लंबित मांग बहुत जल्द ही पूरा होने जा रही है।
भारत के हमारे माननीय ग्रामीण विकास मंत्री चैधरी बिरेन्द्र सिंह और भारत के श्री राधा मोहन सिंह के माननीय कृषि मंत्री भारत सरकार के विभिन्न मंत्री द्वारा जानकारी दी गई है। यह भी है। कि केन्द्र सरकार मंे अलग प्रकाश डाला जा रहा है। पश्चिम बंगाल की सरकार ने भी इस मामले में सहयोग करते हैं। विभिन्न व्यक्तियों और एजंेसियों को गुमराह करने और इस संगठन के नाम पर कई लोगांे बेरोजगारी, धोखा दे रहे हैे। श्रीसौमेन कोले इस संगठन के सचिव हमारे माननीय गृहमंत्री 4 अगस्त 2015 को श्री राजनाथ सिंह से अनुरोध किया है उन धोखाघड़ी व्यक्तियों और एजेंसियों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिया गया है।
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