वाशिंगटन 31 मार्च, अमेरिका ने भारत की नेतृत्व क्षमता और जिम्मेदारपूर्ण रवैये की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए आज कहा कि परमाणु हथियार और परमाणु सामग्री के जिम्मेदार प्रबंधन में भारत को अतिमहत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। वाशिंगटन में आज शुरू होने वाले दो दिवसीय परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन से पहले भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के साथ हुई मुलाकात के दौरान विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा,“ नेता के रूप में ,एक जिम्मेदार देश के रूप में भारत का लंबा इतिहास रहा है । मौजूदा परिदृश्य में,जहां हम देखते हैं कि कुछ ऐसे निर्णय लिये जा रहे हैं , जिससे हथियारों की होड़ को तेज गति मिल सकती है , तो ऐसे में भारत की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। हमने इस मसले को अन्य साझीदारों के समक्ष भी उठाया है।” उन्होंने स्वच्छ ऊर्जा और कार्बन उत्सर्जन कम करने में भारत की भूमिका की तारीफ की ।
श्री केरी ने उम्मीद जतायी कि शिखर सम्मेलन सभी देशों को विश्व के प्रति उनकी जिम्मेदारी और उनके द्वारा उठाये गये कदमों के परिणाम की बेहतर समझ पैदा करेगा। उन्होंने कहा,“ राष्ट्रपति ओबामा ने भारत-अमेरिका संबंधों को इस सदी का सबसे महत्वपूर्ण रिश्ता कहा है और इसके कई कारण हैं। भारत, दुनिया का सबसे सशक्त और बड़ा लोकतंत्र है और वह प्रौद्योगिकी तथा ऊर्जा के मुद्दे पर अमेरिका का सच्चा साथी रहा है। श्री डोभाल ने उम्मीद जतायी कि आने वाले वर्षों में भारत- अमेरिका का संबंध नयी ऊंचाइयों को छुएगा और इसे और मजबूती मिलेगी। भारत और अमेरिका के सामने कई समस्यायें एक जैसी हैं जैसे आतंकवाद, साइबर हमले और दोनों देश इससे निपटने के लिए साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
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