ब्रसेल्स में हर तरफ चीख पुकार। चीथड़ों में बंटे लोग, सिसकन, उम्मीद खो चुके लोग। मरने वालों से शायद ही उन हमलावरों ने उनका मजहब जाना हो। जिन्होंने अपनों को खोया है न उनकी जुबान पर बस यही है कि इंसानों ने ही इंसानों का कत्ल-ए-आम कर दिया, इंसानियत को सरेआम नीलाम कर दिया। सच गलत हुआ, बेहद गलत। बहरहाल ब्रसेल्स में हुए आत्मघाती हमले में शामिल हमलावरों में से दो की पहचान हो चुकी है। दोनों हमलावर जिनके नाम इब्राहिम और खालिद अल बकराउई बताया जा रहा है वे दोनों भाई हैं। जानकारी के मुताबिक ब्रसेल्स में पुलिस के साथ इनकी पहले भी झड़प हो चुकी थी। वहीं अगर हमले में शामिल तीसरे व्यक्ति की बात की जाए तो उसे मैन इन व्हाइट का तमगा दिया जा रहा है। जो कि बम बनाने का विशेषज्ञ है। जिसका नाम था ''नजीम लचराउई।'' बताया जा रहा है कि हैट लगाए हुए तीसरे शख्स यानि की नजीम लचराउई के सूटकेस में पैक बम जब नहीं फटा तो वह मौके से फरार हो गया।
नजीम लचराउई या सुफिआने कयाल
लचराउई दुनिया भर में मोस्ट वांटेड लोगों में से एक है। जिसने बीते साल नवंबर में पेरिस में 130 लोगों को मौत के घाट उतारने वाले कथित जिहादी सलाह अब्देससलाम की मदद की थी। अब्देससलाम का यह साथी 24 साल का नाजिम लाचराउई जिसे पहले सुफिआने कयाल के नाम से भी जाना जा रहा था। उसने इसी नाम का इस्तेमाल कर बीते सितंबर अब्देससलाम के साथ हंगरी की यात्रा की थी। फरवरी 2013 में उसने सीरिया की भी यात्रा की थी और अभी तक वह पुलिस की पकड़ में नहीं आया है।
अब्देससलाम की गिरफ्तारी के 4 दिन बाद हुआ ''हमला''
मंगलवार को हुए ब्रसेल्स में हमले के तमाम बिंदुओं पर खोजबीन जारी है। इस बीच नवंबर में पेरिस हमले के आरोपी अब्देससलाम की गिरफ्तारी के महज 4 दिनों बाद ही हमले वाकई हमलावरों की सक्रियता की ओर इशारा कर रहे हैं।
कहां हुए थे धमाके
ब्रसल्स के जेवेंतम हवाईअड्डे पर मंगलवार को दो जबरदस्त विस्फोट हुए। इसमें एक आत्मघाती विस्फोट बताया जा रहा है। इसके अलावा तीसरा विस्फोट ब्रसल्स शहर के बीच एक मेट्रो स्टेशन पर ट्रेन के डिब्बे में हुआ। इन तीनों विस्फोटों में कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा एक भारतीय महिला समेत 170 से अधिक लोग घायल हैं। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए यूरोप में ऐसे ही और हमले करने का एलान किया है।
'ISIS' और दहशत
आपको पेरिस में हुए वो हमले तो याद होंगे न जिनमें 130 लोगों की निर्ममता से हत्या कर दी गई थी। उस वक्त भी हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी। ब्रसेल्स में हुए बम धमाकोंं के बाद छापेमारी के दौरान पुलिस को कीलों और रसायनिक पदार्थों से भरा एक विस्फ़ोटक डिवाइस और कथित इस्लामिक स्टेट का झंडा मिला है।
हमले में किन हथियारों का हुआ इस्तेमाल
- पेरिस हमले में हमलावरों ने कलाशनिकॉफ़ राइफ़लों का इस्तेमाल किया था।
- पुलिस को हवाई अड्डे से ज़िंदा बम लगा एक जैकेट भी मिला हुआ है।
- रसायनिक पदार्थों से भरी विस्फोटक डिवाईस भी छापेमारी के दौरान मिली।
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