नयी दिल्ली 21 मार्च, सोने तथा हीरे के आभूषणों एवं चाँदी के रत्न जड़ित गहनों पर उत्पाद शुल्क लगाने के बजटीय प्रस्ताव पर सर्राफा कारोबारियों के एक समूह ने जहाँ पिछले सप्ताह मुंबई में हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की, वहीं दिल्ली तथा उत्तर भारत के अन्य राज्यों में आज 20वें दिन हड़ताल जारी रही। ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के उपाध्यक्ष एस. सी. जैन ने आज यहाँ यूनीवार्ता को बताया कि सरकार उत्पाद शुल्क का प्रस्ताव वापस लेने पर तैयार नहीं हुई है जो हमारी मुख्य माँग थी। इसलिए, हड़ताल जारी है। उन्होंने दावा किया “भले ही मुंबई तथा कुछ अन्य स्थानों पर हड़ताल समाप्त हो गई हो, लेकिन पूरे उत्तर भारत में हड़ताल जारी है।”
शनिवार को सर्राफा कारोबारियों के तीन संगठनों द जेम्स एवं ज्वेलर्स फेडरेशन, द जेम्स एंड ज्वेलर्स एक्सपोर्ट काउंसिल और इंडियन बुलियन एवं ज्वेलर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी। आठ घंटे चली मुलाकात के बाद ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी ट्रेड फेडरेशन के निदेशक अशोक मीनावाला ने बताया था कि सरकार की ओर से उत्पाद शुल्क अधिकारियों द्वारा सर्राफा कारोबारियों को बेवजह परेशान नहीं किये जाने का आश्वासन मिलने के बाद शनिवार देर रात हड़ताल वापस लेने का फैसला किया गया। मुंबई ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुरिन्दर कुमार जैन ने बताया कि देश भर में करीब 500 मान्यता प्राप्त सर्राफा संगठन हैं, जिनमें 70 प्रतिशत ने हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है। बजटीय प्रस्ताव के विरोध में देश भर के सर्राफा कारोबारी 02 मार्च से हड़ताल पर चले गये थे। पहले तीन दिन के लिए हड़ताल बुलाई गई थी, लेकिन बाद में इसे अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा दिया गया था।
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