मोबाइल ऐप से जुडें किसान, जल संचयन के लिए जनांदोलन की जरूरत : मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 28 मार्च 2016

मोबाइल ऐप से जुडें किसान, जल संचयन के लिए जनांदोलन की जरूरत : मोदी

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नयी दिल्ली, 27 मार्च, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मधुमेह और तपेदिक के प्रति लोगों को सचेत करते हुए उन्हें योग अपनाने पर आज बल दिया और किसानों को मोबाइल एेप से जुड़ने की सलाह देते हुए जल संचयन के लिए जनांदोलन खड़ा करने की भी अपील की है। इसके साथ ही उन्होंने युवकों को क्रिकेट की तरह अन्य खेलों में दुनिया में भारत का डंका बजाने के लिए देश में खेल क्रांति लाने तथा पर्यटन को बढ़ावा देने पर जोर दिया है। श्री मोदी ने इस बार आकाशवाणी पर अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में हिन्दी की महान कवयित्री महादेवी वर्मा की पंक्तियों को भी उद्धृत किया और विक्रम संवत के रूप में नये साल की शुरूआत तथा ईस्टर पर देशवासियों को बधाई भी दी। उन्होंने 18वें ‘मन की बात’ कार्यक्रम में लोगों को छोटे-छोटे प्रयास कर समाजसेवा के रास्ते पर चलने की सलाह दी है। प्रधानमंत्री ने मधुमेह से लड़ने के लिए लोगों को अपनी जीवन शैली में बदलाव लाने तथा योग को अपनाने की बात करते हुए तपेदिक की समय रहते जांच कराने के लिए भी कहा है, ताकि जनता के स्वस्थ रहने से स्वस्थ भारत का निर्माण हो सके। उन्होंने अागामी सात अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर मधुमेह को केंद्रित किये जानेे का जिक्र करते हुए कहा कि मधुमेह एक ऐसा मेजबान है कि वह हर बीमारी की मेजबानी करने के लिए आतुर रहता है। उन्होंने कहा कि 2014 में भारत में कम से कम साढ़े छह करोड़ मधुमेह के मरीज थे और तीन प्रतिशत मृत्यु इसी रोग के कारण होती है। 

श्री मोदी ने किसान भाइयों से मुखातिब होते हुए कहा, “आपको खुशी होगी कि एक ‘किसान सुविधा एेप’ आप सब की सेवा में प्रस्तुत किया गया है। इस एेप को आप अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड करते हैं तो आपको कृषि और मौसम संबंधी बहुत सारी जानकारियाँ अपनी हथेली में ही मिल जाएगी। इसमें एक बटन ऐसा भी है, जो आपको सीधे-सीधे कृषि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों से जोड़ देता है।” उन्होंने पानी बचाने के लिए सरकारी योजनाओं से जुड़कर देश में एक ऐसा जनांदोलन खड़ा करने की लोगों से अपील की, जिससे लोग पानी का महात्म्य भी समझ सकें और पानी संचय के लिए हर कोई जुड़े। उन्होंने महादेवी वर्मा रचित कविता की पंक्तियों को उद्धृत करते हुए गर्मी के मौसम में पक्षियों के अलावा राहगीरों को भी पानी पिलाने जैसी समाज सेवा करने की लोगों की सलाह दी। प्रधानमंत्री ने पर्यटन उद्योग को रोजगार सृजन का बहुत बड़ा जरिया बताते हुए सरकारों, संस्थाओं, समाज एवं नागरिकों से मिल-जुलकर पर्यटन के क्षेत्र में बेहतर प्रयास करने की अपील भी की। उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में मौजूट पर्यटक स्थलों को पर्यटकों की दृष्टि से प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित करने की आवश्यकता जताई, ताकि देश में रोजगार के अवसर बढ़ाये जा सकें।

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