सिडनी 30 मार्च, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि भारत वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लिए पूरी तरह तैयार है और यह जल्द ही हकीकत बनेगा। चार दिन की आधिकारिक यात्रा पर यहाँ आये श्री जेटली ने आज ऑस्ट्रेलिया के ट्रेजरर स्कॉट मॉरिसन के साथ द्विपक्षीय बातचीत में कहा कि भारत जीएसटी लागू करने के मामले में ऑस्ट्रेलिया के अनुभवों से काफी कुछ सीख सकता है। उल्लेखनीय है कि परोक्ष कर की दिशा में देश में अब तक का सबसे बड़ा सुधार माने जा रहे जीएसटी पर विपक्षी कांग्रेस पार्टी की अापत्तियों के कारण जीएसटी विधेयक राज्यसभा में अटका पड़ा है। कांग्रेस संवैधानिक दस्तावेज में ही जीएसटी की दरें निश्चित करने की माँग कर रही है, जबकि सरकार का कहना है कि ऐसा करने से भविष्य में इन दरों में बदलाव करना टेढ़ी खीर हो जायेगी क्योंकि इसके लिए फिर संविधान संशोधन की आवश्यकता होगी।
यह विधेयक लोकसभा से पारित हो चुका है। वित्त मंत्री ने ऑस्ट्रेलिया के राजकीय कोष ‘फ्यूचर फंड’ को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने भारत में निवेश बढ़ाने के लिए वहाँ के कारोबारियों का भी आह्वान किया और कहा कि ऐसा करके वे ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। श्री मॉरिसन ने श्री जेटली को आश्वस्त किया कि ऑस्ट्रेलिया भी भारत में निवेश बढ़ाने के लिए इच्छुक है। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के और वैश्विक आर्थिक हालात पर चर्चा की। उन्होंने बढ़ते द्विपक्षीय व्यापार और निवेश पर प्रसन्नता जताई और आर्थिक सहयोग जारी रखने और इसे बढ़ाने पर सहमत हुये।
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