लोजपा ,रालोसपा और हम का हो सकता है विलय - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 30 मार्च 2016

लोजपा ,रालोसपा और हम का हो सकता है विलय

  • नये ध्रुवीकरण की संभावना तेज

ljp-rlsp-ham-may-join-hand
पटना 29 मार्च, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा),राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के आपस में विलय की सुगबुगाहट से बिहार की राजनीति में नये ध्रुवीकरण की संभावना तेज हो गयी है । राजग के घटक दलों के सुप्रीमों की हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री वृषिण पटेल के वैशाली जिले के बेलसर थाना के नगवां गांव स्थित फार्म हाऊस पर कल बैठक हुई । बैठक में लोजपा सुप्रीमों एवं केन्द्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री रामविलास पासवान , रालोसपा अध्यक्ष एवं केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा , हम के अध्यक्ष तथा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के साथ ही लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष एवं जमुई (सुरक्षित ) के सांसद चिराग पासवान मौजूद थे । बैठक के बाद राजनीतिक हलकों में यह कयास लगाया जा रहा है कि राजग के ये तीनों घटक एक दल और एक झंडे के नीचे आ सकते है। तीनों दलों के सुप्रीमों मुलाकात एवं भोजन के बहाने निकट भविष्य में एक साथ नयी पार्टी का गठन कर सकते है । 

इसबीच हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने इस बैठक को अनौपचारिक बताया और कहा कि अगले माह भी इसी तरह की बैठक होगी । अगले माह होने वाली बैठक लोजपा सुप्रीमों श्री पासवान या रालोसपा अध्यक्ष श्री कुशवाहा के अवास पर होगी । हालांकि उन्होंने कहा कि बैठक की तिथि अभी तय नहीं हुई है । श्री रिजवान ने कहा कि इस तरह की बैठक होनी चाहिए । राजग को और मजबूत करने के लिए यह बैठक हुई है । उन्होंने इस बात से इंकार किया कि तीनों दलों के विलय जैसी कोई बात हुई । उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि राजग और राष्ट्रीय हित में यदि ऐसा होता भी है तो कोई गलत नहीं होगा । वहीं रालोसपा के प्रवक्ता मनोज लाल दास मनु ने कहा कि तीनों दलों के सुप्रीमों के एक साथ बैठने से राजग में दरार जैसी कोई बात नहीं है। तीनों सुप्रीमों का एक साथ बैठना और बिहार की राजनीति पर चर्चा करना कहीं से भी गलत नहीं है । हालांकि उन्होंने कहा कि राजनीति में कुछ भी कहना उचित नहीं होता तथा समय एवं परिस्थिति के अनुसार यदि तीनों दल एक भी होते है तो यह बिहार के लिए शुभ होगा । 

गौरतलब है कि 26 मार्च को बिहार में महागठबंधन के घटक जनता दल यूनाईटेड (जदयू) ने भी पार्टी की ताकत बढ़ाने और राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ समान विचार धारा वाले दलों का मजबूत मोर्चा बनाने के लिए प्रयास तेज कर दी है । इसी को लेकर अजीत सिंह की अगुवाई वाले राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) का जदयू में विलय को लेकर बातचीत अंतिम दौर में है वहीं झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी की झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) के भी जदयू में विलय को लेकर बातचीत चल रही है । 

कोई टिप्पणी नहीं: