लखनऊ 31 मार्च, उत्तर प्रदेश विधानसभा के 2017 में होने वाले चुनाव के मद्देनजर बिहार की तर्ज पर यहां भी महागठबन्धन की जोरदार तैयारी चल रही है। इस महागठबन्धन में बिहार के सत्तारुढ जनता दल (यूनाईटेड), राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) और झारखण्ड विकास मोर्चा के आपस में विलय के बाद बनने की सम्भावना है। इन दलों के गठबन्धन से बनने वाली नयी पार्टी का नाम जन विकास पार्टी होगा। उच्च पदस्थ सूत्रों ने आज यहां बताया कि चुनाव में जन विकास पार्टी का कांग्रेस से गठबन्धन होने की सम्भावना है। सूत्रों का दावा है कि आगामी 11 अप्रैल को जद (यू) कार्य समिति की पटना में होने वाली बैठक में इस विलय सम्बन्धी निर्णय पर मुहर लग सकती है। इससे पहले दो अप्रैल को राष्ट्रीय लोकदल की दिल्ली में कार्य समिति की बैठक बुलाई गयी है। उसमें रालोद के जन विकास पार्टी में विलय के निर्णय को मंजूरी दी जा सकती है। सूत्रों ने बताया कि झारखण्ड विकास पार्टी के अध्यक्ष और वहां के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की पार्टी भी इसी बीच विलय का निर्णय ले सकती है।
सूत्रों का दावा है कि प्रस्तावित जन विकास पार्टी का अध्यक्ष बिहार के मुख्यमत्री नीतिश कुमार को बनाया जायेगा, जबकि महासचिव रालोद के पूर्व सांसद जयन्त चौधरी होंगे। श्री चौधरी को प्रस्तावित नयी पार्टी का प्रदेश प्रभारी बनाया जा सकता है। सूत्रों ने बिहार के महागठबन्धन में शामिल लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल यहां गठबन्धन का हिस्सा बनेगी या नहीं, इस पर अनभिज्ञता जाहिर की। दूसरी ओर, कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि प्रस्तावित जन विकास पार्टी से कांग्रेस के समझौते का निर्णय हाई कमान ही लेगा। उनका कहना था कि कांग्रेस का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रबन्धन संभाल रहे प्रशान्त किशोर पर काफी कुछ निर्भर करेगा। श्री किशोर की इस सम्बन्ध में राय अहम होगी।
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