नयी दिल्ली 30 मार्च , विभिन्न बैंकों का पैसा हड़पने वाले उद्योगपति विजय माल्या ने आज उच्चतम न्यायालय में ऋण के भुगतान की पेशकश की और इसके तहत उसने इस वर्ष सितम्बर तक 4000 करोड़ रुपये लौटाने का वायदा किया। माल्या के वकील ने न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ और न्यायमूर्ति रोहिंगटन एफ नरीमन की पीठ के समक्ष सीलबंद लिफाफे में ऋण भुगतान का प्रस्ताव रखा। वकील ने दलील दी कि ऋण भुगतान को लेकर विभिन्न बैंकों से बातचीत जारी है। वकील की दलील थी कि उनके मुवक्किल बैंकों से बातचीत कर रहे हैं, लेकिन मीडिया इस मुद्दे को बढ़ा चढ़ाकर पेश कर रहा है इसलिए सम्पूर्ण भुगतान प्रस्ताव का खुलासा अभी नहीं किया जाए।
हालांकि न्यायमूर्ति जोसेफ ने मीडिया का पक्ष लेते हुए कहा कि मीडिया जनहित में यह मुद्दा उठा रहा है। माल्या ने अपने प्रस्ताव में इस वर्ष 30 सितम्बर तक 4000 करोड़ रुपये का भुगतान करने का न्यायालय से वायदा किया है। बाकी राशि के भुगतान से संबंधित प्रस्ताव भी सीलबंद लिफाफे में मौजूद है। न्यायालय ने माल्या के वकील की दलीलें सुनने के बाद बैंकों के कंसोर्टियम को एक सप्ताह के भीतर अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया। मामले की अगली सुनवाई सात अप्रैल को होगी।
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