वृंदावन, 29 मार्च, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने आज उत्तर प्रदेश के वृंदावन में विधवाओं के लिए एक हजार बिस्तरों की क्षमता वाले विशेष आश्रय स्थल ‘स्वाधार गृह’ की आधारशिला रखी। इस मौके पर श्रीमती गांधी ने महिलाओं से संबंधित विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि महिलाओं का सशक्तीरण सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए सरकार ने जमीनी स्तर पर काम करना शुरू किया है। मथुरा जिले के वृंदावन में प्रस्तावित ‘स्वाधार गृह’ में एक हजार महिलाओं के रहन-सहन का प्रबंधन होगा। विधवाओं के लिए सरकारी सहायता से बना यह सबसे बड़ा आश्रय स्थल होगा। उन्होंने कहा कि वृंदावन में विधवाओं के रहने के लिए बने आवासों की स्थिति संतोषजनक नहीं है और उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पडता है इसलिए वृंदावन में विधवाओं के लिए सभी सुविधाओं से युक्त एक आवास स्थल बनाने का निर्णय किया गया है।
इस विशेष आश्रय स्थल में एक हजार महिलाओं के रहने का प्रबंध होगा। लगभग डेढ एकड़ में फैले ‘स्वाधार गृह’ का निर्माण सरकारी निर्माण कंपनी राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम करेगी। और इसमें तकरीबन 57 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस भवन का डिजाइन बुजुर्गों की देखभाल करने वाली संस्था ‘हेल्पएज इंडिया’ की सहायता से तैयार किया गया है। यह भवन चार मंजिला होगा और इसमें रैम्प, लिफ्ट आदि की पर्याप्त व्यवस्था होगी। इस भवन में विकलांगों और वृद्धों की जरुरतों का खास ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने इस अवसर पर निर्माण स्थल पर एक पौधा भी लगाया। उन्होंने बताया कि मंत्रालय की दो योजनाओं ‘स्वाधार’ और ‘लघु प्रवास गृह’ को मिलाकर स्वाधार गृह योजना शुरू की गयी है। इस योजना के तहत बेसहारा महिलाओं को आवास, भोजन, वस्त्र, चिकित्सा और विशेष देखभाल उपलब्ध कराई जाती है।
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